मुंबई: मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक मिलने के मामले में महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि,'' सचिन वाजे केस की जांच एनआईए और एटीएस बहुत प्रोफेशनल तरीके से कर रही है। जांच में आगे जो भी बातें आएंगी उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
परमबीर सिंह के तबादले पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि,'',उनकी (NIA और ATS) जांच में बाधा ना आए इसलिए परमबीर सिंह को हटाया गया है|
गौरतलब है कि मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित निवास एंटीलिया के पास विस्फोटक से लदी SUV लावारिस हालत में पाए जाने के मामले में NIA ने पिछले सप्ताह पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार किया था| मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को इस मामले में कथित भूमिका के चलते 13 मार्च को गिरफ्तार किया गया था|
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि,''मुख्यमंत्री ने मुंबई सीपी (परम बीर सिंह) को स्थानांतरित करने के लिए प्रशासनिक निर्णय लिया। उन्हें पूरा अधिकार निर्णय लेने का लेकिन वाजे को लेकर जिस तरह से चीजें सामने आ रही है उससे पूरे मुंबई पुलिस की छवि खराब हुई गई|कमिश्नर की अध्यक्षता की समिति में वाजे को बहाली करने का निर्णय कमिश्नर ने लिया। वे सिधे उनको रिपोर्ट करते थे, कही न कही जबावदारी की जिम्मेदारी मुखिया की होती जो निश्चित की गई और तबादला किया गया है|
नाना पटोले ने कहा कि,''BJP ने कहा कि सचिन वाजे को निकालो। फिर उन्होंने कहा कमिश्नर को हटाओ। कमिश्नर की बदली हो गई। मुझे लगता है कि नरेंद्र मोदी ने देश में जब सरकार बनाई तो झूठ बोलकर बनाई तो उसका भी राजीनामा मांगो। BJP को लगता है कि उनके दबाव से यह ट्रांसफर हुआ है तो यह उनकी गलतफहमी है|
सचिन वाजे को लेकर महाराष्ट्र पूर्व CM और BJP नेता देवेंद्र फडणवीस ने सवाल उठाए थे| फडणवीस ने कहा था कि,''सचिन वाजे 2004 में सस्पेंड हुए,2007 में VRS दिया और उनके ऊपर इन्क्वारी के चलते उनका VRS एक्सेप्ट नहीं हुआ था। फडणवीस ने कहा था,''2018 में जिस समय मैं CM था उस समय शिवसेना की ओर से दबाव था कि API सचिन वाजे को फिर एक बार सरकार की सेवा में लिया जाए। लेकिन मैंने वाजे को नहीं लिया|
BJP नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि,'''अगर रक्षा करने वाले इस प्रकार से अपराधी तत्व बन जाए तो सुरक्षा कौन करेगा ये सवाल है? इसमें सबसे अहम सवाल ये है कि एपीआई सचिन वाजे को नौकरी में वापस क्यों लिया गया?