Ram Bahal Chaudhary,Basti
Share

NSE घोटाला: भारत के अब तक के सबसे बड़े वित्तीय घोटाले पर PM मोदी और FM ख़ामोश क्यों हैं?, कांग्रेस ने पूछे 9 सवाल, कहा- चुप्पी तोड़ें और देश को बताएं कि वो बाबा कौन है? निरंतर ऐसे-ऐसे स्कैम..

  • by: news desk
  • 16 February, 2022
NSE घोटाला: भारत के अब तक के सबसे बड़े वित्तीय घोटाले पर PM मोदी और FM ख़ामोश क्यों हैं?, कांग्रेस ने पूछे 9 सवाल, कहा- चुप्पी तोड़ें और देश को बताएं कि वो बाबा कौन है?  निरंतर ऐसे-ऐसे स्कैम..

नई दिल्ली: कांग्रेस के प्रवक्ता  प्रो. गौरव वल्लभ ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि, मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि हिंदुस्तान में ऐसा भी काम होता है। हिंदुस्तान की सबसे बड़ी स्टॉक एक्सचेंज, नेशनल स्टॉक एक्सजेंच, जिसकी मार्केट कैप है 303 लाख करोड़, 3 ट्रिलियन डॉलर। उसको कोई बाबा चला रहा है। ये मैं नहीं कह रहा हूं, सेबी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है और वो बाबा कौन हैं, सेबी कहती है कि हमें भी नहीं पता है, वो कहाँ रहते हैं, नहीं पता। कोई हिमालय में कोई पहाड़ पर रहते हैं वो बाबा। ये सेबी की रिपोर्ट है। 




कांग्रेस के प्रवक्ता  प्रो. गौरव वल्लभ ने कहा कि,'''ये वही स्टॉक एक्सजेंच है, जहाँ पर बड़े-बड़े लोग अपने स्टॉक को लिस्टेड करते हैं और उनकी वेल्थ एक साल में 8 गुना हो जाती है।  



प्रधानमंत्री जी के एक मित्र की पिछले साल हो गई थी। दूसरे मित्र की दो गुना हो गई। उस स्टॉक एक्सचेंज के निर्णय कौन ले रहा है- बाबा। वो अदृश्य बाबा कौन हैं, ये देश को नहीं पता। हिंदुस्तान की सबसे बड़ी स्टॉक एक्सचेंज को एक बाबा इनविजिबल हैंड चला रहे हैं। वो बाबा का एड्रेस क्या है, किसी को नहीं पता। वो बाबा कौन है, किसी को नहीं पता। वो बाबा वहाँ पर एम्प्लो को नियुक्त करवाते हैं, ये मैं नहीं कह रहा, सेबी की रिपोर्ट की फाइंडिंग की फाइल हैं और मैं उस रिपोर्ट के कुछ अंश आपके सामने रखूगा और पढूंगा। मुझे विश्वास नहीं हुआ, मैंने सेबी की वेबसाइट पर जाकर देखा तो ये ईमेल के जो अंश मैं आपको भेज रहा हूं, ये उस ईमेल के अंश में लिखा हुआ है।




 प्रो. गौरव वल्लभ ने कहा कि,'''बाबा उस नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर को नियुक्त करता है। बाबा उस नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के और ये हिंदुस्तान की सबसे बड़ी स्टॉक एक्सचेंज हैं, बीएसई बोर्ड भी उससे कम है। बाबा उस स्टॉक एक्सचेंज के डायरेक्टर को अपॉइंट करता है, बोलता है इनको डायरेक्टर बना दो। बाबा जो इस स्टॉक एक्सचेंज की एमडी और सीईओ हैं, जिनको बर्खास्त किया गया था 2016 में, उस एमडी और सीईओ को सारे निर्देश ऐसे देता है, जैसे पूरे देश का मालिक वही बाबा है। कौन है बाबा - किसी को नहीं पता। बाबा उस स्टॉक एक्सचेंज में एल्गो ट्रेडिंग (algo trading) होती हैं, एल्गो ट्रेडिंग के जरिए एक सॉफ्टवेयर है, जिससे शेयर के प्राइस निर्धारित होते हैं, डिमांड और सप्लाई के। उस एल्गो ट्रेडिंग में स्कैम हुआ 2016 में। एक और स्कैम हुआ NSE के अंदर, को- लोकेशन चार्जेस। मतलब दूसरी लोकेशन पर कोई स्टॉक ब्रोकर ने अपना टर्मिनल लगाया तो उसके प्राइस और स्टॉक एक्सचेंज के प्राइस में अंतर पाया गया, शेयर के। वो सारे दिशा निर्देश एक बाबा दे रहा है।




