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एवोकैडो की खेती, कब और कैसे करें ? जाने सबकुछ | Avocado Farming in Hindi

  • by: news desk
  • 05 September, 2023
एवोकैडो की खेती, कब और कैसे करें ? जाने सबकुछ  |  Avocado Farming in Hindi

एवोकाडो फल (Avocado) एक पौष्टिक और स्वादिष्ट फल है जो विश्वभर में पसंद किया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम "Persea americana" है और यह एक आधुनिक आहार का हिस्सा बन चुका है।

यह फल हड्डियों को मजबूत बनाने वाले विटामिन D, कैल्शियम, और पोटैसियम का अच्छा स्रोत होता है। इसमें फाइबर, फोलेट, और विटामिन C भी होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

एवोकाडो का अद्वितीय गुण है कि इसमें "मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स" होते हैं, जिन्हें स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। ये फैट्स हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं।

एवोकाडो को आमतौर पर सलाद, सैंडविच, गुड़िया, और सूप में शामिल किया जाता है। इसका उपयोग गार्निश और डिप्स के रूप में भी होता है।

इसका फल भिन्न आकारों और रंगों में आता है, लेकिन आमतौर पर हरा और गोल होता है, और बीज की जगह एक बड़ा करी पिण्ड होता है।

एवोकाडो एक सुपरफूड के रूप में माना जाता है क्योंकि इसमें स्वास्थ्य के लिए बहुत सारे लाभकारी पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं।



एवोकाडो के पेड़ की जलवायु और मिट्टी की आवश्यकताएं



एवोकाडो (Avocado) पेड़ की जलवायु और मिट्टी की आवश्यकताएं इसकी सफल खेती के लिए कुंजी होती हैं।

एवोकाडो पेड़ (Avocado tree) की खेती के लिए सही जलवायु और मिट्टी का चयन कृषि उत्पादकों के लिए महत्वपूर्ण है। इस फल की उन्नत खेती के लिए निम्नलिखित आवश्यकताएं होती हैं:


1. जलवायु: एवोकाडो पेड़ गर्मी और शुष्कता को पसंद करता है। यह फल गर्मियों के मानसूनी और सूखे मौसम के दौरान अच्छे से पलता है। यह ठंडी और बर्फबारी क्षेत्रों में पुर्ण रूप से विकसित नहीं हो सकता है। इसका अच्छा उपयोग गर्मियों के तापमान 25-30 डिग्री सेल्सियस के बीच होने वाले क्षेत्रों में किया जा सकता है। लगभग 300-500 मिमी (12-20 इंच) वर्ष में वर्षा का स्तर उचित होता है, जिससे एवोकाडो के पेड़ के लिए सबसे अच्छा पर्यापन होता है।


2. मिट्टी: एवोकाडो पेड़ को अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी में उगाना चाहिए ताकि जल स्थागन नहीं होता है। मिट्टी का pH स्तर 6.0 से 7.0 के बीच होना चाहिए, जो एवोकाडो के पेड़ के लिए उचित होता है। मिट्टी को यूरिया और नाइट्रोजन की खाद के साथ तैयार किया जा सकता है ताकि पौधों को आवश्यक पोषण मिले। मिट्टी को अच्छी तरह से बनाने के लिए जल संचार की सुविधा होनी चाहिए ताकि पेड़ को नीरित करने की संभावना न बने।


3. जल सप्लाई: पौधों को पानी की सबसे आवश्यकता होती है जब वे छोटे होते हैं, और उसके बाद नियमित और संतुलित जल सप्लाई देना चाहिए। एवोकाडो पेड़ को तीन साल के पौधों के लिए हर सप्ताह में लगभग 5-10 लीटर पानी दिया जा सकता है। वयस्क पेड़ के लिए, यह प्रति महीने के लिए बढ़ा सकता है, लेकिन बारिश के मौसम में पानी सप्लाई बंद करने से पेड़ को नुकसान पहुंच सकता है।


