पुणे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे मेट्रो रेल परियोजना का उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने पुणे मेट्रो में गरवारे कॉलेज मेट्रो स्टेशन से आनंद नगर मेट्रो स्टेशन की यात्रा के दौरान मेट्रो ट्रेन में बैठे स्कूली छात्रों से बातचीत की। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे नगर निगम परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति का अनावरण किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश के 2 दर्जन से अधिक शहरों में मेट्रो या तो ऑपरेशनल हो चुकी है या फिर जल्द चालू होने वाली है। उन्होंने कहा कि अगर हम मुंबई, ठाणे, नागपुर और पिंपरी चिंचवाड़ पुणे को देखें तो इस विस्तार में महाराष्ट्र का काफी बड़ा हिस्सा है। प्रधानमंत्री ने कहा, "यह मेट्रो पुणे में आवागमन को आसान बनाएगी, प्रदूषण और जाम से राहत देगी, पुणे के लोगों के जीवन को आसान बनाएगी।" उन्होंने पुणे के लोगों से विशेष रूप से संपन्न लोगों से मेट्रो और अन्य सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की आदत बनाने का भी आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बढ़ती शहरी आबादी एक अवसर और चुनौती दोनों है। हमारे शहरों में बढ़ती जनसंख्या से उत्पन्न समस्याओं से निपटने के लिए व्यापक परिवहन प्रणाली का विकास करना एक मुख्य समाधान है। उन्होंने देश के विकसित होते शहरों के लिए एक विजन के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि हमारी सरकार का प्रयास है कि हर शहर में ज्यादा से ज्यादा ग्रीन ट्रांसपोर्ट हो, इलेक्ट्रिक बसें हों, इलेक्ट्रिक कारें हों, इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन हों।
प्रधानमंत्री ने विस्तार से बताया, “हर शहर में स्मार्ट मोबिलिटी हो, लोग ट्रांसपोर्ट सुविधाओं के लिए एक ही कार्ड का इस्तेमाल करें। सुविधा को स्मार्ट बनाने के लिए हर शहर में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर होना चाहिए। सर्कुलर इकोनॉमी को मजबूत करने के लिए हर शहर में एक आधुनिक कचरा प्रबंधन प्रणाली होनी चाहिए। हर शहर में पर्याप्त पानी के लिए पर्याप्त आधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट होने चाहिए, साथ ही जल स्रोतों के संरक्षण के लिए बेहतर व्यवस्था की जानी चाहिए।” उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि ऐसे स्थलों में कचरे से धन बनाने के लिए गोवर्धन और बायोगैस संयंत्र होंगे। एलईडी बल्ब के उपयोग जैसे ऊर्जा दक्षता उपाय इन शहरों की पहचान होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अमृत मिशन और आरईआरए कानून शहरी परिदृश्य में नई ताकत ला रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने शहरों के जीवन में नदियों के महत्व को दोहराया और इन महत्वपूर्ण जीवनरेखाओं के महत्व और संरक्षण के बारे में एक नई जागरूकता पैदा करने के लिए नदी के किनारे बसे ऐसे शहरों में नदी उत्सवों के आयोजन के लिए आह्वान किया।
देश में बुनियादी ढांचे के नेतृत्व वाले विकास के लिए नए दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "किसी भी देश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए जो चीज सबसे जरूरी है वो है स्पीड और स्केल। लेकिन दशकों तक हमारे यहां ऐसी व्यवस्थाएं रहीं कि अहम परियोजनाओं को पूरा होने में काफी देर हो जाती थी। ये सुस्त रवैया, देश के विकास को भी प्रभावित करता रहा है।” प्रधानमंत्री ने कहा, "आज के तेजी से बढ़ते भारत में, हमें स्पीड और स्केल पर भी ध्यान देना होगा। इसलिए हमारी सरकार ने पीएम-गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान तैयार किया है।” उन्होंने कहा कि गतिशक्ति योजना, एक एकीकृत फोकस सुनिश्चित करेगा, क्योंकि सभी हितधारक पूरी जानकारी और उचित समन्वय के साथ काम करेंगे।