नई दिल्ली: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत आज शाम कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने उनके आवास 10 जनपथ पर पहुंचे| कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता हरीश रावत के बीच काफी देर तक बात चली| कांग्रेस नेता हरीश रावत पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के बाद 10 जनपथ से रवाना गए|
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कहा,'मैं उत्तराखंड को लेकर मिला हूं। पंजाब की कोई बात नहीं हुई| गौरतलब है कि अगले साल पंजाब, उत्तराखंड समेत पांच राज्यों में चुनाव होने वाले है| जिसके लिए राजनैतिक पार्टियों की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं|
इससे पहले पंजाब कांग्रेस में चल रही कलह पर विराम लगाते हुए पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने साफ कर दिया है कि पार्टी अगला चुनाव मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में ही लड़ेगी|
कांग्रेस 2022 का विधानसभा चुनाव कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में ही लड़ेगी लेकिन उसके साथ-साथ वह नवजोत सिंह सिद्धू का भी पूरा मान रखेगी। पार्टी के एक महासचिव ने कहा कि जितना जरूरी पंजाब में सत्ता में वापस आना है, उतना ही जरूरी भविष्य के पार्टी के नेताओं को सहेजना भी है। इसलिए नवजोत सिंह सिद्धू का ख्याल रखा जाएगा। एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा कि पंजाब में कुछ बड़े बदलाव संभव हैं। नवजोत सिंह सिद्धू की अहमियत बन सकती है।
वहीं पंजाब कांग्रेस में मतभेदों के बीच पोस्टर वार भी छिड़ा है। पटियाला के बाद अब लुधियाना में नवजोत सिंह सिद्धू के पोस्टर लगे। पटियाला में कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थकों ने अपने-अपने नेताओं के पोस्टर लगाए थे। लुधियाना में एक समर्थन ने कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी के पोस्टर लगाए। पोस्टर में लिखा है कि बब्बर शेर एक ही होता है। व्यक्ति ने कहा कि मैं उनका समर्थक हूं और मेरा कोई राजनीतिक संबंध नहीं है। मैं चाहता हूं कि वे मुख्यमंत्री बनें, क्योंकि वह पंजाब के विकास के लिए काम कर सकते हैं।