नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी के ट्वीट ने किया, मैं बोलता हूं तो इल्म है बगावत का, मैं चुप रहूं तो बेवसी सी होती है। मनीष तिवारी के इस ट्वीट ने कांग्रेस में सियासी हलचल बढ़ा दी है| कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने अपने ट्विटर पर लिखा, मैं बोलता हूं तो इल्म है बगावत का, मैं चुप रहूं तो बेवसी सी होती है।
वही, पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार के कांग्रेस छोड़ने के एक दिन बाद मनीष तिवारी ने आज ही बुधवार को इस फैसले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया और कहा कि राज्यसभा सीट की महत्वाकांक्षा लोगों से बहुत कुछ करवाती है| लुधियाना में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि,''अश्विनी कुमार का कांग्रेस पार्टी छोड़ने का फैसला बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है...
तिवारी ने कहा, ‘जब भी कोई नेता कांग्रेस पार्टी छोड़ता है, तो यह हमारे लिए नुकसान होता है| कल कांग्रेस छोड़ने वाले अश्विनी कुमार पंजाब कांग्रेस के राज्यसभा सांसद थे... यह हमारे लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है|’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘राज्यसभा सीट की महत्वाकांक्षा लोगों से बहुत कुछ करने को मजबूर करती है|
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री और कांग्रेस नेता अश्विनी कुमार ने पार्टी के साथ 46 साल के लंबे जुड़ाव के बाद मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था|कांग्रेस पार्टी से अपने इस्तीफे पर अश्विनी कुमार ने कहा था कि,''पार्टी नेतृत्व को सोचना चाहिए कि पार्टी के निष्ठावान लोग क्यों धीरे-धीरे पार्टी को अलविदा कह रहे हैं। मैंने ये फैसला अपनी अस्मिता और सम्मान को समक्ष रखकर लिया गया है। कांग्रेस अब वो पार्टी नहीं है जो पहले थी| आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी की राजनीतिक भूमिका और भी कम होगी। ,''अब और दम से राजनीति करूंगा और अपनी तकदीर खुद लिखूंगा। आज देश को लोगों को जोड़ने वाली राजनीति की जरूरत है|