अमरोहा: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में RPF (रेलवे सुरक्षा बल) पुलिस कर्मियों पर एक युवक की हत्या करने का आरोप लगा है। अमरोहा जिले में शनिवार की दोपहर में गोशाला में सेवक के रूप में काम करने वाले युवक को हिरासत में लेने के बाद RPF के पुलिस कर्मियों ने पीट-पीट कर उसे मौत के घाट उतार दिया| रविवार सुबह उसका शव रेलवे स्टेशन के पास रेलवे लाइन पर पड़ा मिला। जिसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया है।
घटना सामने आने के बाद अमरोहा रेलवे स्टेशन पर स्थित RPF चौकी में तैनात 7 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने हुए निलंबित कर दिया गया है|
जानकरी के मुताबिक,अमरोहा के मुहल्ला डाक बंगला निवासी हरकिशन सिंह,अपने पत्नी सुखवीरी, बेटे सोनू, विनीत, निक्की, मनोज छोटू तथा बेटी नीतू व नीलम के साथ रहते है। विनीत रेलवे लाइन के दूसरी तरफ श्मशान घाट के पास स्थित गोशाला में सेवकों के रूप में काम करता था।सबमर्सिबल बोरिंग करने का भी काम करता है। शनिवार दोपहर करीब 3 बजे श्मशान के पास बैठा हुआ था।
मृतक के परिजनों का आरोप है कि शनिवार 3:30 बजे को RPF के जवानों ने उसकी बेरहमी से पिटाई की और उसे चौकी ले गए| परिजन चौकी भी पहुंचे लेकिन RPF के लोगों ने युवक की जानकारी होने से ही मना कर दिया| रात में भी युवक घर नहीं पहुंचा| रविवार सुबह उसका शव रेलवे स्टेशन के पास रेलवे लाइन पर पड़ा मिला|
मामले में मृतक के भाई छोटू ने, आरपीएफ चौकी इंचार्ज वीरेंद्र सिंह बिष्ट, कांस्टेबल दिवाकर, संजू, उस्मान, देवेंद्र ठाकुर और दो अज्ञात के खिलाफ शिकायत दी| इस मामले में पुलिस ने चौकी इंचार्ज समेत 7 आरोपियों के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया है|
पुलिस के के मुताबिक,''मृतक के भाई छोटू की तहरीर पर आरपीएफ कर्मियों द्वारा की गई युवक की हत्या के मामले में चौकी इंचार्ज समेत 5 सिपाहियों को नामजद करते हुए कुल 7 आरपीएफ कर्मियों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई।
अमरोहा के ASP आदित्य लाहंगे ने कहा,''सूचना मिली थी कि एक शव रेलवे पटरी पर मिला है। मृतक के पिता ने बताया कि RPF कर्मी उसके बेटे को लेकर गए जिसके बाद शव मिला है। धारा 302 के तहत 5 नामजद और 2 अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज़ किया है। RPF कर्मियों को निलंबित करने की कार्रवाई जारी है|