नई दिल्ली: भारत में ब्रिटेन से लौटे यात्रियों में सार्स-COV-2 के नए स्ट्रेन से अब तक 71 लोग संक्रमित पाए गए हैं। मंगलवार को 20 और नए मामले सामने आए| केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि,''देश में नए यूके वैरिएंट के 71 मामले हैं| यूके के नए स्ट्रेन का वैक्सीन की प्रभावशीलता पर असर पड़ने की संभावना नहीं है|
देश में दो कोरोना वैक्सीन को डीसीजीआई से मंजूरी मिलने के बाद टीकाकरण के लिए तैयारियां पूरे जोर पर हैं| स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक वैक्सीन के इमरजेंसी यूज़ की मंजूरी मिलने के 10 दिन के भीतर वैक्सीन लगाना शुरू कर सकते हैं|
स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया किदेश मे 41 बड़े वैक्सीन स्टोर हैं| हेल्थ केअर और फ्रंटलाइन वर्कर को कोविन (Cowin) एप पर रजिस्टर कराने की ज़रूरत नहीं होगी| इनका डेटा पहले ही सरकार के पास है लेकिन बाकी मामलों में रजिस्ट्रेशन की ज़रूरत होगी|Cowin एप के ज़रिए यूनीक हेल्थ ID generate कर सकते हैं|वैक्सीन लगवाकर एक QR कोड सर्टिफिकेट भी मिलेगा|अगर कोई देश, कोविन अप्प इस्तेमाल करना चाहे तो भारत सरकार इस मामले में मदद करेगी|
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मंगलवार को बताया कि,25 नवंबर से लेकर 25 दिसंबर तक क़रीब 5,000 लोग यूके से महाराष्ट्र आए थे, उनमें से 8 लोगों में कोरोना का नया स्ट्रेन मिला है। हमने उनको इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन में रखा है, उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है|
कर्नाटक में यूके से लौटे 11 लोग सार्स-COV-2 के नए स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए हैं। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बताया कि,यूके से आए 11 लोगों में कोरोना का नया स्ट्रेन मिला है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, 'ब्रिटेन में मिले नए कोरोना स्ट्रेन के मामले भारत में बढ़ते जा रहे हैं। सात जनवरी को ब्रिटेन से पुन: फ्लाइट शुरू करने के फैसले पर भारत सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए। अगर जनवरी, 2020 में कोरोना की शुरुआत में विदेशों से आने वाली फ्लाइट्स को रोका गया होता तो आज ये स्थिति नहीं बनती।'
उन्होंने आगे कहा, 'साथ ही, ब्रिटेन से पिछले दिनों में लौटे सभी यात्री और इनके संपर्क में आए सभी लोग अपना कोरोना टेस्ट जरूर कराएं जिससे कोरोना के इस नए स्ट्रेन को आगे फैलने से रोका जा सके। भारत सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि ब्रिटेन से फ्लाइट चलने के बाद कोरोना के नए स्ट्रेन से पूर्व जैसी स्थिति ना बन जाए।
मालूम हो कि,''एक तरफ देश में कोरोना संक्रमण के रोजाना आने वाले मामलों में गिरावट देखने को मिली है तो वहीं दूसरी तरफ नए स्ट्रेन के मामलों की संख्या में आई बढ़ोतरी ने चिंता को बढ़ा दिया है| बता दें कि ब्रिटेन में मिले नए वायरस के प्रकार से डेनमार्क, नीदरलैंड, आस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्वीट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान एवं सिंगापुर में कई लोग संक्रमित हो चुके हैं। ब्रिटेन की बोरिस जॉनसन सरकार ने नए स्ट्रेन के कारण देश में पूर्ण लॉकडाउन लागू कर दिया है। लॉकडाउन के फरवरी तक जारी रहने की संभावना है।