भोपाल: केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसान आंदोलन लगातार बढ़ता जा रहा है और एक देशव्यापी आंदोलन में बदलता जा रहा है| सरकार और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच शनिवार को पांचवें दौर की बातचीत हुई थी, लेकिन वो भी बेनतीजा रही थी. किसान इन कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं| शनिवार की बातचीत बेनतीजा रहने के बाद केंद्र ने गतिरोध समाप्त करने के लिए नौ दिसंबर को एक और बैठक बुलाई है|
मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री और भाजपा नेता कमल पटेल का कहना है कि,''जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं वो भाजपा विरोधी हैं और उन्हें किसानों से कोई लेना-देना नहीं है|
किसान आंदोलन को लेकर भाजपा नेता कमल पटेल ने कहा,''जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं वो भाजपा विरोधी हैं और उन्हें किसानों से कोई लेना-देना नहीं है। अगर किसानों के हित में वो होते तो वे इसका कभी विरोध नहीं करते, इसका समर्थन करते|