देहरादून: उत्तराखंड में पेपर लीक मामले की जांच अभी चल रही है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अब रिश्वतखोरी के नए आरोप लगाकर इस मुद्दे को तूल दे दिया है। हरीश रावत ने तो सरकार पर नौकरियां बेचने तक का आरोप लगा दिया है। उन्होंने कहा,''पहले तो नौकरियां निकल ही नहीं रही हैं और जो निकल रही हैं उसमें बोली लग रही है कि कौन कितना दे सकेगा|
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा,'राज्य भी एक मनुष्य के शरीर के भांति है। जिस प्रकार से शरीर में कई प्रकार के नाड़ी तंत्र और अन्य तंत्र विद्यमान होते हैं और वह प्रक्रिया का संचालन करते हैं, उसी प्रकार राज्य के अन्दर भी कई तंत्र, नाड़ी तंत्र के तरीके से संचालित होते हैं। यदि किसी नाड़ी में दूषित रक्त का प्रभाव हो जाय तो सारा शरीर प्रदूषित हो जाता है।
हरीश रावत ने कहा,'आज हमारे राज्य के अन्दर भी जो सरकारी नौकरी तंत्र हैं, वह इतना प्रदूषित हो गया है। जब समाचार छपता है कि होमगार्ड की भर्ती में भी बड़ा लेन-देन हुआ है तो सर शर्म से झुक जाता है। पहले तो नौकरियां निकल ही नहीं रही हैं और जो निकल रही हैं उसमें बोली लग रही है कि कौन कितना दे सकेगा! जिस तरीके की बातें समाचार पत्रों में आ रही हैं, वह राज्य या राज्य रूपी शरीर के तंत्र को पूरी तरीके से दूषित करने के लिए काफी है। यदि गौमुख में ही गंगा अपवित्र हो जाएगी।
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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा,'' सरकारी प्रशासन तंत्र में प्रवेश के वक्त ही रुपए की बोली लगेगी तो जो सरकारी नौकरी में आएगा, वह हर चीज में कट देखेगा, हर सेवा की बोली लगायेगा और राज्य वर्षों-वर्षों तक प्रदूषित होता रहेगा। इस भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री ही निर्णायक प्रहार कर सकते हैं, हम सब उनके साथ होंगे।