लखनऊ: भाजपा नेताओं और सरकारी अधिकारियों द्वारा अयोध्या में आगामी राम मंदिर के पास जमीन हड़पने के मामले पर यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा,''यह मामला अति गंभीर है और इस मामले की उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए | इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए। बृहस्पतिवार को मायावती ने अयोध्या में बीजेपी नेताओं और सरकारी अधिकारियों के जमीन हड़पने के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए उच्चतम न्यायालय से इसमें हस्तक्षेप का आग्रह किया है।
अयोध्या में राम मन्दिर परिसर के पास बीजेपी के नेताओं एवं अधिकारियों आदि द्वारा जमीन खरीदने आदि के पर्दाफाश होने सम्बंधी सवाल के जवाब में मायावती ने कहा कि यह मीडिया के माध्यम से मुझे भी जानकारी मिली है। यह मामला अति गंभीर है और इस मामले की उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए और हमारी पार्टी यह चाहेगी कि माननीय सुप्रीम कोर्ट इस मामले में दखल दे तो यह ज्यादा बेहतर होगा।
उन्होंने कहा कि यदि ऐसा कुछ हुआ है तो मेरे ख्याल में राज्य सरकार को भी इसको गंभीरता से लेना चाहिए तथा केन्द्र की सरकार को भी इसमें दखल देकर राज्य सरकार को निर्देशित करे कि यदि ऐसा कुछ हुआ है तो जो भी जमीनों की खरीद-फरोख्त हुई है वह रद्द होनी चाहिए|
69 हजार शिक्षक भर्ती में धांधली आदि को लेकर आन्दोलन कर रहे लोगों के सम्बंध में सवाल का जवाब देते हुये मायावती ने कहा कि आन्दोलनकारियों की तरफ से जो आरोप लगाये जा रहे हैं तो हो सकता है कि उसमें सच्चाई हो। इसलिए उस मामले की जाँच होनी चाहिए तथा उनकी जो शिकायतें हैं उन्हें स्टेट गवरमेन्ट को दूर करना चाहिए।
जो लोग मैदान में इधर-उधर घूम रहे हैं उनको घबराहट है कि पावर में आयें न आयें
यूपी व केन्द्र में सत्ताधारी बीजेपी आदि पार्टियों के तमाम नेताओं द्वारा यूपी में रैली आदि करने तथा उनके द्वारा रैली करने के लिए मैदान में उतरने के प्रोग्राम सम्बंधी एक अन्य सवाल के जवाब में मायावती ने कहा कि मेरे बारे में आपको उचित समय पर बता दिया जाएगा। जो लोग मैदान में इधर-उधर घूम रहे हैं उनको घबराहट है। उनको बड़ी घबराहट हो रही है कि पता नहीं वह पावर में आयें न आयें। बीजेपी को भी सोच हो रही है, सपा भी सोच रही है कि पता नहीं सत्ता में आयें न आयें। इसीलिए ये बेचारे मारे-मारे घूम रहे हैं, जबकि हमारी पार्टी के लोग जमीनी स्तर पर पोलिंग बूथ स्तर पर अपने काम में लगे हुये है और जब वक्त आएगा तो आपको बता दिया जाएगा कि मैं मैदान में कब निकल रही हूं।
वैसे इस मामले में आप लोगों को यह विदित है कि बी.एस.पी. की चारों रही सरकारों ने प्रदेश में हर मामले में व हर स्तर पर यहाँ अन्याय, अपराध, भय व भ्रष्टाचारमुक्त तथा विकासयुक्त वातावरण पैदा करने के साथ-साथ विशेषकर कमजोर वर्गों, गरीबों, मजदूरों, बेरोजगारों, किसानों, छोटे व्यापारियों एवं अन्य मेहनतकश लोगों के हितों के लिए भी जो अनेकों ऐतिहासिक व अति-महत्वपूर्ण कार्य किये हैं, तो उन्हें प्रदेश की जनता अभी तक भी भूली नहीं है, जिसे खास ध्यान में रखकर ही पार्टी के लोगों को इस चुनाव में वोट माँगना है।
साथ ही. यहाँ मेरा यह भी कहना है कि य.पी. की जनता ने आजादी के बाद यहा शुरू में काफी लम्बे समय तक कांग्रेस पार्टी व बाद में सपा, बीजेपी एवं बी.एस.पी आदि का भी शासनकाल देखा है। लेकिन इस मामले में प्रदेश की जनता अपनी पूरी ईमानदारी से यह बताये कि इन सभी पार्टियों के शासनकाल में से किस पार्टी का हर मामले व हर स्तर पर बेहतरीन शासनकाल रहा है। तो फिर प्रदेश की आमजनता एवं दबी जबान में विरोधी पार्टियों के लोग भी यही कहेंगे कि बी.एस.पी का ही बेहतरीन शासनकाल रहा है।
