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दिल्ली पुलिस के खंडन के बाद बोले सिसोदिया- झूठ बोल रही है पुलिस, डिप्टी CM तक को CM से मिलने नहीं दे रहे

  • by: news desk
  • 08 December, 2020
दिल्ली पुलिस के खंडन के बाद बोले सिसोदिया- झूठ बोल रही है पुलिस, डिप्टी CM तक को CM से मिलने नहीं दे रहे

नई दिल्ली: किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के दिन आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घर के अंदर नजरबंद कर दिया है, वह कल सिंघु सीमा पर किसानों से मिलने के लिए गए थे तभी से उन्हें नज़रबंद किया हुआ है। किसी को भी उनका निवास छोड़ने या प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।



 हालांकि, दिल्ली पुलिस ने इन दावों को खारिज किया है| पुलिस का कहना है कि मुख्यमंत्री को नजरबंद नहीं किया गया है| दिल्ली पुलिस के  खंडन के बाद केजरीवाल से मिलने पहुंचे CM मुख्यमंत्री आवास के बाहर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि,''उपमुख्यमंत्री तक को मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दे रहे, और अमित शाह की पुलिस कह रही है कोई हाउस अरेस्ट नहीं है? क्या हमारे देश के किसान के साथ खड़ा होना इतना बड़ा गुनाह है?



मनीष सिसोदिया ने कहा कि,'CM निवास के पास कई MLA खड़े हैं. पुलिस अंदर नहीं जाने दे रही है. फिर भी पुलिस झूँठ बोल रही है कि कोई हाउस अरेस्ट नहीं है. Arvind Kejriwal जी ने किसानों को जेल में डालने के इनके मंसूबे नाकामयाब कर दिए थे, अब इनको डर है कि कहीं वो किसानों के बंद को समर्थन देने न निकल पड़ें.




,''मुख्यमंत्री को हाउस अरेस्ट करके रखा है, लोग मिलने जाना चाह रहे हैं वो(पुलिस) कह रहे है कि आईडी कार्ड दिखाओ। मुख्यमंत्री कैदी हैं जिनसे मिलवाने के लिए पुलिस 2-3 लोगों को लेकर जाएगी? उपमुख्यमंत्री तक को मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दे रहे, और अमित शाह की पुलिस कह रही है कोई हाउस अरेस्ट नहीं है?   क्या हमारे देश के किसान के साथ खड़ा होना इतना बड़ा गुनाह है?



दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि,'मुख्यमंत्री जी ने इनको किसानों के लिए जेल बनाने से रोका तो आज इन्होंने मुख्यमंत्री के घर को जेल बना रखा है। पुलिस तय करेगी कि मुख्यमंत्री किससे मिलेंगे और किससे नहीं...?  सिसोदिया ने कहा कि,''कल जब अरविंद केजरीवाल किसानों से मिलने सिंघु बॉर्डर गए थे, उसके बाद से BJP बुरी तरह घबरा गई है, बीजेपी नेताओं ने उसके बाद से अरविंद केजरीवाल को हाउस अरेस्ट कर रखा है। बीजेपी को डर है कि कहीं अरविंद केजरीवाल किसानों के समर्थन में सड़क पर न निकल आएं|




सिसोदिया ने कहा कि,''सीएम ने विरोध कर रहे किसानों के लिए स्टेडियमों को अस्थायी जेलों में बदलने की अनुमति से इनकार कर दिया। अब, जनता को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है। क्या इसका मतलब यह है कि वह नजरबंद है? ये सभी सुरक्षाकर्मी यहां क्यों तैनात हैं ?:




सिसोदिया ने कहा कि,''CM ऑफ़िस कह रहा है लोगों को आने दो लेकिन पुलिस अंदर नहीं जाने दे रही है. CM से मिलना है या नहीं यह पुलिस तय कर रही है CM नहीं?  फिर भी बीजेपी और उसकी पुलिस बेशर्मी से कह  रही है कि CM को नज़रबंद नहीं किया हुआ. नज़रबंदी/हाउस अरेस्ट और क्या होता है?





इससे पहले सुबह आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर जानकारी दी कि दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घर पर नज़रबंद किया है, मुख्यमंत्री कल जब सिंघु बॉर्डर गए थे तभी से उन्हें नज़रबंद किया हुआ है।आम आदमी पार्टी का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने भाजपा की मदद से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घर में ही नजरबंद कर दिया है। सिंघु बॉर्डर से लौटने के बाद कल से नजरबंद जैसे हालात बना दिए गए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सभी बैठकें रद्द हो गई हैं।




सौरभ भारद्वाज ने कहा कि,'''जब से मुख्यमंत्री सिंघु बॉर्डर पर किसानों से मिलकर और किसानों को समर्थन देकर आए हैं, केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के इशारे पर दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री को अपने ही घर में बैरिकेड लगाकर लगभग नज़रबंद किया हुआ है। उनसे न कोई मिल सकता है, न वो बाहर आ सकते हैंजब से मुख्यमंत्री सिंघु बॉर्डर पर किसानों से मिलकर और किसानों को समर्थन देकर आए हैं, केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के इशारे पर दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री को अपने ही घर में बैरिकेड लगाकर लगभग नज़रबंद किया हुआ है। उनसे न कोई मिल सकता है, न वो बाहर आ सकते हैं




इसके बाद दिल्ली पुलिस ने इन दावों को खारिज किया है| पुलिस का कहना है कि मुख्यमंत्री को नजरबंद नहीं किया गया है| उत्तरी दिल्ली के डीसीपी के ट्विटर हैंडल से शेयर की गई एक तस्वीर में वहां पुलिस की बैरिकेडिंग वगैरह नहीं देखी जा रही है, जैसाकि पार्टी ने दावा किया था|डीसीपी ने कहा कि 'दिल्ली के मुख्यमंत्री को हाउस अरेस्ट करने का दावा गलत है| वो कानून के तहत अपनी गतिविधियां जारी रखने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र |




उत्तरी दिल्ली के डीसीपी एंटो अल्फोंस ने कहा कि,ये बयान बिल्कुल गलत है। दिल्ली के मुख्यमंत्री जहां जाना चाहें, जा सकते हैं|AAP और किसी अन्य पार्टी के बीच टकराव से बचने के लिए यह सामान्य तैनाती है। मुख्यमंत्री को नज़रबंद नहीं किया गया है|







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