4. सहारा और बर्फबारी: एवोकाडो पेड़ को ठंडी में सहारा और बर्फबारी से सुरक्षित रखना महत्वपूर्ण है। यह फल 25-30 डिग्री सेल्सियस के नीचे तापमान पर नुकसान पहुंचा सकता है, और इसके नाश्त हो सकते हैं। इसके लिए इसे जमीन पर ले आने और ढकने की आवश्यकता हो सकती है।


5. प्रबंधन और देखभाल: एवोकाडो के पेड़ को प्रुनिंग (कटाई) की जरूरत होती है ताकि यह अच्छी तरह से विकसित हो सके। पेड़ के नियमित और सही तरह से पोषण की जरूरत होती है, और कीट प्रबंधन भी किया जाना चाहिए।



एवोकाडो फसल की बुआई, प्रति हेक्टेयर उपज और भंडारण


एवोकाडो (Avocado) फसल की बुआई, प्रति हेक्टेयर उपज, और भंडारण विचार कृषि किसानों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इस निबंध में, हम इन तीन पहलुओं को विस्तार से विचार करेंगे:


1. एवोकाडो फसल की बुआई (Planting): एवोकाडो के पेड़ की बुआई किसानों के लिए महत्वपूर्ण अवसर होता है। इसे आवश्यकतानुसार मार्च-अप्रैल के बीच करना चाहिए, जब मौसम और जलवायु अच्छे होते हैं। बुआई के लिए योग्य पौधों का चयन करना महत्वपूर्ण होता है, और उन्हें बीजों या पौधों से प्राप्त किया जा सकता है। एवोकाडो पेड़ के बीजों को पहले तो निकालकर रखना चाहिए, और फिर उन्हें जड़ में पूरा करना चाहिए। पौधों को बुआई के बाद पर्यापन देना चाहिए ताकि वे ठीक से विकसित हो सकें।बुआई के लिए छोटे खड़ेणों में बीज बोनाएं और उनके बीच 2-3 फीट की दूरी बनाएं।



2. प्रति हेक्टेयर उपज (Yield per Hectare): एवोकाडो की प्रति हेक्टेयर उपज विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि बीज का प्रकार, खेती की तकनीक, और जल सप्लाई की उपलब्धता। सामान्यत: अच्छी देखभाल के साथ, प्रति हेक्टेयर उपज 10-20 टन तक हो सकती है। एवोकाडो के पेड़ बड़े होते हैं और उन्हें अच्छे से देखभाल करने की आवश्यकता होती है, ताकि उपज अच्छी हो सके। इसमें पौधों की प्रुनिंग, उचित पोषण, और कीट प्रबंधन शामिल होता है।


3. भंडारण (Storage): एवोकाडो को ठंडी में रखकर 2-4 हफ्तों तक भंडारण किया जा सकता है, लेकिन उन्हें जल से बचाना महत्वपूर्ण होता है। इसके लिए इन्हें धूप और गर्मी से बचाने की आवश्यकता होती है, और उन्हें अलग-अलग बॉक्स में रखना बेहतर होता है।





एवोकाडो (Avocado) फल का पेड़ बीज से उगाने के बाद कुछ सालों तक फल देने में लगता है। यह सबसे आमतौर पर पेड़ की आयु, प्रबंधन, और बूटे गए पौधों की स्थिति पर निर्भर करता है।


एवोकाडो पेड़ बीज से उगाने के बाद कुछ महीनों के बाद ही पौधा बनता है, लेकिन फलों का उत्पादन कुछ सालों तक लगता है। आमतौर पर, यह पेड़ अपने फल देने की पूरी क्षमता को पांच से नौ साल के बीच में पहुंचता है।

यह महत्वपूर्ण है कि पेड़ को उचित देखभाल और पोषण दिया जाए, ताकि यह स्वस्थ और फलदायक बन सके। पेड़ की प्रुनिंग (कटाई), पानी का नियमित सप्लाई, और पोषण की सुविधा करना इसके फलों की मात्रा और गुणवत्ता पर असर डाल सकता है।


एवोकाडो का फल हर साल नहीं बनता है, बल्कि सीजनल होता है, और इसकी प्रमुख फसल अक्टूबर से जून के बीच आती है। फलों का उद्घाटन बीजों के बूटने के बाद आते हैं और उन्हें सही समय पर पूरी तरह से पकने देना महत्वपूर्ण होता है।


