रायपुर: झारखंड में मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम के चलते विधायकों की खरीद-फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग )की आशंका बढ़ रही है| ऐसे में सत्तारूढ़ झामुमो-कांग्रेस गठबंधन के विधायकों को छत्तीसगढ़ के रायपुर ले जाया गया| मंगलवार शाम झारखंड यूपीए विधायक छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट पहुंचे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मंगलवार देर रात मेफेयर रिसॉर्ट पहुंचे। मेफेयर रिसॉर्ट में झारखंड के UPA के विधायक ठहरे हुए हैं। यहां उन्होंने यूपीए विधायक से मुलाकात की|
झारखंड में कायम राजनीतिक अनिश्चितता के बीच सत्ताधारी गठबंधन के विधायकों का कुनबा शाम चार बजकर चालीस मिनट पर स्पेशल फ्लाइट से रायपुर के लिए रवाना हुआ था। इस कुनबे में यूपीए के 32 विधायक शामिल हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर इन्हें इंडिगो की स्पेशल फ्लाइट पर बिठाकर खुद अपने आवास लौट आये हैं। मुख्यमंत्री सहित उनके कैबिनेट में शामिल मंत्री रांची में ही हैं।
झारखंड CM हेमंत सोरेन ने कहा,''कोई अनहोनी नहीं होगी। हर परिस्थिति का सामना करने के लिए सत्ता पक्ष तैयार है। रणनीति के तहत कार्य किए जा रहे हैं। उसी रणनीति की छोटी सी झलक पहले और आज सभी ने देखा, आगे भी कई चीजें देखने को मिलेंगी। राज्य में षड्यंत्रकारियों को जवाब सत्ता पक्ष तरीके से देगी| हम हर चीज के लिए तैयार हैं, स्थिति हमारे नियंत्रण में है। CM हेमंत सोरेन ने कहा,'''मैं विधायकों के साथ जाऊंगा या नहीं ये मैं बाद में बता दूंगा|
गौरतलब है कि झारखंड इस समय सियासी संकट के दौर से गुजर रहा है| विपक्षी पार्टी बीजेपी ने राज्य के सीएम हेमंत सोरेन को लाभ के पद मामले में विधानसभा से अयोग्य घोषित करने की मांग की है|
वही,छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी दल कांग्रेस के नेताओं ने बताया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस के लगभग 32 विधायक आज शाम विशेष विमान से रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पहुंचे, इनमें कांग्रेस के 17 विधायक शामिल हैं| कांग्रेस नेताओं ने बताया कि विधायकों के रायपुर पहुंचने के बाद सुरक्षा के साथ बसों में उन्हें नवा रायपुर स्थित मेफेयर रिसॉर्ट के लिए रवाना किया गया|