नासिक: महाराष्ट्र के नासिक में अफगान उपदेशक जरीफ चिश्ती की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी| युवा सूफी बाबा ख्वाज़ा सैयद जरीफ चिश्ती का मर्डर उन्हीं के परिचितों ने कर दिया| पुलिस का मानना है कि ये हत्या प्रापर्टी विवाद में की गई| पुलिस के मुताबिक, इस हत्या में जरीफ चिश्ती का ड्राइवर समेत लोग शामिल हैं। इनमें से 4 को गिरफ्तार कर लिया गया है। 2 अन्य की तलाश जारी है।
अफगान उपदेशक जरीफ चिश्ती की हत्या पर SP ग्रामीण नासिक सचिन पाटिल ने कहा कि,''हमने जो हत्या का मामला दर्ज़ किया था उसमें 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि उन्होंने चिश्ती (जरीफ चिश्ती) को मारने की योजना बनाई थी|
नासिक ग्रामीण के SP सचिन पाटिल ने कहा कि,''हत्या का मुख्य कारण संपत्ति विवाद था। दो अन्य आरोपी अभी फरार है, पुलिस उनकी तलाश कर रही है|
पुलिस के मुताबिक, घटना मंगलवार 05-जुलाई-2022 शाम करीब 7:30 बजे की है। उस वक्त जरीफ मुंबई से 200 किलोमीटर दूर येवला के चिंचोड़ी में MIDC इलाके के एक प्लॉट पर धार्मिक रस्म कर रहे थे। मौके पर उनका ड्राइवर और अन्य लोग मौजूद थे। जैसे ही यह रस्म पूरी हुई ड्राइवर ने बाबा के सिर पर गोली मार दी, इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद हमलावर बाबा की SUV गाड़ी लेकर फरार हो गए। पुलिस ने 6 जुलाई को सूफी बाबा की SUV बरामद कर ली थी।
बताया जा रहा है कि वे चार साल पहले अफगानिस्तान से भारत आए थे।। बाबा जरीफ को तालिबान से जान का खतरा था। ऐसे में उन्होंने भारत से शरण ली थी। वे अफगानिस्तान से आने के बाद कर्नाटक और दिल्ली में रहे। वे डेढ़ साल पहले ही महाराष्ट्र की सिन्नर तहसील के मीरगांव में आए। कुछ महीने पहले ही वे चिचोड़ी गांव में आकर रहने लगे थे।