नई दिल्ली: राजस्थान में सियासी संग्राम के बीच विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों की जांच चल रही है| कांग्रेस की ओर से ऑडियो टेप जारी किया गया और दावा किया है कि इसमें मौजूद आवाज कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की है| भाजपा ने शनिवार को राजस्थान में कथित फोन टैपिंग से जुड़ी सभी अवैधताओं की सीबीआई जांच की मांग की|
अब इसके बाद कांग्रेस ने पलटवार किया है| कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शनिवार को कहा कि, आज यह स्पष्ट हो गया है कि चोर डरा भी हुआ है, चोर को यह भी पता है कि इस प्रकरण में न केवल एक केन्द्रीय मंत्री, बल्कि उस मंत्री के उपर के भी कई नेता फंसने वाले हैं|
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि शुक्रवार रात और शनिवार को भाजपा को बेनकाब करते हुए कुछ तथाकथित ऑडियो टेप सामने आए। तत्पश्चात कुछ लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज हुआ एवं एसओजी की टीम मानेसर के उस होटल में पहुंची, जहां मनोहर लाल खट्टर की पुलिस के कब्जे में कांग्रेस के कुछ विधायक बंद हैं|
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि जांच रोकने के लिए भाजपा खुलकर अपने सरकारी अमले का दुरूपयोग करते हुए मैदान में आ गई|कांग्रेस के उन विधायकों का वाॅइस सैंपल नहीं लेने नहीं दिया गया, जिनकी आवाज़ इन तथाकथित आडियो टेप में सुनाई दे रही है। उन विधायकों के साथ-साथ बाकी विधायकों को भी पिछले दरवाज़े से निकाल कर तड़ीपार करवा दिया गया|
पवन खेड़ा ने पूछा कि, ''आखिर क्या कारण है, कि सचिन पायलट जी को राजस्थान पुलिस से ज्यादा भरोसा हरियाणा पुलिस पर है...?एक तरफ तो आप अदालत में भी कह रहे हैं कि आप कांग्रेस में हैं और दूसरी तरफ आप भाजपा के संरक्षण में हरियाणा में बैठे हैं| आखिर क्या कारण है कि एकतरफ तो भाजपा संबंधित नामी-गिरामी वकील कोर्ट में साबित कर रहे हैं कि यह विधायक कांग्रेस में हैं, और दूसरी तरफ भाजपा के संरक्षण में वाॅइस सैंपल देने से बचकर पिछले दरवाजे से निकल जाते हो...?
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सुनने में आया है कि अब इन विधायको को भाजपा शासित कर्नाटक में ले जाने के प्रयास हो रहे हैं। आखिर क्या कारण है कि जिन विधायको पर कोई FIR दर्ज नहीं हुई, उन्हें क्यों भाजपा के संरक्षण में तड़ीपार करवा गया...?