,'अब मैं उन बाबा और स्टॉक एक्सचेंज के सीईओ के बीच में क्या-क्या ईमेल की बात हुई, ये ईमेल सारी मैं आपको शॉर्ट में दूंगा। पर कुछ शॉर्ट एक-एक लाइन आपको पढ़कर सुनाता हूं। बाबा लिख रहे हैं, चित्रा रामाकृष्णा, जो की एमडी हैं उस नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की, 2015 में - "Keep bags ready, I am planning a travel to Seychelles", शेशल्स कोई द्वीप है, आप और हम तो सिर्फ फोटो देख सकते हैं, पर बहुत खूबसूरत बीच है, वहाँ बाबा उसको कह रहे हैं – “Keep bags ready, I am planning a travel to Seychelles next month, will try, if you can come with me before Kanchan", ये कंचन भी उस स्टॉक एक्सचेंज में एक एम्प्लाई है, "goes to London and Bharghava to New Zealand. HK is preferred transit or Singapore for onward journey, in case you keep help, please let me know, will do the needful. If you know the swimming" शेशल्स में स्विमिंग की बात हो रही है, बाबा और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सीईओ के बीच में। "If you know swimming then we could enjoy a sea bath". सी बाथ हमने तो नल की टोंटी का बाथ देखा होगा, पर ये सी बाथ की बात हो रही है। “We could enjoy a sea bath in Seychelles and rest in the beach. I am asking my tour operator to connect with Kanchan for all of our tickets". 



ये बाबा और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, जिसकी मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर, 303 लाख करोड़ रुपए है। उसके बीच में बात हो रही है। कब हो रही है- 2015 में। अगला मेल पढ़कर सुनाता हूं। बाबा लिखते हैं फरवरी, 18, 2015 को, किसको- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की एमडी को। ये मैं नहीं, ये सारी इमेल सेबी बता रही है। “Today you are looking awesome" बाबा लिख रहे हैं चित्रा जी को,“You must learn different ways to Platt your hair which will make your looks interesting and appealing!!" अर्थ ये है कि बाल बनाने की विभिन्न तरीकों से अपने बाल संवारो, जिससे आप और भी खूबसूरत लगोगे, ये बाबा लिख रहे हैं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की एमडी को। “Just a free advice, I know you will grab this. Keep March mid little free." मार्च को थोड़ा फ्री रहना, कहीं कार्यक्रम बनाएंगे। 



2015 को बाबा फिर लिखते हैं - "I overheard with Kanchan when you said lets pack and leave, Get ready countdown starts now I accommodate for Seychelles where you can chill it out." 



16 सितंबर को बाबा लिखते हैं - "Did you hear Makara Kundala song, I sent?" ये हिंदुस्तान की जो महिला हैं, ये हिंदुस्तान की दूसरी हाईएस्ट पेड (paid) एग्ज्यूकेटिव थी। मतलब देश में नंबर वन के बाद नंबर दो पर इनकी तनख्वाह थी। देश की सबसे बड़ी स्टॉक एक्सचेंज की एमडी और सीईओ थी ये।  आगे चलो, बाबा लिखते हैं - "Hi Chitra/ Navaz, I am good friend of your foreign shareholders representation committee on your Board and would like to discuss the global trend on the dividend payout that is worldwide accepted with you in person. I am on a trip to India and in Delhi on 7th and 8th March and will be happy to meet on any of these two days at your convenience. Since 7th will be a tight schedule, will March 8th Forenoon work, then we will meet at Vasant Vihar Delhi at my India Office.”  बाबा का एक मेल है, वापस वहाँ से जवाब आता है, एमडी साहब के ऑफिस से, वो भी सुनो - "Greeting from NSE! Thank you for your email to Ms. Chitra Ramkrishna, MD & CEO, NSE. Ms. Ramkrishna will be pleased to meet you on Sunday, March 08, 2015. As regards the time and venue for the meeting, we will touch base with you." 



