नई दिल्ली: निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है| नूपुर शर्मा ने टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मुहम्मद पर उनकी टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ दर्ज नौ प्राथमिकी के संबंध में उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की है।
गौरतलब है कि भाजपा की प्रवक्ता रहते हुए नुपुर शर्मा ने मई महीने में पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद बयान दिया था। इससे बाद पूरे देश में बवाल खड़ा हो गया था। नुपुर के बयान के खिलाफ तीन जून को कानपुर में जुमे की नमाज के बाद हिंसा हुई।
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10 जून को प्रयागराज, रांची, सहारनपुर, हाथरस समेत देश के कई शहरों में नुपुर के बयान के खिलाफ जुमे की नमाज के बाद हिंसा और उपद्रव हुआ। इसके अलावा 21 जून को महाराष्ट्र के अमरावती और 29 जून को राजस्थान के उदयपुर में नुपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने वाले दो लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी।
दो महीने पहले एक टीवी बहस के दौरान नूपुर शर्मा ने मोहम्मद पैगंबर पर विवादित टिप्पणी की थी। इसके बाद इस मामले में काफी ज्यादा विवाद हुआ था। कई इस्लामिक देशों ने भी इस पर ऐतराज जताया था।
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गौरतलब है कि,' इससे पहले भी नूपुर शर्मा सुप्रीम कोर्ट पहुंची थीं। तब उन्होंने देश के अलग-अलग हिस्सों में दर्ज नौ एफआईआर की एक जगह सुनवाई की गुहार लगाई थी| तब सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा को कड़ी फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था कि देशभर में बदतर हालात के लिए सिर्फ आप जिम्मेदार हैं। इसके बाद उन्होंने याचिका वापस ले ली थी।
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