बीरभूम: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी बीरभूम के रामपुरहाट पहुंचे| यहाँ उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला है| कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा,''''बंगाल की मुख्यमंत्री आज यहां पिकनिक करने आईं थीं। हेलिकॉप्टर से आईं यहां खाना खाया और चली गईं | चौधरी ने कहा,''हमारी मांग है कि CBI की जांच हो| इससे पहले ममता बनर्जी बीरभूम रामपुरहाट के बगतुई गांव में हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों मिली|सीएम ममता बनर्जी ने बीरभूम अग्निकांड के मृतकों के परिजनों को 5 लाख का चेक सौंपा| ममता ने कहा कि प्रभावित घरों के पुनर्निर्माण के लिए 2 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी| घर चलाने के लिए 10 लोगों को नौकरी दी जाएगी|
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी रामपुरहाट पहुंचे| उन्होंने कहा,''यहां के लोग सरकार पर भरोसा नहीं करते हैं, इसलिए हमने आर्टिकल 355 की मांग की है, हम इसके लिए कोर्ट में भी गए। हमारी मांग है कि CBI की जांच हो। बंगाल की मुख्यमंत्री आज यहां पिकनिक करने आईं थीं। हेलिकॉप्टर से आईं यहां खाना खाया और चली गईं|
चौधरी ने कहा,''''मुख्यमंत्री को यहां के लोगों के साथ बैठ कर उनकी बात सुननी चाहिए थी। मुझे भी यहां आने से रोका गया था, मैंने 2 घंटे धरना दिया तब जाकर मुझे यहां आने की इजाजत मिली। ये किसी के बाप का रास्ता है क्या? ममता बनर्जी के पिता जी की संपत्ति है क्या?|
चौधरी ने कहा,''यह मध्यकालीन बर्बरता का जीता जागता उदाहरण है। यहाँ 'मानव राज' की जगह 'दानव राज' है। सीएम ने राज्य को तबाह कर दिया है। पुलिस और टीएमसी की मिलीभगत से राज्य को लूटा जा रहा है| बंगाल में किसी अन्य राज्य को ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ रहा है|
इससे पहले चौधरी को बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल के बोगतुई गांव में प्रवेश करने से रोक दिया गया, जहां इस सप्ताह की शुरुआत में तीन महिलाओं और दो बच्चों समेत आठ लोगों को कथित तौर पर जिंदा जला दिया गया था|कांग्रेस के नेता चौधरी और पार्टी के अन्य सदस्यों को बीरभूम जिले में स्थित गांव के पास श्रीनिकेतन मोड़ पर रोक दिया गया, जिसके बाद वे सड़क पर बैठ गए थे| उन्होंने मांग की थी कि उन्हें गांव का दौरा करने और मृतकों के परिजनों से मिलने की अनुमति दी जाए|
गौरतलब है कि बीरभूम ज़िले के रामपुरहाट में सोमवार को हिंसा हो गई थी| जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी| CM ममता बनर्जी ने कहा,''प्रशासन की तरफ से बड़ी लापरवाही हुई है, TMC नेता की हत्या के बाद पुलिस को अलर्ट होना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जो भी इसके पीछे है उन्हें सख्त सज़ा मिलेगी। मृतक के परिवार को 5 लाख, जिनके घर जले है उन्हें 2 लाख रूपए और घर चलाने के लिए 10 लोगों को नौकरी दी जाएगी|