नई दिल्ली: मन की बात कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,आज मेजर ध्यानचंद जी की जंयती है। हमारा देश उनकी स्मृति में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाता है। 4 दशक बाद भारत को ओलंपिक में हॉकी का पदक मिला। इस समय मेजर ध्यानचंद जहां भी होंगे वहां उनकी आत्मा को प्रसन्नता होगी| देश के युवाओं ने मन में ठान लिया कि कैसे दुनिया में भारत के खिलौनों की पहचान बनानी है। वे अब नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। आज युवा इसपर ध्यान केंद्रित कर रहा |
उन्होंने कहा,हर परिवार में अब खेलों के बारे में चर्चा होने लगी है। क्या हमें अब इसे रूकने देना चाहिए? अब खेल-कूद को रूकना नहीं है। इस गति को अब रोकना नहीं है। अब हमारे खेल के मैदान भरे हुए होने चाहिए|
मन की बात कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,''तमिलनाडु के शिवगंगा ज़िले के गांव की ग्राम पंचायत ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर कचरे से बिजली बनाने का प्रोजेक्ट बनाया है। पूरे गांव से कचरा लाकर उससे बिजली बनाई जाती है। बिजली का इस्तेमाल गांव की स्ट्रीट लाइटों में इस्तेमाल होता है|
'''Mann Ki Baat'''
जब खेल-कूद की बात होती है न, तो हमारे सामने पूरी युवा पीढ़ी नजर आती है और जब युवा पीढ़ी की तरफ गौर से देखते हैं तो कितना बड़ा बदलाव नजर आ रहा है | युवा का मन बदल चुका है | आज का युवा मन बने बनाए रास्तों पर चलना नहीं चाहता है | वो नए रास्ते बनाना चाहता है | अनजाने जगह पर कदम रखना चाहता है: पीएम
अभी कुछ समय पहले ही, भारत ने, अपने स्पेस सेक्टर को ओपन किया और देखते ही देखते युवा पीढ़ी ने उस मौके को पकड़ लिया और इसका लाभ उठाने के लिए कॉलेजों के छात्र, यूनिवर्सिटी, प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले नौजवान बढ़-चढ़ करके आगे आए हैं: पीएम
अभी कुछ दिन पहले ही हमारे देश में खिलौनों की चर्चा हो रही थी।देखते ही देखते जब हमारे युवाओं के ध्यान में ये विषय आया उन्होंने भी मन में ठान लिया कि दुनिया में भारत के खिलौनों की पहचान कैसे बने| मेरे देश का युवा मन अब सर्वश्रेष्ठ की तरफ अपने आपको केन्द्रित कर रहा है। सर्वोत्तम करना चाहता है, सर्वोत्तम तरीके से करना चाहता है। ये भी राष्ट्र की बहुत बड़ी शक्ति बनकर उभरेगा: पीएम
कल जन्माष्टमी का महापर्व भी है। हम भगवान के सब स्वरूपों से परिचित हैं, नटखट कन्हैया से ले करके विराट रूप धारण करने वाले कृष्ण तक, शास्त्र सामर्थ्य से ले करके शस्त्र सामर्थ्य वाले कृष्ण तक: पीएम
हाल ही में सोमनाथ मंदिर से जुड़े निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया गया है। इस से 3-4 किलोमीटर दूरी पर ही भालका तीर्थ है, ये भालका तीर्थ वो है जहाँ भगवान श्री कृष्ण ने धरती पर अपने अंतिम पल बिताये थे। इस लोक की उनकी लीलाओं का वहाँ समापन हुआ था: पीएम
राष्ट्र निर्माण के लिए सबका प्रयास कैसे सबका विकास करता है इसके उदाहरण हमें प्रेरणा भी देते हैं और कुछ करने के लिए एक नई ऊर्जा भर देते हैं, नया विश्वास भर देते हैं, हमारे संकल्प में जान फूँक देते हैं| जब भी स्वच्छ भारत अभियान की बात आती है तो इंदौर का नाम आता ही आता है क्योंकि इंदौर ने स्वच्छता के संबंध में अपनी एक विशेष पहचान बनाई है और इंदौर के नागरिक इसके अभिनन्दन के अधिकारी भी है: पीएम