 प्रो. गौरव वल्लभ ने कहा कि,'''अब आप ये बताइए कि 2016 से ये सारे ईमेल सेबी को पता हैं। आज तक 6 साल हो गए, वो बाबा कौन हैं, वो बाबा हिंदुस्तान के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज में अपने लोगों को अपोयंट कराता है, ऐसे बोलता है, उसकी लिस्ट है और ये ईमेल में लिखा हुआ है। इन लोगों को डायरेक्टर बना दो, इन लोगों को सीईओ बना दो और सीईओ की तनख्वाह 20,000, 25,000, लाख रुपए महीना नहीं है, 5 करोड़ रुपए। बाबा एक मेल करता है, 15 लाख रुपए सालाना का आदमी 5 करोड़ की सैलरी पर अपोइंट हो जाता है, COO of the India's largest stock market नेशनल स्टॉक एक्सचेंज बन जाता है। 



कांग्रेस के प्रवक्ता  प्रो. गौरव वल्लभ ने कहा कि,' अब हम ये पूछना चाहते हैं कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री चुप क्यों हैं? चुप क्यों हैं कि 300 लाख करोड़ का स्टॉक एक्सचेंज जहाँ पर शेयर की प्राइस डिसाइड होती है। जहाँ से लोग आठ गुना अमीर बन जाते है, जहाँ पर छोटे-छोटे निवेशक अपने गाढ़ी कमाई 10,000, 15000 रुपए वहाँ पर इनवेस्ट करते हैं। प्रधानमंत्री जी, वित्त मंत्री जी इससे बड़ा हिंदुस्तान में वित्तीय फ्रॉड, वित्तीय स्कैम, आज तक ना तो हुआ है और मैं विश्वास से कहता हूं, जिस कंपनी की मार्केट कैप 303 लाख करोड़ रुपए है, ना कभी होगा और आप चुप्पी साधे हुए हैं। 



नंबर दो, हिंदुस्तान जिसका लोहा पूरा दुनिया मानती है, उसकी आईटी टेक्नोलॉजी में दुनिया का टैक पावर हाउस है। एक मिनट में अगर चाहें ना, तो उसे आईपी एड्रेस से पता लगा लें कि ये बाबा हैं कौन। जो दिशा निर्देशित कर रहा है स्टॉक एक्सचेंज के लोगों को। एजेंसी चाहे, तो एक मिनट में आईपी एड्रेस से पता लग जाए कि वो बाबा कहाँ रहता है, जो सेबी कह रही है, वो कहीं हिमालय में रहते हैं, गंगा के किनारे। Why an IP address of emails sent by BABA can't be traced till now? दुनिया के सारे देश हम पर हंस रहे हैं। हमारे स्टॉक एक्सचेंज को जिस तरह से एक बाबा चला रहा है और बाबा का नाम नहीं पता। दुनिया के प्रमुख अखबारों में हमारे हंसी के लेख लिखे जा रहे है कि टैक पावर हाउस जो दुनिया का है, वो एक आईपी एड्रेस को ट्रेस नहीं कर पाया कि वो बाबा है कौन, जो ये स्टॉक एक्सचेंज को चला रहा है? 



नंबर तीन - हम मांग करते हैं कि पिछले साढ़े सात सालों में किन-किन लोगों ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के शेयर खरीदे हैं, क्यों बोल रहा हूं मैं, क्योंकि इसकी जानकारी सोर्स बेस्ड मेरे पास है। पर मैं जिम्मेदार पार्टी का जिम्मेदार प्रवक्ता हूं, उन जानकारी को आपको लीक नहीं करना चाहता। पर आपको एक चीज बताना चाहता हूं कि पिछले साढ़े सात साल में किन लोगों ने NSE के शेयर खरीदे और अब NSE का आईपीओ आने वाला है। उनके शेयर की आईपीओ के आते ही 10 गुना प्राइस हो जाएगी, तुरंत। कौन-कौन वो लोग हैं, जिन्होंने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में इन्वेस्टमेंट किया, उन सभी के नाम, उनके डेट ऑफ एक्विजिशन, उनकी प्राइस ऑफ एक्विजिशन भारत सरकार देश के सामने रखें, क्योंकि जैसे ही NSE का आईपीओ जो कि आने वाला है, वो प्राइसेस जिन्होंने भी किए हैं इनवेस्टमेंट 10 गुना एक मिनट में हो जाएगा। तो ये हमारी तीसरी मांग है।



