हुबली: कर्नाटक के पुराने हुबली थाने में पथराव की घटना के बाद शहर में 20 अप्रैल तक आईपीसी की धारा 144 लागू किया गया। कर्नाटक पुलिस ने मामले में एआइएमआइएम पार्षद के पति समेत 88 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है| हुबली शहर में विवादित सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर 16 अप्रैल की रात बड़े पैमाने पर हुई हिंसा के सिलसिले में 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है| आरोपियों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा| वहीं, शहर में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं|
हुबली पुलिस आयुक्त ने बताया,''इस मामले में अब तक एआईएमआईएम पार्षद के पति समेत 88 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है| ओल्ड हुबली पुलिस स्टेशन में पथराव की घटना पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बताया,''हमने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है। जांच के बाद अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी|
पुलिस की टीम विशेष रूप से सीसीटीवी फुटेज देख रही है और दंगाइयों की पहचान कर रही है| साइबर क्राइम टीम व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट में सोशल मीडिया पोस्ट और संदेशों की जांच कर रही है, जिसके कारण हिंसा हुई| पुलिस विभाग ने मामले को गंभीरता से लिया है और जांच की निगरानी एडीजीपी प्रताप रेड्डी कर रहे हैं| हुबली-धारवाड़ के आयुक्त लाभू राम ने पहले ही हिंसा के सभी विवरण उन्हें दे दिए थे|
हुबली पुलिस आयुक्त लाभूराम ने रविवार को बताया था, ,'थाने में एक व्यक्ति के ख़िलाफ़ FIR दर्ज़ कराई गई, जिसने सोशल मीडिया पर वीडियो डाला था। FIR दर्ज़ कर व्यक्ति को गिरफ़्तार किया गया। थाने के बाहर कुछ लोग इकट्ठा हुए थे जिन्हें बाद में बातचीत के बाद हटाया गया। बाद में और लोगों की भीड़ थाने के बाहर जमा होने लगी|
''पुलिस द्वारा मामले में की गई कार्रवाई से उन्हें अवगत कराया लेकिन, उन्होंने पुलिस की नहीं सुनी। उन्होंने थाने के अंदर घुसने और गाड़ियों को नुक़सान पहुंचाने की कोशिश की। हमने जैसे ही भीड़ को हटाने की कोशिश की भीड़ में कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव करना शुरू किया| उन्होंने कहा,''कुछ पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मी घायल हुए। पुलिस की गाड़ियों को भी नुक़सान पहुंचा। मामले में हमने अब तक 6 FIR दर्ज़ की है।
गौरतलब है कि हुबली में 16 अप्रैल की रात एक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद हिंसा भड़क उठी थी| भीड़ ने सार्वजनिक और सरकारी संपत्ति पर पथराव करना शुरू कर दिया| इसके बाद भीड़ ओल्ड हुबली थाने के सामने जमा हो गई थी और पुलिस पर पथराव कर दिया था| हिंसक भीड़ ने पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था और निजी वाहनों को आग लगा दी थी| हिंसा में शामिल भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था|