● 3 दिनो में साइबर सेल ने 1,79,774 रुपए कराए वापस
● एनीडेस्क एप, लिंक व ओटीपी के माध्यम से काटे थे पैसे
● अलग-अलग मामलों में साइबर सेल ने की कार्यवाही
● सभी प्रकरण में फ्राड के लिए अलग-अलग तरीके किए थे इस्तेमाल
कानपुर: क्राइम ब्रांच और साइबर ठगों के बीच तू डाल-डाल मैं पात-पात की कहावत चरितार्थ हो रही है। साइबर अपराधियों ने लोगों से धोखाधड़ी करके उनके बैंक खातों व क्रेडिट कार्ड से पैसे निकाल लिये। शिकायत मिलते ही कमिश्नरेट कानपुर नगर की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल टीम एक्शन मोड में आई और त्वरित कार्यवाही करते हुए लोगो को उनकी गाढ़ी कमाई वापस कराई।
साइबर अपराधियों ने फ्राड करने के लिए लोगों को लालच देकर या डराकर पैसे ऐंठ लिए। लोगो ने रिवार्ड पाइंट, कैसबैक, क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर, रिमोट एक्सेस एप डाउनलोड कराकर तथा ओटीपी अन्य माध्यम से लोगो के खातों से रकम उड़ा दी। पीड़ितों ने तुरन्त साइबर सेल में अपनी शिकायत दर्ज की साइबर सेल टीम ने त्वरित संज्ञान लेते हुए लोगो के पैसे उनके खाते में वापस कराए।
शिकायतकर्ता जयपाल सिंह निवासी माधवपुर कल्यानपुर ने बताया कि मुझे पेन्शन रिकवरी का मैसेज आया था जिसके बाद एक फोन कॉल आयी और anydesk एप डाउनलोड कराकर मेरे खाते से पैसे कट गए।
अन्य शिकायतकर्ता ने बताया कि बैंक के कस्टमर केयर के नाम से तथा दोस्त बन कर फोन आया था जिसके बाद एक लिंक आया और UPI PIN डालते ही खातों से पैसे कर गए। पैसे वापसी कराने वाली साइबर सेल टीम में साइबर सेल प्रभारी उ0नि0 पुनीत तोमर , का0 पवन कुमार , का0 गौरव यादव ,का0 राहुल , का0 रुपक खोखर शामिल रहे।
बयान साइबर के बढ़ते अपराध को देखते हुए डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि लोगों को साइबर अपराध को लेकर जागरुक होने की जरूरत है, साइबर अपराधी आपको लालच देकर आपकी गोपनीय जानकारी ले लेते है इससे आपको आर्थिक नुकसान हो सकता है किसी के कहने पर आप कोई भी एप डाउनलोड न करें। साइबर फ्राड होने की दशा में तत्काल साइबर हेल्पलाइन न0 1930 पर कॉल कर क्राइम ब्रांच स्थित साइबर सेल में सम्पर्क करें जिससे आपकी सहायता की जा सके।