चौथा- 2016 से ये ईमेल की जानकारी बाबा और चित्रा जी के ईमेल, जिसमें बाबा उनके बालों को कैसे संवारना है, उसका वर्णन कर रहे हैं, ये जानकारी जब सेबी को थी, तो वो 6 साल से सेबी क्या कर रही थी? किस-किसका इंतजार कर रही थी, क्या सेबी भी कोई एक दूसरे बाबा से इंस्ट्रक्शन ले रही थी? क्योंकि उनके पास भी हो सकता है, उनकी जांच हो तो पता चले, उनके बाबा ने कहा कि इस बाबा की जांच ना हो। तो 6 साल से जब सेबी के पास चित्रा रामकृष्ण की ये सारी जानकारी थी, तो पिछले छह सालों में सेबी क्या कर रही थी?



नंबर 5-  सेबी को जांच की, सर्च और सीजर की एक्सपर्टीज नहीं है। ये उनको पता है। जब सेबी को जांच की सर्च और सीजर की एक्सपर्टीज नहीं है, तो सेबी ने ये केस 2016 से अब तक सीबीआई, ईडी, एसएफआईओ, इनकम टैक्स, इनको क्यों नहीं दिया? क्या और तीसरा बाबा उनको कह रहा था कि ये केस मत देना आगे? क्यों नहीं दिया जब आपको सर्च और सीजर की एक्सपर्टीज नहीं है, तो why you were not transferring those cases और इस तरह की ईमेल आपने कोई एमडी और सीईओ और कोई बाबा के बीच आपने आज तक सुनी कि तुम्हारे बाल ऐसे संवारना और भी खूबसूरत लगोगी। ऐसी ईमेल सुनी आपने और 2016 से सेबी को जानकारी है और वो चुप्पी साधे हुई। सेबी सर्च और सीजर नहीं कर रही है NSE का, क्योंकि उसके पास कंपिटेंस ही नहीं है। कंपिटेंस ही नहीं है तो सीबीआई को केस क्यों नहीं दिया? एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट को केस क्यों नहीं दिया, इंकम टैक्स को क्यों नहीं दिया, सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस को ये केस क्यों नहीं दिया गया? इसका जवाब प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को देना पड़ेगा।



छठा सवाल- 2015 में NSE में एल्गो स्कैम हुआ। को-लोकेशन स्कैम हुआ, was reported in NSE, उसकी रिपोर्ट आने के बाद सेबी और वित्त मंत्रालय ने क्या एक्शन लिया? देश पूछना चाह रहा है क्योंकि वो स्कैम तो हुआ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में और एल्गो स्कैम क्या है कि आर्टिफिशियल आपकी प्राइस, मान लो मेरी एक्स कंपनी है, आप डिजर्व करते हैं 2 रुपए और आपकी प्राइस दिखा दी ढाई रुपए, पौने तीन रुपए, सवा दो रुपए। आपने क्योंकि जो एल्गोरिदम है, जिससे स्टॉक एक्सचेंज की प्राइस निर्धारित होती है, उसको आपने करप्ट कर दिया।  




नंबर सात- तो 2015 में जब को लोकेशन स्कैम हुआ, NSE में तो उसमें वित्त मंत्रालय और सेबी ने NSE के खिलाफ क्या एक्शन इनिशियेट किए? क्या एक्शन इनिशियेट किया वो भी बताता है, आपको ताज्जुब होगा कि सेबी जो वित्त मंत्रालय के अधीन काम करती है, उसने क्या कहा पता है आपको, NSE तुम अपनी जांच स्वयं की फॉरेंसिक ऑडिट करा कर लो, मुझे नहीं पता। मतलब जहाँ पर चोरी हुई, वहाँ पर पुलिस कह रही है, SEBI is a police of exchanges, पुलिस कह रही है कि तुम चोर हो, तुम अपनी जांच स्वयं कर लो और रिपोर्ट दे दो मुझे।  सेबी ने को-लोकेशन और एल्गो ट्रेडिंग घोटाले की जांच करने के बजाय, एनएसई को फोरेंसिक ऑडिट करने के लिए क्यों कहा? ये सवाल नंबर सात। 




