नई दिल्ली: केरल के कोल्लम में एक सेंटर पर नीट की परीक्षा देने वाली कम से कम एक छात्रा को कथित तौर पर इनरवियर हटाने के लिए कहने को लेकर उठे विवाद के मद्देनजर राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने एक फैक्ट फाइंडिंग टीम का गठन किया है। NEET परीक्षा के दौरान छात्राओं के इनरवियर उतरवाने के मामले में केरल पुलिस के मुताबिक,''NEET एग्जाम के दौरान सेंटर पर छात्राओं के इनरवियर निकलवाने वाली 5 महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया है
NEET परीक्षा के दौरान छात्राओं के इनरवियर उतरवाने की घटना की जांच के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने मंगलवार को एक तथ्यान्वेषी समिति का गठन किया|
NTA ने कहा, ‘‘विभिन्न मीडिया की खबरों के माध्यम से शिक्षा मंत्रालय के संज्ञान में लाया गया है कि केरल में कोल्लम जिले के पास नीट (स्नातक)- 2022 के केंद्रों में से एक में कथित तौर पर एक घटना हुई।’’तदनुसार, तथ्यों का विस्तार से पता लगाने के लिए एनटीए द्वारा एक तथ्यान्वेषी समिति का गठन किया गया है।
बता दें कि कथित घटना तब सामने आई जब रविवार को अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्स की परीक्षा देने वाली एक लड़की के पिता ने केरल के कोल्लम में परीक्षा केंद्र के अधिकारियों पर अपनी बेटी को हॉल में प्रवेश करने से पहले उसके इनरवियर को हटाने का आदेश देने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
केरल के कोल्लम जिले में 17 वर्षीय एक लड़की के पिता ने सोमवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि उनकी बेटी ने नीट बुलेटिन में उल्लेखित ‘ड्रेस कोड’ का पालन किया जिसमें अंत:वस्त्र के बारे में कुछ भी नहीं बताया गया है। अभ्यर्थी के पिता ने शिकायत में कहा कि हालांकि उनकी बेटी को परीक्षा में बैठने के लिए अपना अंत:वस्त्र निकालने के लिए कहा गया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अय्यूर में मार्थोमा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के परीक्षा केंद्र में कई लड़कियों को इसी तरह के व्यवहार का सामना करना पड़ा। इस घटना के सामने आने के बाद केरल के उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदू ने भी इस घटना को "अमानवीय और चौंकाने वाला" करार दिया और केंद्र से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।