इसीलिए प्रदेश की जनता को अब मेरा यही कहना है कि उन्हें अपने हित व कल्याण को ध्यान में रखकर व इस चुनाव में किसी भी भावना में ना बहकर तथा इनके प्रलोभन भरे चुनावी घोषणा पत्रों आदि के भी बहकावे मे ना आकर, बल्कि बी.एस.पी के ही रहे बेहतरीन शासनकाल को फिर से यहाँ सत्ता में वापिस लाना है, जिसकी इस समय प्रदेश की जनता को काफी जरूरत भी है।
मायावती की महत्वपूर्ण बैठक
मायावती ने बताया कि बी.एस.पी. के यू.पी. के सभी 18 मण्डलों के मुख्य इंचार्जी तथा 75 जिलों के सभी जिला अध्यक्षों की भी यह इकट्ठा महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है और इस बैठक में प्रत्येक जिलावार व उसके अन्तर्गत आने वाली सभी विधान सभा की सीटों की प्रदेश में अगले वर्ष के शुरू में होने वाले विधान सभा आम चुनाव की पार्टी की तैयारी को लेकर सभी ज़रूरी पहलूओं (बिन्दुओं पर गहन समीक्षा की जायेगी, जिसके तहत् सबसे पहले दिनांक 21 अक्तूबर से प्रदेश की प्रत्येक विधान सभा की सीट में पार्टी के सभी पोलिंग बूथों के पदाधिकारियों की चुनाव की तैयारी को लेकर चल रहे कैडर व सम्मेलनों आदि की प्रगति रिपोर्ट ली जायेगी। इस रिपोर्ट में जिले की किसी भी विधानसभा की सीट में कमी मिलने पर फिर उसे दूर करने के लिए अब इन्हें केवल एक सप्ताह का ही समय दिया जायेगा। इस प्रकार से प्रदेश की सभी 403 विधान सभा की सीटों पर पार्टी की चुनावों की तैयारी को लेकर आज विस्तार से रिपोर्ट ली जायेगी।
उन्होंने कहा कि ''इसके साथ-साथ, चुनाव के दौरान पार्टी के सभी छोटे-बड़े पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को तथा पार्टी के उम्मीदवारों को भी किन-किन खास बातों का ध्यान रखना है, उसके बारे में भी आज इनको ज़रूरी जानकारी दी जायेगी। साथ ही, पार्टी की कामयाबी के लिए अन्य और भी जरूरी दिशा-निर्देश दिये जायेंगे। इस सन्दर्भ में खासकर विरोधी पार्टियाँ किस्म-किस्म के साम, दाम, दण्ड, भेद, आदि हथकण्डे इस्तेमाल करके जो ये अपने-अपने पक्ष में हवा बनाने में लगे हैं, उससे भी इनको सावधान (सचेत) किया जायेगा और उनके जवाब व तोड़ में पार्टी के लोगों को अभी से ही चुनाव होने तक क्या-क्या ज़रूरी कदम उठाते रहना है, उसके बारे में भी आज इनको काफी कुछ विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
बीजेपी, सपा व अन्य विरोधी पार्टियाँ भी अपनी-अपनी कमियों पर पर्दा डालने के लिए जो ये इस चुनाव (UP Assembly Election 2022 ) को हिन्दु-मुस्लिम रंग देने में परे जी-जान से लगी है. तो उससे भी पार्टी के लोगों को शहर-शहर व गाँव-गाँव में जाकर अभी से ही सावधान करने का भी कार्य शुरू कर देना है। इसके बारे में भी आज की बैठक में इनको बताया जायेगा, जिसे फिर ये लोग अपने-अपने क्षेत्र में जाकर लोगों को जागरुक करेंगे।
उन्होंने कहा कि ''इसके इलावा, यहाँ मैं यह भी कहना चाहूँगी कि प्रदेश में जो भी विरोधी पार्टी यहाँ सत्ता में आसीन रही है और भाजपा अभी भी सत्ता में आसीन है तो इनकी सरकार की रही जनविरोधी नीतियों के बारे में बताने के साथ-साथ बी.एस.पी. सरकार की रही जनहितैषी नीतियों के बारे में भी पार्टी को प्रदेश की जनता को जरूर बताना है ताकि यहाँ फिर से सन् 2007 की तरह ही पुनः अपनी पूर्ण बहुमत की सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की नीतियों पर आधारित सरकार बन सके।
मायावती ने कहा कि,''वैसे इस मामले में आप लोगों को यह विदित है कि बी.एस.पी. की चारों रही सरकारों ने प्रदेश में हर मामले में व हर स्तर पर यहाँ अन्याय, अपराध, भय व भ्रष्टाचारमुक्त तथा विकासयुक्त वातावरण पैदा करने के साथ-साथ विशेषकर कमजोर वर्गों, गरीबों, मजदूरों, बेरोजगारों, किसानों, छोटे व्यापारियों एवं अन्य मेहनतकश लोगों के हितों के लिए भी जो अनेकों ऐतिहासिक व अति-महत्वपूर्ण कार्य किये हैं, तो उन्हें प्रदेश की जनता अभी तक भी भूली नहीं है, जिसे खास ध्यान में रखकर ही पार्टी के लोगों को इस चुनाव में वोट माँगना है।