सवाल नंबर आठ- और ये जान कर आप और हतप्रभ रह जाएगे। सेबी ने NSE को कहा 1,000 करोड़ रुपए की पैनेल्टी तुम्हारे ऊपर लगाता हूं, क्योंकि तुमने स्कैम किया 2015 में। ये भी आंकड़े हैं पब्लिक डोमेन में। NSE ने कहा मैं नहीं देता, मैं डिस्प्यूट करुंगा। मतलब जो सेबी, जो कि एक्सचेंज की रेगुलेटर है, उनकी पैनेल्टी को, जहाँ स्कैम हुआ, वो कह रही है कि हम नहीं देंगे, NSE कह रही है कि हम नहीं देंगे वो। क्या ये भी बाबा की इंस्ट्रक्शन थी कि पैनेल्टी मत दीजिए 1,000 करोड़ की। ध्यान रहे 70 प्रतिशत की ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन पर NSE काम कर रही है। हाइली प्रॉफिटेबल फर्म है और जिन लोगों को बाबा ने सीओओ, सीईओ, एमडी बनाया, उनकी तनख्वाह अगर आप सुन लेंगे मुझे नहीं लगता आपकी, मेरी और हम सबकी तनख्वाह मिलाकर पूरे जीवन की इतनी नहीं होगी, जितनी एमडी साहब की है। 44 करोड़ रुपए तो जब उन्होंने नौकरी छोड़ी तो लीव एनकैशमेंट के मिल गए, 44 करोड़ एनकैशमेंट हआ। 



बाबा ने कहा कि इस आदमी को बना दो. 15 लाख में जॉब में करते थे, 5 करोड़ में लग गए। फर्स्ट क्लास एयर ट्रेवल करते हैं, यहाँ से NSE मान लो जा रही है कोई डेलिगेशन लंदन, तो मुंबई से लंदन फर्स्ट क्लास एयर ट्रेवल के उनको राइट मिल गए। अनलिमिटेड एक्सपेंसिस आउट ऑफ पॉकेट जितना चाहो, जो चाहे खर्च कर दो, NSE करेगी, क्योंकि आप 70 प्रतिशत मार्जिन कमा रही हैं, क्योंकि वो कंपनी देश की है, भारत सरकार की है, वो बाबा चला रहे हैं। सबसे बड़ी स्टॉक एक्सचेंज है देश की, वो बाबा चला रहे हैं। कौन बाबा है, नहीं पता, सेबी कह रही है हमें नहीं पता। दुनिया हम पर हंस रही है कि बड़े आईटी पावर हाउस वाले अपने आपको समझते हैं, एक आईपी एड्रेस आप जांच करके नहीं पता लगा पाए कि वो कौन हैं बाबा क्योंकि सरकार पता ही नहीं लगाना चाहती है। 



नंबर नौ- ये भारत की सबसे बड़ी एक्सचेंज और डेरिवेटिव्स की दुनिया की सबसे बड़ी एक्सचेंज है एनएसई। और जो अर्नेस्ट यंग ने फॉरेंसिक ऑडिट की थी, उस फॉरेंसिक ऑडिट की रिपोर्ट को देश के सामने साझा किया जाए, ताकि पता लगे कि ये हिंदुस्तान का सबसे बड़ा वित्तीय घोटाला, भूतो ना भविष्यते, 303 लाख करोड़ की जो एक्सचेंज है, हिंदुस्तान की जो सबसे बड़ी एक्सचेंज है, उसको एक बाबा चला रहे हैं, ये मैं नहीं, सेबी कहती है। वो बाबा कौन है, उन बाबा की क्या जानकारी है, आप और मैं पैसा लगाते हैं, मार्केट में छोटा-छोटा अपनी सैलरी से 5,10 हजार रुपए बचा कर सोचते हैं यहां लगाएं। वो जो पैसा लगता है, वो बाबा के इशारों पर पैसा नाचता है। कौन है वो बाबा- सेबी खामोश, वित्त मंत्री खामोश, प्रधानमंत्री खामोश और खामोश तो खामोश, सेबी कह रही है NSE को कि तुम स्वयं की जांच स्वयं करा लो और जब उस जांच के बाद तुम्हारे ऊपर 1,000 करोड़ रुपर की एक पैनेल्टी है, तो NSE ने कहा कि मैं नहीं देती, चलो जाओ, करना है जो कर लो। ये स्टेट ऑफ अफेयर है हिंदुस्तान की सबसे बड़ी और स्टॉक एक्सचेंज की और डेरिवेटिव एक्सचेंज में दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज है, ये स्टेट ऑफ अफेयर है।




