लोकसभा चुनाव 2024: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी और उनके पति एवं व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा के साथ राहुल गांधी ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस निर्वाचन क्षेत्र में आम चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा। यह सीट सोनिया गांधी द्वारा खाली की गई थी।
इससे पहले ,आज सुबह कांग्रेस ने रायबरेली से राहुल गांधी को पार्टी उम्मीदवार घोषित किया। राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी ने हाल ही में राज्यसभा सदस्य बनने के बाद लोकसभा सीट खाली की थी। रायबरेली से चार बार सांसद रह चुकीं सोनिया गांधी इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी।
रायबरेली में राहुल गांधी का मुकाबला कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए दिनेश प्रताप सिंह से है, जिन्हें सोनिया गांधी ने 2019 के आम चुनावों में हराया था। दिनेश सिंह उत्तर प्रदेश में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी हैं। राहुल गांधी पहले से ही केरल के वायनाड जिले से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया,''रायबरेली से नामांकन मेरे लिए भावुक पल था! मेरी मां ने मुझे बड़े भरोसे के साथ परिवार की कर्मभूमि सौंपी है और उसकी सेवा का मौका दिया है। अमेठी और रायबरेली मेरे लिए अलग-अलग नहीं हैं, दोनों ही मेरा परिवार हैं और मुझे ख़ुशी है कि 40 वर्षों से क्षेत्र की सेवा कर रहे किशोरी लाल जी अमेठी से पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। अन्याय के खिलाफ चल रही न्याय की जंग में, मैं मेरे अपनों की मोहब्बत और उनका आशीर्वाद मांगता हूं। मुझे विश्वास है कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की इस लड़ाई में आप सभी मेरे साथ खड़े हैं।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया,''कुछ दिनों पहले मां ने कहा था, "मेरा परिवार दिल्ली में अधूरा है। वह रायबरेली आकर पूरा होता है।" ऐसा परिवार, जिसने कई पीढ़ियों को अपने में मिला लिया; जो दशकों तक हर उतार-चढ़ाव, सुख-दुख, संकट और संघर्ष में चट्टान की तरह हमारे साथ खड़ा रहा। यह स्नेह और भरोसे का रिश्ता है। यह सेवा और आस्था का रिश्ता भी है जो आधी सदी से अटूट है। हमें यहां के लोगों से जितना प्यार, जितनी आत्मीयता और सम्मान मिला है, वह अनमोल है। परिवारिक रिश्ते की सबसे बड़ी सुंदरता ये होती है कि आप चाहकर भी कभी उसके स्नेह का कर्ज नहीं उतार पाते। इस मुश्किल वक्त में, जब हम देश के लोकतंत्र, संविधान और जनता के अधिकारों को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, तो इस लड़ाई में भी हमारा पूरा परिवार दृढ़ता से हमारे साथ खड़ा है। आज हजारों परिवारजनों की मौजूदगी में बड़े भाई राहुल जी ने अपना चुनाव नामांकन दाखिल किया।
किशोरी लाल शर्मा अमेठी से चुनाव लड़ेंगे। अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने शुक्रवार दोपहर गांधी परिवार का गढ़ मानी जाने वाली इस सीट पर नामांकन दाखिल कर दिया। नामांकन के पहले कांग्रेस कार्यालय से रोड शो निकालते हुए वह कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आभार जताता हूं कि उन्होंने मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता पर भरोसा जताया।
केएल शर्मा राजीव गांधी के समय से ही अमेठी से जुड़े रहे हैं। शुक्रवार को जब वह नामांकन के लिए निकले तो सैंकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उनके जुलूस में शामिल हो गए।इस दौरान कार्यकर्ता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और किशोरी लाल शर्मा जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। इसके पहले पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने अमेठी के कांग्रेस कार्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और कहा कि किशोरी लाल जी अमेठी के गांव-गांव को जानते हैं। लंबे समय से यहां काम कर रहे हैं। अब हमें मिलकर उन्हें जिताने का काम करना है।
यूपी की हाईप्रोफाइल सीटों में शुमार अमेठी से वर्ष 1999 में सोनिया गांधी ने अपना पहला चुनाव लड़ा था। बाद में उन्होंने वर्ष 2004 में यह सीट राहुल गांधी के लिए छोड़ दी। राहुल गांधी 2004, 2009, 2014 में चुनाव जीत गए लेकिन, वह 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए। 1998 में इस सीट से गांधी परिवार के करीबी कैप्टन सतीश शर्मा चुनाव लड़े थे। उसके बाद से लगातार यह सीट गांधी परिवार के लिए आरक्षित रही है।