बस्ती: बस्ती जिले में छुट्टा पशु किसानों के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। किसानों की खड़ी फसलों को देखते ही देखते चट कर जाते हैं। आलम यह है की रात रात भर किसानों को खेतों की रखवाली करनी पड़ रही है। इस समय गेंहू की फसल किसानों ने खेतों में लगाई है। गेंहू की फसल उगनी शुरू हो गई है। लेकिन छुट्टा पशु बड़े पैमाने पर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सर्दी के मौसम में किसान अपने खेतों में अलाव जला कर रात में फसलों की रखवाली को मजबूर हैं।
किसानों का कहना है की गेहूं की बुआई कर दी है। दर्जनों की संख्या में छुट्टा पशु खेतों में घुस कर फसलों को भारी नुकसान कर रहे हैं। किसानों का दर्द है की छुट्टा पशुवों की वजह से फसल बर्बाद हो रही है जहां एक बीघा में 5 से 6 कुंतल गेंहू होता था उस खेत में 2 से 2.5 कुंतल बीघा गेहूं की पैदावार होना मुश्किल है किसानों की फसलों की लागत भी निकलनी मुश्किल हो जाएगी किसानों का कहना है की प्रदेश सरकार ने छुट्टा पशुओं के लिए योजना बनाई है।
जगह जगह गौशाला बनाया गया है। लेकिन छुट्टा पशुओं से किसानों को निजात नहीं मिल रही| सफाई कर्मी दिन में दिखावा कर छुट्टा पशुओं को पकड़ कर गौशाला ले जाते हैं और रात में फिर उन्हीं गौशाला से किसानों को बर्बाद करने के लिए छोड़ दिया जाता है| किसानों का कहना है कि कई बार जिले से लेकर जिला मुख्यालय तक इस की शिकायत की गई लेकिन किसानों को कोई राहत नहीं मिली।
डीएम प्रियंका निरंजन ने कहा कि प्रत्येक ब्लॉक में 5 से 7 गौशाला सक्रिय कराई गई है, जहां पर गौ संरक्षण किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में एनिमल कैचअप की टीम को सक्रिय करने के लिए जो गाड़ी और समान का प्रयोग होता है, उस के लिए टेंडर कर दिया गया है | जल्द ही ग्रामीण क्षेत्रों में एनिमल कैचअप टीम सक्रिय हो जाएगी और छुट्टा पशुओं को पकड़ कर गौशाला मे संरक्षित किया जायेगा।