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‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ आधी आबादी की राजनीतिक दावेदारी की आवाज है: रायबरेली में 'शक्ति संवाद' में प्रियंका गांधी बोलीं- परिवर्तन लाना है तो हमें एकजुट होना पड़ेगा

  • by: news desk
  • 19 December, 2021
‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ आधी आबादी की राजनीतिक दावेदारी की आवाज है: रायबरेली में 'शक्ति संवाद' में प्रियंका गांधी बोलीं- परिवर्तन लाना है तो हमें एकजुट होना पड़ेगा

रायबरेली: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस (Congress) महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) प्रदेश की महिलाओं को साधने की पूरी कोशिश में लगी हुई हैं| कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों  (UP Assembly Election 2022 ) के लिए महिला घोषणा पत्र भी जारी किया है|  उत्तर प्रदेश के रायबरेली में रविवार को कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने 'महिला शक्ति संवाद रैली' को संबोधित किया और इस शक्ति संवाद में वह स्थानीय महिलाओं से बातचीत भी की|



रायबरेली में 'शक्ति संवाद' में प्रियंका गांधी ने कहा कि,'हमने अपना महिला घोषणापत्र जारी किया है, जिसमें सिर्फ स्मार्टफोन और स्कूटी नहीं है। वह आपके स्वास्थ्य, शिक्षा, सेहत, अर्थव्यवस्था और आपके अधिकारों के बारे में है। मैं आपसे कहती हूं कि आप हमें शक्ति दीजिए, हम आपको शक्ति देंगे। हम सब साथ मिलकर परिवर्तन लाएंगे। हम मिलकर इस समाज को समझाएंगे कि महिलाओं को नकार नहीं सकते। महिलाओं को बराबरी का अधिकार चाहिए।



प्रियंका गांधी ने कहा कि,'आज प्रदेश में जगह जगह महिलाओं पर अत्याचार होता है और उल्टा पीड़िताओं पर ही मुकदमा दर्ज किया जाता है। यह गलत है। इसे बदलना होगा। आप सब ठीक कहती हैं कि अपने लिए खुद लड़ना होगा। आप लड़िए, मैं आपके साथ हूं। तय कर लो कि जो महिलाओं के लिए काम नहीं करेगा, सशक्त नहीं करेगा, उसे वोट नहीं मिलेगा। एक शौचालय या एक सिलेंडर से काम नहीं चलेगा। आपको सशक्त किया जाए। आपको आपका अधिकार मिले।




प्रियंका गांधी ने कहा कि,''हर जगह यही दिखता है कि लड़कियां बहादुरी से लड़ रही हैं। सीतापुर में मुझे जिन पुलिसकर्मी लड़कियों ने गिरफ्तार किया था, मैंने पाया उनका भी शोषण हो रहा है। हर कहीं महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है। मेरे मन में आया कि मुझे लड़कियों के लिए लड़ना है। हमें एकजुट होकर लड़ना है। हमारे बारे में कोई बात क्यों नहीं कर रहा है? अगर सारी महिलाएं एकजुट हो जाएं और तय कर लें कि हम इस देश की राजनीति बदलेंगे तो ये राजनीति बदल जाएगी।  महिलाएं अगर कह दें कि हमारे लिए काम करो वरना हम तुम्हें वोट नहीं देंगे। हमने महिलाओं के लिए अलग से घोषणापत्र बनाया। इसका असर हुआ और बाकी पार्टियां भी घोषणा करने लगी हैं।



 प्रियंका गांधी ने कहा कि,''आज से 2 साल पहले मुझे कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया था, तब से ही मैं उत्तर प्रदेश में जगह-जगह जा रही हूं, लोगों से मिल रही हूं | 




उन्नाव में एक लड़की का बलात्कार हुआ था और उसके बाद उसको जलाया गया था, उसकी हत्या की गई थी