 प्रो. गौरव वल्लभ ने कहा कि,''हम मांग करते हैं कि वित्त मंत्री जी, बैंकों में तो अपने रिकॉर्ड बनाया, कल हमने प्रेस वार्ता की सिंगल लार्जेस्ट बैंकिंग फ्रॉड 22,842 करोड़ का एबीजी शिपयार्ड का होता है, वित्त मंत्री जी को कोई परवाह नहीं है। प्रधानमंत्री जी को कोई परवाह नहीं है। कल हमने प्रेस वार्ता की, प्रतिदिन 195.5 करोड़ का फ्रॉड बैंकिंग इंडस्ट्री में हो रहा है देश में, जैसे ही दिन खत्म होता है, हमारे जो धोखेबाज लोग हैं, लुटेरे लोग हैं, वो हमारा पैसा लेकर भाग जाते हैं, 195 करोड़ प्रतिदिन और मनरेगा का बजट भी उतना ही है प्रतिदिन का। मतलब पूरे देश का मनरेगा का बजट -पिछले साढ़े सात वर्षों में प्रति दिन बैंक धोखाधड़ी के बराबर है और आज ये जो सनसनी खुलासा हुआ है और ये ईमेल जब मैने पढ़ी, आदरणीय साथियों, यकीन मानो मैंने चार बार पढ़ी, क्योंकि मैंने ऐसी भाषा एक मैनेजिंग डायरेक्टर को एक बाबा लिख रहा है और वो बाबा इंस्ट्रक्शन दे रहे हैं कि आप इन – इन लोगों को सीओओ बना दो, इन-इन लोगों को वाइस प्रेसिडेंट बना दो, इन-इन लोगों को प्रेसिडेंट बना दो इन-इन लोगों को डायरेक्टर पर बना दो और वैसा काम भी हो रहा है। वो सारी ईमेल जांच में सामने आ रही है, पर सेबी खामोशी, वित्त मंत्री खामोश। 




हम पूछना चाहते हैं कि बाबा कौन हैं, जो देश के लोगों की गाढ़ी कमाई जो वो मार्केट में इनवेस्ट करते हैं, उसको लेकर कभी एमडी साहब के बालों पर टिप्पणी करते हैं, कभी उनकी साड़ी पर टिप्पणी करते हैं, ये कौन है बाबा और सेबी इतनी असहाय क्यों है, क्या उनको भी कोई बाबा निर्देशित कर रहे हैं कि कुछ काम नहीं करना, कोई एक्शन नहीं लेना उसके ऊपर? क्या सेबी के हाथ भी बंधे हुए हैं क्या? वित्त मंत्री जी इतनी खामोश आप क्यों हैं? जब हिंदुस्तान में इतना बड़ा फाइनेंशियल स्कैंडल हो रहा है और आप चप हैं। 




कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि,'''एल्गो की वहाँ पर टैडिंग के स्कैम हो रहे हैं, जब उनके ऊपर स्कैम के चार्ज लग गया 1,000 करोड़ की पैनल्टी लग गई और आप चुप हैं। जो स्टॉक एक्सचेंज भारत की शान होना चाहिए था, लोग हम पर हंस रहे हैं और आप उस बाबा की अभी तक पहचान देश को नहीं बता पाए। जब इन एमडी साहिबा से पूछा गया, आपने बाबा के अनुसार काम किया, सुनिएगा ये बात, उनसे पूछा आपने बाबा के निर्देशों के अनुसार काम किया, बोले हां। बोले बाबा आपको कहाँ मिले थे, बोले 20- 25 साल पहले मैं एक बार हिमालय की तरफ निकल गई थी, तो गंगा के तट पर टहलते-टहलते मिले थे। बोले बाबा जी आपको निर्देश करते हैं, आप काम करते हैं, बोले हाँ, वो बाबा सब जगह हैं। उस जगह भी हैं, इस पंखे पर भी हैं, इस लाइट पर भी हैं। उन बाबा जी के बारे में उन एमडी साहिबा ने ये कहा। 