एवोकाडो को सुपरफूड क्यों कहा जाता है।


एवोकाडो (Avocado) को "सुपरफूड" कहा जाता है क्योंकि यह एक अत्यधिक पोषक और स्वास्थ्यवर्धक खाद्य है, जिसमें अनगिनत आवश्यक तत्व होते हैं जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं। यह खासतर से मेक्सिको, केन्द्रीय अमेरिका, और दक्षिण अमेरिका के क्षेत्रों में पैदा होता है, लेकिन आजकल यह विश्व भर में लोकप्रिय हो गया है।


क्यों एवोकाडो को सुपरफूड कहा जाता है?


  • उच्च पोषण: एवोकाडो में विटामिन, मिनरल्स, और अमीनो एसिड्स की अच्छी मात्रा होती है, जैसे कि विटामिन के, विटामिन सी, विटामिन ई, पोटैशियम, मैग्नीशियम, और फोलेट, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं।

  • हाइ फाइबर: एवोकाडो में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन को सुधारने में मदद करती है और भूख को कम करती है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।

  • हाइ हेल्दी फैट्स: यह एक स्रोत होता है अच्छे फैट्स का जैसे कि मोनॉसैचराइड्स और पॉलीयूनसैचराइड्स, जो दिल के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।

  • एंटीऑक्सीडेंट्स: एवोकाडो में लूटीन और जीजेक्सैंथिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो आंखों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।

  • स्वस्थ आवश्यक तत्व: इसमें अमीनो एसिड्स, जैसे कि लिसीन और फेनाइलीसीन, होते हैं, जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।

  • विषाणुरोधी गुण: एवोकाडो का सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूती प्रदान करता है, जिससे रोगों से लड़ने की क्षमता में सुधार होती है।

  • आहार में सुधार: एवोकाडो का सेवन सब्जियों, सैलड्स, और स्मूदीज में सजाने का एक स्वादिष्ट तरीका हो सकता है, जिससे आप अपने आहार को स्वस्थ बना सकते हैं।



एवोकाडो कहाँ मिलता है और कितने रुपए किलो बिकता है?


एवोकाडो का बड़ा पौधा उच्च गर्मी और तापमान क्षेत्रों में बड़े पौधों के रूप में पाया जाता है। यह फल केन्द्रीय अमेरिका, मेक्सिको, दक्षिण अमेरिका, और भारत में विशेष रूप से पैदा होता है। इसका विश्वभर में व्यापक विपणन होता है, और आप इसे अपने स्थानीय बाजार में खरीद सकते हैं।


एवोकाडो का मूल्य विभिन्न स्थानों और विपणनकर्ताओं के बीच भिन्न हो सकता है। भारत में, एवोकाडो की बाजार में उपलब्धता ज्यादातर शहरों में होती है, और इसकी मूल्य आपके स्थानीय बाजार की स्थिति, पूर्वाधिकृति, और प्रसंस्करण के आधार पर अलग-अलग हो सकता है।


सामान्यतः, एवोकाडो का मूल्य भारत में किलोग्राम के आसपास 200 से 300 रुपए के बीच होता है, लेकिन यह इसके प्रकार और गुणवत्ता पर भी निर्भर कर सकता है। कुछ स्थानों पर यह मूल्य अधिक भी हो सकता है, जबकि कुछ स्थानों पर कम भी हो सकता है।


आपके अधिकतर स्थानीय बाजारों में एवोकाडो का मूल्य किलोग्राम के आसपास 200 से 300 रुपए के बीच हो सकता है, लेकिन इसकी मूल्य बाजार की स्थिति और उपलब्धता के आधार पर भिन्न हो सकती है।