प्रियंका गांधी ने कहा कि,''डेढ़ साल पहले पास ही में उन्नाव में एक लड़की का बलात्कार हुआ था और उसके बाद उसको जलाया गया था, उसकी हत्या की गई थी| उन्नाव पीड़िता के परिवार ने मुझे बताया कि कैसे उसकी मृत्यु के बाद उन्हें प्रताड़ित किया गया और उससे पहले किस तरह उनकी छोटी बेटी को धमकाया गया। उसके पिताजी और भाइयों को पीटा गया। उसके पिताजी ने मुझे कुछ नहीं कहा लेकिन कुछ समय बाद फूट फूट कर रोए | उन्नाव पीड़िता के पिता ने कहा कि मेरी बेटी मेरे बेटों से भी बढ़कर थी। मेरी बेटी के साथ जो भी हुआ, वो फिर भी घबराई नहीं, वो लड़ी। सुबह उठकर मुझे कहती थी कि पापा आप मेरे साथ मत आओ। मैं अकेली जाऊंगी। अपने मुकदमे को लड़ने हेतु ट्रेन में अकेली रायबरेली आती थी | अपने मुकदमे को लड़ने के लिए रायबरेली इसलिए आती थी क्योंकि उन्नाव में उसकी FIR भी दर्ज नहीं हुई थी। उसके बाद कई ऐसे हादसे हुए |



हाथरस में एक लड़की का बलात्कार किया गया, रात में उसका अंतिम संस्कार किया गया

प्रियंका गांधी ने कहा कि,''हाथरस में एक लड़की का बलात्कार किया गया। बीच रात में उसका अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस प्रशासन ने उसके माता पिता को उसका चेहरा भी नहीं देखने दिया|



महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है

प्रियंका गांधी ने कहा,''कुछ समय पहले मैं ललितपुर गई। वहां 2 किसानों ने आत्महत्या की। वहां मुझे एक किसान की बेटी सविता मिली। सविता को अपने पिता की मृत्यु का बहुत दुःख था। सविता ने कहा कि मेरी मां अकेली पड़ जाएगी, उसकी देखभाल कौन करेगा?.|...प्रियंका गांधी ने कहा कि,''मैं जहां जाती हूं, यही दिखता है कि महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है। जब मैं सीतापुर में गिरफ्तार हुई, तब सुबह के चार बजे थे। दो महिला पुलिसकर्मी मेरे साथ थी। मेरे मन में आया कि अपना घर छोड़कर सुबह 4am तक वो अपनी ड्यूटी कर रही हैं, उनका भी शोषण किया जा रहा है|



प्रियंका गांधी ने कहा,''हर तरफ, जहां देखो महिलाओं का शोषण किया जा रहा है। महिलाओं के जो अधिकार हैं, वो उनको नहीं मिल रहे हैं। मेरे मन में आया कि महिलाओं हेतु कुछ करना है और सबसे बड़ी बात हम यही कर सकते हैं कि आपको समझा सकें कि आप अपनी 'शक्ति' को पहचानिए | हमने शक्ति विधान बनाया, ये महिलाओं के लिए एक घोषणा पत्र है। इसमें तमाम घोषणाएं हैं, कार्यक्रम हैं जो हम आपके लिए करना चाहते हैं। जो चीज़ें हम आपको सशक्त करने के लिए करना चाहते हैं|



परिवर्तन लाना है तो हम सभी को एकजुट होकर लाना पड़ेगा

उन्होंने कहा,''परिवर्तन लाना है तो हम सभी को एकजुट होकर लाना पड़ेगा। हमें यह समझना पड़ेगा कि हम इस देश की आधी आबादी हैं | सारी महिलाएं एकजुट हो जाएं और तय करें कि हम इस देश की राजनीति बदलेंगे- यह जो राजनीति हो रही है हमारे सामने, जब चुनाव के समय बड़े-बड़े नेता घोषणाएं कर देते हैं और चुनाव के बाद भूल जाते हैं| 