 प्रो. ने कहा कि,''ये है हमारे देश की आर्थिक स्थिति की हालात? क्योंकि प्रधानमंत्री जी और वित्त मंत्री जी मुझे नहीं पता आपकी क्या बाध्यता है, आपको कोई बाबा निर्देशित कर रहा है... प्रधानमंत्री जी कि इसके ऊपर कोई एक्शन नहीं लेना, क्या कोई बाबा और योगी आपके ऊपर बैठ गया है कि इन चीजों के ऊपर कोई एक्शन मत लीजिए? इन सारे 9 सवालों के हम जवाब चाहते हैं।   303 लाख करोड़, एक कंपनी, जिसको एक बाबा चला रहा है, ई-मेल पर। 



 एक प्रश्न के उत्तर में प्रो गौरव वल्लभ ने कहा कि,'''मेरे को तो समझ में नहीं आता कि एक महिला जो एमडी हैं, उसके ऊपर इस तरह की बातें लिखी जा रही हैं, ई मेल पर फिर भी वो उस बाबा से निर्देश ले रही है, क्या है ये? एक महिला जो एक ऐसी कंपनी की एमडी और सीईओ है, जिसकी मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर है, 303 लाख करोड़ रुपए है, फिर वो ऐसे निर्देश ले रही है कि इसको सीईओ बना दो, इसको वाइस प्रेसीडेंट बना दो, इसको प्रेसीडेंट बना दो। 



कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि,'सेबी को 2016 से सब बात पता है, चुप 6 साल। 6 साल से आप और मैं जो निवेश कर रहे हैं, वो ऐसे बाबा के इशारों पर उस निवेश की कमी या बढ़ोतरी हो रही है। आप और मैं जो छोटा निवेश कर रहे हैं, एक व्यक्ति की 8 गुना निवेश की कीमत बढ़ गई पिछले साल, क्या ये इस तरह से उन बाबा ने कह दिया होगा, इसके बढ़ा दो, इसके कम कर दो। What is this? पूरी हमने जैसे मांग की, किन-किन लोगों ने एनएसई के स्टॉक एक्सचेंज के शेयर खरीदे हैं, नाम बताइए उनका। मेरे पास है, वो जानकारी पर मैं जब तक ऑथेंटिक नहीं होगी, आपके साथ साझा नहीं करूँगा। बहुत बड़े-बड़े लोग हैं, उनमें। क्योंकि इनके प्राइसेस, उनके शेयर्स, जैसे ही आईपीओ आया और वो आने वाला है, 10 गुना हो जाएंगे। 




 प्रो. ने कहा कि,''''हम मांग कर रहे हैं, सेबी चुप क्यों है? हम मांग कर रहे हैं, सेबी ने जब जिस एनएसई के ऊपर जांच स्वयं को करनी चाहिए थी, उसने कहा तुम खुद अपनी जांच कर लो। हम मांग कर रहे हैं, सीबीआई, ईडी, एसएफआईओ क्या सिर्फ चुनाव के दौरान विपक्ष के लोगों के ऊपर छापे मारने के लिए हैं, या ऐसे बाबा को ढूंढने के लिए भी हैं? ऐसे लोगों को भी ढूंढ़ने के लिए हैं, जो हिंदुस्तान के मध्यम आय वर्गीय लोग, जो अपनी गाढ़ी कमाई एक्सचेंजेस में लगाते हैं। जो अपने 5-5, 10-10 हजार सैलरी में से लगाकर मार्केट में लगाते हैं, सोचते हैं कि मेरे पैसे की वृद्धि हो जाएगी, बच्चों की एजुकेशन करवा दूंगा, बिटिया की शादी धूमधाम से कराऊँगा, वृद्ध माता-पिता का इलाज अच्छे से करा पाऊँगा, उनके साथ ये धोखा कर रहे हैं। 




 प्रो. वल्लभ ने कहा कि,''''तो हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री जी और वित्त मंत्री जी इसके ऊपर इमीजिएट व्हाइट पेपर लेकर आएं और अपनी चुप्पी तोड़ें और देश को बताएं कि वो बाबा कौन है? अगर आप ये नहीं बता सकते, तो ये छोटा सा कोई आईटी का इंजीनियर होगा न उसको आप आधा घंटा वो आईपी एड्रेस दे दोगे न, आधे घंटे के अंदर वो बता देगा कि ये बाबा कहाँ से ई मेल कर रहा था, कौन से कम्प्यूटर से कर रहा था। ये जो एमडी साहिबा हैं न, इन्होंने अपने कम्प्यूटर लैपटॉप तक को जला दिया, ई-वेस्ट का नाम देकर। ये क्या हो रहा है? इसकी पूरी जांच, इसके ऊपर पूरा व्हाइट पेपर आना चाहिए, क्योंकि ये छोटा मुद्दा नहीं है। आप निरंतर ऐसे-ऐसे स्कैम कर रहे हो। कल आपने बैंक फ्रॉड का इतिहास रचा। यकीन मानो, मैं थोड़ी बहुत जानकारी मुझे फाइनांस और इकॉनोमिक्स की है, प्रधानमंत्री जितनी नहीं है, पर मैंने 10-15 बार इसको पढ़ा क्योंकि मुझे यकीन नहीं हुआ कि इस तरह से एनएसई काम कर सकती है।


