नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी (भद्दा और सेक्सिस्ट जोक) करने के मामले में अभिनेता रणदीप हुड्डा को संयुक्त राष्ट्र (UN) की,जंगली जानवरों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण सम्मेलन (सीएमएस) के एम्बेसडर के पद से हटा दिया गया है|उन्होंने बहुजन समाज पार्टी की नेता और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर आपत्तिजनक मजाक किया था। रणदीप हुड्डा के जोक को कई सोशल मीडिया यूजर्स ने आड़े हाथ लिया है। सोशल मीडिया पर उनकी गिरफ्तारी की मांग भी की जा रही है। लोगों ने उनके जोक को सेक्सिस्ट और जातिवादी बताया है।
रणदीप हुड्डा को यूनाइटेड नेशन ने जंगली जानवरों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण सम्मेलन (सीएमएस) के एम्बेसडर के पद से हटा दिया है। यह कदम एक पुराने वीडियो के वायरल होने के बाद उठाया गया है, जिसमें अभिनेता को मायावती का मजाक बनाते हुए देखा गया था। संयुक्त राष्ट्र सचिवालय ने एक बयान में कहा कि अभिनेता रणदीप हुड्डा को जंगली जानवरों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण सम्मेलन (सीएमएस) के एम्बेसडर के पद से हटा दिया गया है।
सीएमएस सचिवालय ने कहा कि उन्हें हाल ही में वायरल हो रहे एक वीडियो क्लिप के बारे में पता चला और वीडियो में की गई टिप्पणियों को "आपत्तिजनक" पाया गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि जब हुड्डा को फरवरी 2020 में प्रवासी प्रजातियों के लिए सीएमएस एंबेसडर के रूप में नियुक्त किया गया था, उस समय संगठन इस वीडियो से अनजान था। अब जानकारी होने के बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया जाता है।
दरअसल, रणदीप का एक 9 साल पुराना वीडियो है जिसमें वह मायावती के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करते नजर आ रहे हैं । एक मीडिया हाउस द्वारा 2012 में आयोजित एक कार्यक्रम का यह 43 सेकेंड का वीडियो है, जिसे ट्विटर पर एक व्यक्ति ने हाल ही में साझा किया । इस वीडियो में रणदीप ने एक चुटकुला सुनाया, जिसे जातिवादी एवं कामुक बताया जा रहा है और वह दर्शकों के साथ हंसते भी नजर आ रहे हैं ।
इस वीडियो में रणदीप कहते हैं, “मिस मायावती 2 बच्चों के साथ गली में जा रही थीं । वहां खड़े एक व्यक्ति ने उनसे पूछा- क्या ये दोनों बच्चे जुड़वां हैं ? इसके जवाब में उन्होंने (मायावती) कहा- नहीं, यह 4 साल का है और वह 8 साल का है । इसके बाद उस आदमी ने कहा- मुझे विश्वास नहीं होता कि कोई आदमी वहां दो बार भी जा सकता है ।
''सीएमएस सचिवालय ने कहा कि उन्हें हाल ही में एक वीडियो क्लिप के बारे में पता चला और वीडियो में की टिप्पणी को आपत्तिजनक पाया गया । इसके अलावा यह भी कहा गया कि उन्होंने सीएमएस सचिवालय या सयुंक्त राष्ट्र के मूल्यों को नहीं दिखाया । आगे कहा गया कि जब रणदीप को फरवरी 2020 में राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया था, उस समय संगठन को साल 2012 के इस वीडियो के बारे में नहीं पता था ।
सीएमएस की वेबसाइट पर एक बयान में कहा गया, “सीएमएस सचिवालय को वीडियो में की गई टिप्पणी आपत्तिजनक लगी और वह सीएमएस सचिवालय या संयुक्त राष्ट्र के मूल्यों को नहीं दर्शाती ।” बयान में कहा गया , “हुड्डा अब सीएमएस के राजदूत नहीं हैं ।