रायबरेली: रायबरेली जिले के हरचंदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत चकसुंडा गांव में 6 दिसम्बर की शाम को 50 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर शव खेत में डाल दिया गया। इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया गया है। रायबरेली पुलिस ने बुधवार को आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया।व्यक्ति की गांव के ही शख्स ने लाठी से ताबड़तोड़ वार कर हत्या की थी। 50 वर्षीय व्यक्ति के गाली गलौज करने के कारण हत्या को अंजाम दिया गया। मंगलवार को सुबह चक सुंडा गांव निवासी 50 वर्षीय बेचे लाल उर्फ संतलाल पुत्र राम आसरे रक्तरंजित शव गांव से थोड़ी दूर खेत में पड़ा मिला था। हत्याकांड के खुलासे को लेकर पुलिस की तीन टीम गठित की गई थी। वहीं बुधवार को घटना का खुलासा कर दिया गया।
पुलिस ने बताया कि,''संक्षिप्त विवरण दिनांक 07 दिसंबर 2021 को थाना हरचन्दपुर पर सूचना प्राप्त हुयी कि बेचेलाल पुत्र स्वर्गीय रामआसरे (उम्र करीब 50 वर्ष) निवासी ग्राम चकसुंडा थाना हरचंदपुर जिनका शव गांव के बाहर मिला था। प्राप्त सूचना पर तत्काल प्रभारी निरीक्षक हरचंदपुर द्वारा पुलिस टीम के साथ व क्षेत्राधिकारी महाराजगंज, फॉरेंसिक टीम रायबरेली द्वारा मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया था तथा मृत्यु का सही कारण जानने के लिए शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा की कार्यवाही कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। इस सम्बंध में थाना हरचन्दपुर पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था तथा घटना के त्वरित अनावरण हेतु पुलिस अधीक्षक रायबरेली द्वारा 03 टीमों का गठन किया गया था।
पुलिस ने बताया कि,'' 50 वर्षीय व्यक्ति की हत्या मामले में साक्ष्य संकलन तथा विवेचनात्मक कार्यवाही के आधार पर प्रकाश में आये अभियुक्त महेश पासी पुत्र शीतल पासी निवासी चकसुण्डा थाना हरचन्दपुर को दिनांक 08 दिसम्बर 2021 को गिरफ्तार किया गया है तथा उसकी निशादेही पर घटना के समय पहने हुये वस्त्र बरामद किये गये है जिनमें खून के निशान मिले है।
पुलिस पूछताछ में अभियुक्त महेश पासी ने बताया गया कि मृतक बेचेलाल (उम्र करीब 50 वर्ष) पुत्र स्वर्गीय रामआसरे के साथ पहले खाना-पीना तथा उठना-बैठना था। कुछ दिनों से बेचेलाल गाँव के कुछ अन्य व्यक्तिओं के साथ रहने लगा था। मुझे जहाँ भी मिलता था गाली-गलौज करने लगता था। दिनाँक 06 दिसम्बर 2021 की शाम को मै बेचेलाल के घर के सामने से निकल रहा था तो वह मुझे गालियां देते हुये मारने को दौड़ा। इसी घटना से क्षुब्ध होकर जब मैने देर शाम को बेचेलाल को पानी की बोतल लेकर खेतों की ओर जाते हुये देखा तो मै एक डण्डा लेकर उसका पीछा करते हुये गया और मौका पाकर जान से मारने की नियति से उसके सिर पर हमला किया जिससे उसकी मृत्यु हो गयी।