एवोकाडो के 16 फायदे, उपयोग और नुकसान


एवोकाडो, जिसे अकेला भी "बटर फ्रूट" कहा जाता है, एक पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक फल है जिसमें अनगिनत फायदे होते हैं। यह खासतर से मेक्सिको, केन्द्रीय अमेरिका, और दक्षिण अमेरिका के क्षेत्रों में पैदा होता है, लेकिन यह विश्वभर में लोकप्रिय हो गया है। निम्नलिखित हैं एवोकाडो के 16 मुख्य फायदे, उपयोग, और नुकसान:

फायदे:


पोषक गुणवत्ता: एवोकाडो भरपूर पोषण देता है और विटामिन C, विटामिन E, विटामिन K, पोटैशियम, और फोलेट की अच्छी मात्रा होती है, जो आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।

हाइ फाइबर: इसमें हाइ फाइबर होती है, जो पाचन को सुधारता है और बारीक अंदरूनी स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।

हाइ हेल्दी फैट्स: एवोकाडो में हेल्दी मोनॉसैचराइड्स और पॉलीउनसैचराइड्स होते हैं, जो दिल के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।

स्वस्थ आवश्यक तत्व: इसमें अमीनो एसिड्स, जैसे कि लिसीन और फेनाइलीसीन, होते हैं, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट्स: इसमें लूटीन और जीजेक्सैंथिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो आंखों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।

विषाणुरोधी गुण: एवोकाडो का सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूती प्रदान करता है, जिससे रोगों से लड़ने की क्षमता में सुधार होती है।

वजन प्रबंधन: इसमें फाइबर और हेल्दी फैट्स होते हैं, जो वजन कम करने में मदद कर सकते हैं।

हाथ-पैरों की देखभाल: एवोकाडो का मालिश तेल के रूप में उपयोग किया जा सकता है, जो हाथ-पैरों की त्वचा को सॉफ्ट और स्वस्थ बनाता है।

डायजेस्टिव स्वास्थ्य: इसका सेवन पाचन को सुधारता है और आपको सिंड्रोम जैसी समस्याओं से बचा सकता है।

डाइजेस्टिव स्वास्थ्य: इसका सेवन पाचन को सुधारता है और आपको सिंड्रोम जैसी समस्याओं से बचा सकता है।

चोलेस्ट्रॉल के नियंत्रण में मदद: यह दिल के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है, जिससे बुरी चोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है।

कैंसर से बचाव: इसमें फोलेट, विटामिन के, और विटामिन E होते हैं, जो कैंसर से बचाव में मदद कर सकते हैं।

चेहरे की सुंदरता: एवोकाडो का उपयोग चेहरे पर लगाने से त्वचा को निखारा मिलता है और झुर्रियों को कम कर सकता है।

बढ़ती उम्र के चिह्नों को कम करना: यह त्वचा को फायदेमंद अमीनो एसिड्स प्रदान करके उम्र के चिह्नों को कम कर सकता है।

गर्मियों के लिए शीतल: इसे गर्मियों में ताजगी के साथ खाने से ताजा और शीतल महसूस होता है।


नुकसान:


कैलोरीक: एवोकाडो में कैलोरीक मात्रा अधिक होती है, इसलिए ज्यादा सेवन से वजन बढ़ सकता है।

एलर्जी: कुछ लोगों को एवोकाडो की खासी और त्वचा रोग हो सकते हैं।

गैस और तेज़बियत: अधिक सेवन से गैस और तेज़बियत की समस्या हो सकती है।

सेल्फ-बोर्डर: यदि आप अधिकतम मात्रा में खाते हैं, तो आपको सेल्फ-बोर्डर या अन्य त्वचा समस्याएँ हो सकती हैं।

ओक्सलेट्स: एवोकाडो में ओक्सलेट्स होते हैं, जो किडनी स्टोन्स की बढ़ती संभावना को बढ़ा सकते हैं।

किडनी समस्याएँ: अधिक मात्रा में खाने से किडनी समस्याएँ बढ़ सकती हैं।


सावधानी: ध्यान दें कि एवोकाडो का सेवन उपयुक्त मात्रा में किया जाए ताकि इसके फायदे हो सकें और नुकसानों से बचा जा सके। यदि आपके स्वास्थ्य स्थिति या आलर्जी के संकेत होते हैं, तो एवोकाडो का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।


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