Coal Crisis: देश में एक तरफ से जहां लगातार भीषण गर्मी पड़ रही है और कई राज्यों में तापमान 40 के पार है तो वहीं दूसरी तरफ पावर प्लांट्स में कोयले की कमी ने इस संकट को और गहरा दिया है| इसको लेकर जहां दिल्ली सरकार ने केन्द्र को आगाह करते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के मेट्रो और अस्पतालों की सेवा पर असर इसका पड़ सकता है, तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष बिजली संकट को लेकर केन्द्र सरकार पर हमलावर है|
इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा| राहुल गांधी ने कहा,'20 अप्रैल 2022 को मैंने मोदी सरकार से कहा था कि नफ़रत का बुलडोज़र चलाना बंद करो और देश के पावर प्लांट शुरू करो, आज कोयला और बिजली संकट से पूरे देश में त्राहि-त्राहि मची है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा,''फ़िर कह रहा हूं -
➡ ये संकट छोटे उद्योगों को ख़त्म कर देगा, जिससे बेरोज़गारी और बढ़ेगी।
➡ छोटे बच्चे इस भीषण गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
➡ अस्पतालों में भर्ती मरीजों की ज़िंदगी दांव पर है।
➡ रेल, मेट्रो सेवा ठप होने से आर्थिक नुकसान होगा।
मोदी जी, आपको देश और जनता की फिक्र नहीं है क्या?
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा,''देश में गहराता बिजली का संकट चिंता का विषय है। अस्पताल, उद्योग, रेल व मेट्रो जैसी आवश्यक एवं आपातकालीन सेवाएं बिजली पर निर्भर हैं। अतः यह संकट आमजन को भी सीधा प्रभावित करेगा। केंद्र सरकार को कोयला आपूर्ति को शीघ्र सुनिश्चित कर बिजली उत्पादन सुचारू रखने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।