नई दिल्ली: दिल्ली के आउटर नार्थ ज़िला पुलिस ने कॉल सेंटर और लोन एप्लीकेशन के माध्यम से ठगी और ब्लैकमेल करने के गिरोह का भांडाफोड किया है।आउटर नार्थ ज़िला पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर गैंग के सरगना समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान गैंग लीडर अनिल कुमार (35), आलोक शर्मा (24), अवनीश (22) और कनन (35) के रूप में हुई है। आरोपी अनिल दो चीनी नागरिकों के दिशा निर्देश पर भारत में वसूली का धंधा चला रहे थे। इसके लिए अनिल ने द्वारका सेक्टर-7 में एक बड़ा कॉल सेंटर बनाया हुआ था। यहां 150 से अधिक महिलाएं व पुरुष काम करते थे।
आउटर नॉर्थ के DCP ने बताया कि,''हमें 14 जुलाई को शिकायत मिली थी जिसमें एक व्यक्ति ने लोन देने वाली एप्लीकेशन से लोन लिया था जिसके बाद इनको ब्लैकमेल किया जा रहा था|
DCP आउटर नॉर्थ बृजेंद्र कुमार यादव ने बताया कि,''शिकायत मिलते ही हमने कार्रवाई की और गिरोह के सरगना को पकड़ा। यह दो चीनी व्यक्तियों (एल्बर्ट और मिस्टर ट्री) के संपर्क में था। इसको मार्च 2021 से अब तक इन चीनी लोगों से 3 करोड़ रुपए कमीशन के मिले थे। इस कॉल सेंटर में 134 महिला और 15 पुरुष टेली कॉलर थे| हमें इनके पास से 300 सिम कार्ड, 153 हार्ड ड्राइव, 3 लैपटॉप, 141 की-पैड वाले मोबाइल, 10 एंड्रॉयड फोन, 4 DVR बरामद किए हैं। इनकी जांच जारी है|
गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने कॉल सेंटर पर काम करने वाली 134 लड़कियों व 15 युवकों को पूछताछ में शामिल होने का नोटिस दिया है। छानबीन में पुलिस को पता चला है कि पिछले एक साल से आरोपियों ने भारतीयों से वसूली कर 10 करोड़ से अधिक की रकम चीन भेजी है। इसकी एवज में इसने तीन करोड़ का कमीशन लिया है। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।