अब इंदौर के लोग स्वच्छ भारत के इस रैंकिंग से संतोष पा कर के बैठना नहीं चाहते हैं। वे अब ‘वाटर प्लस सिटी’, बनाए रखने के लिए जी जान से जुटे हुए है। यानी ऐसा शहर जहाँ बिना ट्रीटमेंट के कोई भी सीवेज किसी सार्वजनिक जल स्त्रोत में नहीं डाला जाता| हमारे देश में जितने ज्यादा शहर ‘वाटर प्लस सिटी’ होंगे उतना ही स्वच्छता भी बढ़ेगी, हमारी नदियाँ भी साफ होंगी और पानी बचाने की एक मानवीय जिम्मेवारी निभाने के संस्कार भी होंगे: पीएम
मधुबनी में डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद कृषि विश्वविद्यालय और वहाँ के स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र ने मिलकर के एक अच्छा प्रयास किया है –“सुखेत मॉडल”। सुखेत मॉडल का मकसद है गाँवों में प्रदूषण को कम करना| हाल के दिनों में जो प्रयास हुए हैं, उनसे संस्कृत को लेकर एक नई जागरूकता आई है | अब समय है कि इस दिशा में हम अपने प्रयास और बढाएं। हमारी विरासत को संजोना, उसको संभालना, नई पीढ़ी को देना ये हम सब का कर्तव्य है और भावी पीढ़ियों का उस पर हक भी है: PM
आज मेजर ध्यानचंद जी की जन्म जयंती है। हमारा देश इस स्मृति में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाता है| "आज, जब हमें देश के नौजवानों में हमारे बेटे-बेटियों में, खेल के प्रति जो आकर्षण नजर आ रहा है, माता-पिता को भी बच्चे अगर खेल में आगे जा रहे हैं तो खुशी हो रही है, ये जो ललक दिख रही है न मैं समझता हूँ, यही मेजर ध्यानचंद जी को बहुत बड़ी श्रद्धांजलि है| अगर आप इस तरह के प्रयास में जुटे ऐसे किसी भी व्यक्ति को जानते हैं, ऐसी किसी जानकारी आपके पास है तो कृपया #CelebratingSanskrit के साथ social media पर उनसे संबंधित जानकारी जरुर साझा करें: PM
अगले कुछ दिनों में ही ‘विश्वकर्मा जयंती’ भी आने वाली है| भगवान विश्वकर्मा को हमारे यहाँ विश्व की सृजन शक्ति का प्रतीक माना गया है| हमें हुनर को सम्मान देना होगा, हुनरमंद होने के लिए मेहनत करनी होगी | हुनरमंद होने का गर्व होना चाहिए। जब हम कुछ ना कुछ नया करें, कुछ इनोवेट करें, कुछ ऐसा सृजित करें जिससे समाज का हित हो, लोगों का जीवन आसान बने, तब हमारी विश्वकर्मा पूजा सार्थक होगी| हमारी पूजा का भाव यही होना चाहिए कि हम स्किल के महत्व को समझेंगे, और स्किल्ड लोगों को,चाहे वो कोई भी काम करता हो, उन्हें पूरा सम्मान भी देंगे: पीएम
ये समय आजादी के 75वें साल का है | इस साल तो हमें हर दिन नए संकल्प लेने हैं, नया सोचना है, और कुछ नया करने का अपना जज्बा बढ़ाना है| हमारा भारत जब आजादी के सौ साल पूरे करेगा, तब हमारे ये संकल्प ही उसकी सफलता की बुनियाद में नज़र आएंगे | इसलिए, हमें ये मौका जाने नहीं देना है | हमें इसमें अपना ज्यादा से ज्यादा योगदान देना है| इन प्रयासों के बीच, हमें एक बात और याद रखनी है | दवाई भी, कड़ाई भी | देश में 62 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है लेकिन फिर भी हमें सावधानी रखनी है, सतर्कता रखनी | और हाँ, हमेशा की तरह, जब भी आप कुछ नया करें, नया सोचें, तो उसमें मुझे भी जरूर शामिल करिएगा | मुझे आपके पत्र और संदेशों का इंतजार रहेगा | इसी कामना के साथ, आप सभी को आने वाले पर्वों की एक बार फिर ढेरों बधाइयां: PM