https://www.thevirallines.net/india-news-biggest-scam-in-banking-history-gujarat-abg-shipyard-defrauded-banks-of-rs-22842-crore


1- भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज NSE कौन चला रहा है? करीब 4 ट्रिलियन डॉलर (₹303 लाख करोड़) के market cap के साथ भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज (NSE), हिमालय में रहने वाला एक अदृश्य “बाबा” हिमालय से चला रहें है।


2-भारत के अब तक के सबसे बड़े वित्तीय घोटाले पर PM और FM ख़ामोश क्यों हैं?


3-“बाबा” द्वारा भेजे गये ईमेल के IP Address के द्वारा अब तक “बाबा” को खोजा क्यों नहीं गया? पूरी दुनिया हम पर हंस रही है कि दुनिया के Tech powerhouse के रूप में जाना जाने वाला देश एक ऐसे “बाबा” का पता नहीं लगा सकता जो एक IP Address से ईमेल भेज रहा हो।


 4- पिछले 7.5 वर्षों में NSE में किन-किन लोगों ने निवेश किया उनकी होल्डिंग का पूरा विवरण, अधिग्रहण की कीमत और निवेश की तारीख को सार्वजनिक किया जाना चाहिए? NSE, IPO की योजना बना रहा है और IPO के तुरंत बाद निवेश का मूल्य 10 गुणा तक बढ़ जायेगा।




5-SEBI 2016 से अब तक इस मामले में क्या कर रही थी? जब SEBI को search एंड seizure में कोई विशेषज्ञता नहीं है, तो पिछले 6 वर्षों में यह मामला CBI,SFIO, ED और IT को जांच के लिए क्यों नहीं सौंपा गया। SEBI को ऐसा करने से कौन रोक रहा है?



https://www.thevirallines.net/india-news-cbi-registered-fir-against-abg-shipyard-and-its-directors-for-fraud-of-rs-22842-crore



6-2015 के बाद से जब NSE में को-लोकेशन व एल्गो ट्रेडिंग घोटाले की सूचना मिली, तो वित्त मंत्रालय और SEBI ने क्या कार्रवाई शुरू की?SEBI ने NSE में को-लोकेशन व एल्गो ट्रेडिंग घोटाले की जांच करने के बजाय स्वयं NSE को फोरेंसिक ऑडिट कराने के लिए क्यों कहा?



7- NSE ने SEBI द्वारा लगाये गये ₹1000 करोड़ रुपये के दंड का विरोध क्यों किया, क्या किसी “बाबा” ने ऐसा करने की सिफारिश की थी? क्या SEBI स्टॉक एक्सचेंजों का regulation नहीं कर सकता है या वे किसी अन्य या उसी बाबा के निर्देशों का पालन कर रहे हैं?



8-क्या यह दुनिया के सबसे बड़े derivative एक्सचेंज की स्थिति है? वित्त मंत्रालय को NSE पर श्वेत पत्र लाना चाहिए? सेबी की रिपोर्ट में EY की फॉरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट का उल्लेख क्यों नहीं है?


https://www.thevirallines.net/india-news-congress-attacks-modi-govt-on-the-scam-of-22-thousand-crore-rupees-of-abg-shipyard-modi-model-luto-aur-bhago







आप हमसे यहां भी जुड़ सकते हैं
TVL News

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें : https://www.facebook.com/TVLNews
चैनल सब्सक्राइब करें : https://www.youtube.com/TheViralLines
हमें ट्विटर पर फॉलो करें: https://twitter.com/theViralLines
ईमेल : thevirallines@gmail.com

You may like

स्टे कनेक्टेड

विज्ञापन