प्रियंका गांधी ने कहा,''ऐसी राजनीति जहां हमें चुनावी मंच से सांप्रदायिकता और जातिवाद सिखाया जाता है, यही राजनीति हमें बंद करनी है। हमें चाहिए भविष्य की राजनीति, हमें चाहिए विकास की राजनीति| हम जानना चाहते हैं कि तुम हमें मजबूत कैसे बनाओगे? हमारे लिए क्या करोगे? अगर इस देश की सारी महिलाएं एकजुट होकर एक आवाज़ उठाएं और कहें कि हमें ऐसी राजनीति दो नहीं तो हम तुम्हें वोट नहीं देंगे तो आप बताइए, कैसे नहीं बदलेगी इस देश की राजनीति|




उन्होंने कहा,''हमने एक पहल की और कहा कि महिलाएं अपनी शक्ति पहचानो, एक नारा दिया - 'लड़की हूं लड़ सकती हूं', एक घोषणा पत्र निकाला जिसमें सिर्फ महिलाओं के बारे में है कि हम उनके लिए क्या करना चाहते हैं उसके बाद बाकी पार्टियों ने भी घोषणाएं शुरू कर दी| आशा बहुओं का मानदेय बढ़ाया गया है। अभी तक 5 सालों में तो नहीं किया था, अब क्यों कर रहे हैं? क्योंकि अब पहचान रहे हैं कि महिला जागरूक हो गई है, वो समझ रही हैं कि उनमें शक्ति है|




लोकतंत्र में सबसे बड़ी शक्ति वोट

प्रियंका गांधी ने कहा,''परसों PM की सभा में सिर्फ महिलाओं को बुलाया है। मैं बहुत खुश हूं कि सभी पार्टियां समझ रही हैं कि अगर महिलाओं हेतु कुछ नहीं किया, तो वोट नहीं मिलेगा। आप समझिए कि इस छोटी सी पहल से सभी राजनीतिक पार्टियां जागरूक हो गई हैं | आज मैं कह रही हूं कि आपको भगवान ने अपने पैरों पर खड़े होने की शक्ति दी है, इस शक्ति को पहचानो। लोकतंत्र में सबसे बड़ी शक्ति वोट है। आज से यह तय कर लो कि जो महिला को सशक्त करने का काम नहीं करेगा, उसको वोट नहीं मिलेगा |



हम परिवर्तन लाएंगे

प्रियंका गांधी ने कहा कि,;आप लड़िए, मैं आपके साथ हूं। कांग्रेस की पूरी राजनीतिक शक्ति आपके साथ है। साथ में हम परिवर्तन लाएंगे। एक साथ होकर हम इस देश और प्रदेश को समझाएंगे कि महिला को नकार नहीं सकते। शोषण का विरोध करेंगे और अपना हक मांगेंगे। आज आप अगर लड़ना शुरू नहीं करेंगी तो कब करेंगी। आज ये लड़कियां शिक्षा और रोज़गार चाहती हैं। सरकार का काम है कि इन्हें सशक्त करें। आपसे आग्रह है कि आप हमें शक्ति दीजिए और हम आपको शक्ति देंगे। जब हम एकजुट हो जाएं, तो कोई रोक नहीं पाएगा|



‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ आधी आबादी की राजनीतिक दावेदारी की आवाज है। मुझे खुशी है कि मेरी बहनें एकजुट होकर इस आवाज को मजबूत बना रही हैं। ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ शक्ति संवाद, रायबरेली: प्रियंका गांधी



रायबरेली 'शक्ति संवाद' में छात्रा रुचि सिंह

रुचि सिंह ने कहा कि, "मैं घर से निकलती हूं तो लोग कहते हैं कि लड़की को घर से बाहर मत जाने दो। मैं क्यों नहीं जा सकती? मैं लड़की हूं लेकिन सबकुछ कर सकती हूं। आपका 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' नारा मुझे बहुत हिम्मत दे रहा है।"  



शक्ति संवाद कार्यक्रम में  छात्रा अंजलि ने कहा कि,''बेटियों को बस इतनी हिम्मत देने की जरूरत है कि जब तक है सांस तब तक लड़ो, जब तक हिम्मत है तब तक लड़ो। आपके अभियान से हमें भी हिम्मत आ गई है। हम घर तो चलाते ही हैं, देश भी चलाने की हिम्मत आ गई है। 



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