नई दिल्ली: देश में किसानों की ओर से लगातार कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे हैं| पिछले 7 दिनों से किसान दिल्ली-यूपी बॉर्डर, और दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं और केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की जा रही है|
किसान आंदोलन के समर्थन में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के पद्म विभूषण लौटाने के बाद अब शिरोमणि अकाली दल (डेमोक्रेटिक) के प्रमुख सुखदेव सिंह ढींडसा ने भी कृषि कानूनों के विरोध में पद्म भूषण लौटाने की घोषणा की।
शिरोमणि अकाली दल (डेमोक्रेटिक) के प्रमुख और राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा ने कृषि कानूनों के विरोध में पद्म भूषण लौटाने की घोषणा की।कृषि बिलों का विरोध करते हुए और चल रहे किसान आंदोलन के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा ने गुरुवार को घोषणा की और कहा कि साल 2019 में उन्हें मिले पद्मभूषण सम्मान को लौटा रहे हैं
इससे पहले आज ही पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (Former Punjab Chief Minister Parkash Singh Badal) ने किसानों के समर्थन में अपना पद्म विभूषण लौटा दिया है|
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने किसान आंदोलन के समर्थन और उनपर किए गए सांप्रदायिक कटाक्षों के विरोध में अपना प्रतिष्ठित पद्म विभूषण अवॉर्ड लौटा दिया है| उन्होंने इसके लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा है| करीब तीन पन्नों की इस चिट्ठी में प्रकाश सिंह बादल ने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध किया है|
इसके साथ ही सरकार की ओर से किसानों पर की गई कार्रवाई की भी निंदा की गई है| साथ ही चिट्ठी में ही उन्होंने अपना पद्म विभूषण सम्मान वापस लौटाने की बात कही है|
बता दें कि अकाली दल की ओर से लगातार केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध किया जा रहा है| इससे पहले कृषि कानूनों का विरोध करते हुए केंद्र सरकार में मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अपने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था| बाद में अकाली दल ने किसानों का समर्थन करते हुए एनडीए से अलग होने का ऐलान किया था|वहीं अब प्रकाश सिंह बादल ने अपना पद्म विभूषण सम्मान सरकार को वापस लौटा दिया है|