नई दिल्ली:केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की कई सीमाओं पर बैठे किसानों का आंदोलन आज 76-77वां दिन है| किसानों के आंदोलन को लेकर राज्यसभा में दिए गए अपने 'आंदोलनजीवी' वाले बयान का जिक्र करते हुए आज लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि,,''किसानों के पवित्र आंदोलन को बर्बाद करने का काम आंदोलनकारियों ने नहीं, आंदोलनजीवियों ने किया है। इसलिए देश को आंदोलनकारियों और आंदोलनजीवियों के बारे में फर्क करना बहुत जरूरी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि,,किसान आंदोलन को मैं पवित्र मानता हूं। भारत के लोकतंत्र में आंदोलन का महत्व है, लेकिन जब आंदोलनजीवी पवित्र आंदोलन को अपने लाभ के लिए अपवित्र करने निकल पड़ते हैं तो क्या होता है..? दंगा करने वालों, सम्प्रदायवादी, आतंकवादियों जो जेल में हैं, उनकी फोटो लेकर उनकी मुक्ति की मांग करना, ये किसानों के आंदोलन को अपवित्र करना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि,किसानों के पवित्र आंदोलन को बर्बाद करने का काम आंदोलनकारियों ने नहीं, आंदोलनजीवियों ने किया है। इसलिए देश को आंदोलनकारियों और आंदोलनजीवियों के बारे में फर्क करना बहुत जरूरी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि,''देश में एक बहुत बड़ा वर्ग है, इस वर्ग की पहचान है, talking the right thing सही बात कहने में कोई बुराई भी नहीं हैं। लेकिन इस वर्ग के लोग doing the right thing वालों से नफरत करते हैं। ये चीजों को सिर्फ बोलने में विश्वास रखते हैं। अच्छा करने मे उनको भरोसा ही नहीं है।