जयपुर: तीनों नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को आगामी 26 नवंबर को एक साल पूरे रहे हैं| इस बीच मेघालय के राज्यपाल सतपाल मलिक ने किसान आंदोलन को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला| किसान आंदोलन पर केंद्र सरकार के रुख को लेकर मेघालय के राज्यपाल सतपाल मलिक ने कड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा, ‘देश में इतना बड़ा आंदोलन आज तक नहीं चला जिसमें 600 लोग शहीद हुए|कुतिया भी मर जाती है तो दिल्ली के नेताओं का शोक संदेश आता है। लेकिन 600 किसान मर गए... कोई बोला तक नहीं।
जयपुर में एक कार्यक्रम में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा,''मैं अगर कृषि कानून के मुद्दे पर कहूंगा तो विवाद हो जाएगा। हालांकि एक राज्यपाल को नहीं हटाया जा सकता लेकिन मेरे कुछ शुभचिंतक मेरे कुछ कहने का इंतजार करते हैं कि ये कुछ बोले और ये हटे।
सत्यपाल मलिक ने कहा,'देश में इतना बड़ा आंदोलन आज तक नहीं चला जिसमें 600 लोग शहीद हुए| कोई हादसा होता है तो दिल्ली के नेताओं का शोक संदेश जाता है। लेकिन किसानों की मौत पर कोई प्रस्ताव नहीं गया। संसद में भी कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया| मलिक ने कहा,''इस आंदोलन में 600 लोग मारे गए हैं... एक कुतिया के मरने पर भी दिल्ली के 'नेता' शोक व्यक्त करते हैं, लेकिन वे लोकसभा में 600 किसानों के प्रस्ताव को पारित नहीं कर सके।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि अगर मैं किसानों के मुद्दों पर कुछ कहता हूं, तो यह विवाद बन जाएगा। अखबार वाले ऐसा कर देते हैं कि मैं 2 हफ्ते तक दिल्ली से फोन का इंतजार करता हूं। हालांकि गवर्नर को हटाया नहीं जा सकता लेकिन मेरे शुभचिंतक इस इंतजार में रहते हैं कि ये कुछ बोले और हटे। मुझे जिसने बनाया था, मुझे दिल्ली के 2-3 लोगों ने बनाया था और मैं उनकी इच्छा के विरोध में बोल रहा हूं, जिस दिन वो कहेंगे कि हमें दिक्कत है छोड़ दो, तो मैं एक मिनट भी नहीं लगाऊंगा।
हाल ही में सत्यपाल मलिक ने कहा था कि अगर भाजपा विरोध कर रहे किसानों की मांगों को पूरा नहीं करती है तो वह सत्ता में नहीं लौटेगी। उन्होंने कहा कि अगर किसानों की मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो यह सरकार सत्ता में नहीं लौटेगी। भाजपा नेता अब चुनाव वाले उत्तर प्रदेश के कई गांवों में प्रवेश भी नहीं कर सकते हैं। मैं मेरठ से हूं। मेरे क्षेत्र में कोई भी भाजपा नेता किसी गांव में प्रवेश नहीं कर सकता है। मेरठ में, मुजफ्फरनगर में, बागपत में वे प्रवेश नहीं कर सकते।