मुंबई: एंटीलिया केस को लेकर महाराष्ट्र पूर्व CM और BJP नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि, सचिन वाजे को शिवसेना बचा रही है|शिवसेना के साथ बहुत गहरे रिश्ते सचिन वाजे के रहे हैं| महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि, 2004 में जब सचिन वाजे का निलंबन हुआ तो उस वक्त पूरी भाजपा वाजे के पीछे खड़ी थी।
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि,''भाजपा आज कह रही है कि सचिन वाजे के पीछे शिवसेना खड़ी है। हम पूछना चाहते हैं कि 2004 में जब उनका निलंबन हुआ तो उस वक्त पूरी भाजपा सचिन वाजे के पीछे खड़ी थी। अधिकारी कोई भी हो अगर गलत करेगा तो निश्चित रूप से कार्रवाई होगी|
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि,''मुख्यमंत्री ने मुंबई सीपी (परम बीर सिंह) को स्थानांतरित करने के लिए प्रशासनिक निर्णय लिया। उन्हें पूरा अधिकार निर्णय लेने का लेकिन वाजे को लेकर जिस तरह से चीजें सामने आ रही है उससे पूरे मुंबई पुलिस की छवि खराब हुई गई|कमिश्नर की अध्यक्षता की समिति में वाजे को बहाली करने का निर्णय कमिश्नर ने लिया। वे सिधे उनको रिपोर्ट करते थे, कही न कही जबावदारी की जिम्मेदारी मुखिया की होती जो निश्चित की गई और तबादला किया गया है|
सचिन वाजे को लेकर महाराष्ट्र पूर्व CM और BJP नेता देवेंद्र फडणवीस ने सवाल उठाए थे| फडणवीस ने कहा था कि,''सचिन वाजे 2004 में सस्पेंड हुए,2007 में VRS दिया और उनके ऊपर इन्क्वारी के चलते उनका VRS एक्सेप्ट नहीं हुआ था। फडणवीस ने कहा था,''2018 में जिस समय मैं CM था उस समय शिवसेना की ओर से दबाव था कि API सचिन वाजे को फिर एक बार सरकार की सेवा में लिया जाए। लेकिन मैंने वाजे को नहीं लिया|
BJP नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि,'''अगर रक्षा करने वाले इस प्रकार से अपराधी तत्व बन जाए तो सुरक्षा कौन करेगा ये सवाल है? इसमें सबसे अहम सवाल ये है कि एपीआई सचिन वाजे को नौकरी में वापस क्यों लिया गया?