नई दिल्ली: एबीजी शिपयार्ड के 22,842 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले को लेकर मोदी सरकार पर विपक्ष का हमला बढ़ता जा रहा है| ABG शिपयार्ड द्वारा 22,842 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि,' मोदी काल में अब तक 5 लाख 35 हज़ार करोड़ रुपये के बैंक फ़्रॉड हो चुके हैं| 75 सालों में जनता के पैसे की ऐसी धांधली कभी नहीं हुई।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, मोदी काल में अब तक ₹ 5,35,000 करोड़ के बैंक फ़्रॉड हो चुके हैं- 75 सालों में भारत की जनता के पैसे से ऐसी धांधली कभी नहीं हुई। लूट और धोखे के ये दिन सिर्फ़ मोदी मित्रों के लिए अच्छे दिन हैं। #KiskeAccheDin
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी रविवार को केन्द्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने ऋषि अग्रवाल और अन्य के मालिकाना हक वाली गुजरात स्थित एबीजी शिपयार्ड कंपनी द्वारा कथित रूप से 28 कंपनियों को चूना लगाए जाने के लिए रविवार को केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पिछले 75 साल में भारत की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी मोदी सरकार की निगरानी में हुई है। सात साल में 5 लाख 35,000 करोड़ रुपए की बैंक धोखाधड़ी ने देश में बैंकिंग प्रणाली को ध्वस्त करके रख दिया है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बैंक धोखाधड़ी के मामलों की जांच में देर मोदी सरकार में शीर्ष पदों पर बैठे लोगों की सांठगांठ और आपसी मिलीभगत के सबूत सामने आ चुके हैं।
''''लूटो और भगाओ' जनता का पैसा लूटवाओ और 'Fraudsters' को भगवाओ'''
यह मोदी सरकार की फ्लैगशिप स्कीम है - बैंक 'Fraudsters' के लिए : रणदीप सिंह सुरजेवाला
सुरजेवाला ने कहा कि पिछले 75 साल में पहली बार 22 हजार 842 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। उन्होंने कहा कि पांच साल तक टालमटोल करके जनता के धन को दिनदहाड़े गबन करने की छूट देने के बाद आखिरकार केंद्रीय जांच ब्यूरो ने इस मामले में सात फरवरी को एफआरआई दर्ज किया। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार बैंक के साथ धोखाधड़ी करने वालों के लिए लूटो और भागो योजना चला रही है।
उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी करने वालों की सूची में नीरव मोदी यानी छोटा मोदी, मेहुल चोस्की, नीशल मोदी, ललित मोदी, विजय माल्या, जतिन मेहता, चेतन संदेसरा, नितिन संदेसरा और अन्य कई नाम हैं, जिनका सत्तारूढ़ पार्टी के साथ करीबी रिश्ता रहा है। ऋषि अग्रवाल और अन्य लोग शहंशाह के नए रत्न हैं।
कांग्रेस नेता ने अपने बयान में कहा है कि आठ नवंबर 2019 को एसबीआई ने एबीजी शिपयार्ड के ऋषि अग्रवाल और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए सीबीआई में अपनी शिकायत दी। इस धोखाधड़ी और जनता के पैसे के गबन के बावजूद सीबीआई, एसबीआई और मोदी सरकार ने पूरे मामले को लालफीताशाही और आपसी टकराव में उलझा दिया। ये कई साल तक होता रहा और जनता का धन नाली में बहता रहा और धोखेबाज लाभ उठाते रहे।
उन्होंने ने कहा कि एक और मजेदार तथ्य यह है कि कैग की रिपोर्ट के बावजूद गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने गुजरात के दहेज में एबीजी शिपयार्ड को 50 हेक्टेयर भूमि आवंटित की। दहेज परियोजना को शिपयार्ड कंपनी ने वर्ष 2015 में बंद कर दिया।
ABG शिपयार्ड को कौड़ियों के भाव जमीनें दी जाती हैं। 'वाइब्रेंट गुजरात' में CM अपने साथ बिठाते और दक्षिण कोरिया ले जाते हैं|
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि,''जब मुख्यमंत्री, नरेन्द्र मोदी जी 2013 में प्रधानमंत्री बनने से पहले कोरिया गए तो अपने डेलिगेशन में एक व्यक्ति को लेकर गए, उसका नाम भी ऋषि अग्रवाल है। अब आप खुद इन तथ्यों से अंदाजा लगा सकते हैं|
उन्होंने दावा किया कि एबीजी शिपयार्ड को गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा 2007 में 1.21 लाख वर्ग मीटर भूमि आवंटित की गई थी। सुरजेवाला ने कहा, ‘‘नियंत्रक और महालेखा परीक्षक ने तत्कालीन गुजरात सरकार को 700 रुपये प्रति वर्ग मीटर पर जमीन आवंटित करने के संबंध में एबीजी शिपयार्ड और ऋषि अग्रवाल को अनुचित लाभ देने का दोषी पाया था, जबकि जमीन की कीमत 100 प्रतिशत अधिक यानी 1,400 रुपये प्रति वर्ग मीटर थी।’’
रुचिकर तथ्य ये है कि इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री, नरेन्द्र मोदी जी ने इसी ABG शिपयार्ड को दहेज गुजरात में, जो बहुत बड़ा पोर्ट है, SEZ के अंदर सरकार की एक्वायर की हुई जमीन में से 50 हेक्टेयर जमीन और दे दी:रणदीप सिंह सुरजेवाला