नई दिल्ली: बिहार में इस साल सूखे की आशंका उत्पन्न हो गई है। बिहार में सामान्य से अब तक करीब 50 प्रतिशत बारिश कम हुई है, वही बारिश नहीं होने के कारण धान की रोपनी कम हुई है। आंकड़ों पर गौर करे तो राज्य में अब तक मात्र 23 फीसदी ही धान की रोपनी हो पाई है।
बिहार के 40 जिलों में सामान्य से बहुत कम बारिश होने से सूखे के हालात पैदा हो गए हैं। आलम यह है कि जुलाई महीना आधे से ज्यादा बीत चुका है और राज्य में अब तक धान की महज 23 फीसदी रोपनी हो पाई।
15 जिले ऐसे हैं जहां 5 फीसदी से भी कम रोपनी हुई है। मुंगेर में तो धान की बुवाई शुरू भी नहीं हुई है। जिन जगहों पर किसानों ने धान की बुवाई कर भी ली, तो उनके बिचड़े सूखने के कगार पर पहुंच गए हैं। पानी की कमी से खेतों में दरारें पड़ गई हैं। कुछ किसान पैसा देकर निजी नलकूपों से बिचड़े को बचाने में लगे हैं, लेकिन खर्च ज्यादा आने पर अब किसानों ने जवाब दे दिया है।