Ram Bahal Chaudhary,Basti
Share

Farmer Protests:केंद्र के साथ बैठक में किसान संगठनों ने की तीनों कानून वापस लेने की लिखित में मांग, सरकार द्वारा दिया गया खाना खाने से किया इनकार

  • by: news desk
  • 03 December, 2020
Farmer Protests:केंद्र के साथ बैठक में किसान संगठनों ने की तीनों कानून वापस लेने की लिखित में मांग, सरकार द्वारा दिया गया खाना खाने से किया इनकार

नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसानों का आंदोलन लगातार आठवें दिन जारी है। इस आंदोलन की आग लगातार फैलती जा रही है। पिछली बार की विफल बातचीत के बाद आज दोबारा किसानों और सरकार के बीच वार्ता शुरू हो चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इससे कोई हल निकल सकता है। आंदोलन के कारण गुरुवार को लगातार आठवें दिन दिल्ली एनसीआर का यातायात प्रभावित है।




दिल्ली के विज्ञान भवन में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल व राज्य मंत्री सोम प्रकाश के साथ किसान संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक चल रही है जिसमें किसानों ने तीनों कानून वापस लेने की मांग लिखित में की। 



किसान नेताओं और सरकार के बीच चल रही बैठक में करीब 3.00 बजे एक लंच ब्रेक हुआ है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ विज्ञान भवन में बैठक के लिए गए किसान ब्रेक के दौरान, सरकार द्वारा किए गए खाने के प्रबंध की जगह अपने लाए हुए खाने को बांटकर खाए।



किसान नेताओं और सरकार के बीच चल रही बैठक में लंच ब्रेक के दौरान किसान संगठनों के नेताओं ने सरकार द्वारा दिया गया खाना खाने से इनकार किया। किसान नेताओं ने अपना लाया खाना जमीन पर बैठ कर खाया।



सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार अब तक करीब तीन घंटे की बैठक में किसानों ने अपनी मांगों और नए कानून को लेकर उनकी आशंकाओं को बिंदुवार ढंग से रखा है। किसानों ने सरकार के सामने एमएसपी को लेकर नया कानून बनाने की भी मांग रखी है।


बैठक के बीच किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव श्रवण सिंह पंढेर ने कहा कि ,कृषि कानूनों में संशोधन से बात बनने वाली नहीं है, कृषि कानून रद्द करने के अलावा कोई और चारा नहीं है|



कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों के साथ बैठक से पहले कहा कि, भारत सरकार लगातार किसानों से उनके मुद्दों पर बात कर रही है। आज चौथे दौर की बातचीत है और मुझे आशा है कि चर्चा के सकारात्मक परिणाम निकलेंगे। चौथे चरण की चर्चा में कोई न कोई पक्ष जरूर निकलेगा



पंजाब सरकार ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध के दौरान मारे गए दो किसानों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता मुहैया कराने की गुरुवार को घोषणा की। मानसा जिले के बछोआना गांव के निवासी गुरजंत सिंह (60) की विरोध के दौरान दिल्ली के टीकरी बॉर्डर पर मौत हो गई थी और मोगा जिले के भिंडर खुर्द गांव के निवासी गुरबचन सिंह (80) की बुधवार को मोगा में प्रदर्शन के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।



कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि,''हम लोग किसानों के साथ हैं और अगर सरकार इनके साथ तानाशाही करेगी तो हम सड़कों पर उतरेंगे। मैं चाहता हूं कि किसानों की मांग पर अमल हो। सरकार का असली उद्देश्य किसानों की जमीन छीनना और पूंजीपतियों को देना है|





आप हमसे यहां भी जुड़ सकते हैं
TVL News

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें : https://www.facebook.com/TVLNews
चैनल सब्सक्राइब करें : https://www.youtube.com/TheViralLines
हमें ट्विटर पर फॉलो करें: https://twitter.com/theViralLines
ईमेल : thevirallines@gmail.com

You may like

स्टे कनेक्टेड

विज्ञापन