लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने को लेकर आज यानी बुधवार को अपना दल (K) की नेता कृष्णा पटेल ने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की | अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। कृष्णा पटेल ने कहा,''मैंने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से बात की है। हमारी पार्टियों ने 2022 का विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ने के लिए गठबंधन किया है|
अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने कहा,' हमने SP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाक़ात की और हमारा गठबंधन हो गया है। हम समान विचारधाराओं के लोगों के साथ गठबंधन कर रहे हैं। बहुत जल्द हम संयुक्त मंच पर दिखाई देंगे। सीटों को लेकर अभी कोई बात नहीं हुई है|
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया''श्रीमती कृष्णा पटेल जी के साथ जातीय जनगणना के महत्वपूर्ण और निर्णायक विषय पर सहमति के साथ निरंतर रहेगा समता और समानता का आंदोलन…
कृष्णा पटेल और अखिलेश यादव की मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए पल्लवी पटेल ने लिखा,''समाजवादी पार्टी से गठबंधन हुआ तय,
भाजपा के ख़िलाफ़ मिलकर लड़ेंगे|
आम आदमी पार्टी के नेता व सांसद संजय सिंह ने भी आज समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात की| दोनों के बीच सियासी हालात और गठबंधन को लेकर चर्चा हुई। हालांकि अभी सीटों के बंटवारे पर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है।
उत्तर प्रदेश चुनाव में SP-AAP गठबंधन पर AAP नेता संजय सिंह ने कहा,'अखिलेश यादव के साथ मुलाक़ात हुई। उत्तर प्रदेश को भाजपा से मुक्त कराने के लिए एक सामान्य मुद्दों पर रणनीतिक चर्चा हुई। गठबंधन को लेकर बातचीत तय होगी तो जानकारी दी जाएगी। सीटों को लेकर अभी कोई बात नहीं हुई है|
वही, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी ने मंगलवार को अखिलेश यादव से मुलाकात की थी| सपा का राष्ट्रीय लोक दल के गठबंधन लगभग तय हो गया है। अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख चौधरी जयंत सिंह की मंगलवार को घंटों बात हुई। हालांकि दोनों ने सीटों के बंटवारे पर पत्ते तो नहीं खोले पर चर्चा यह है कि 36 सीटों पर मंथन हुआ है। इनमें तीस रालोद केहिस्से में आ रही हैं जबकि छह सीटों पर रालोद और सपा के कार्यकर्ता सिंबल बदलकर चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि कुछ सीटों पर अभी पेंच फंसने की बात भी कही जा रही है।
उप्र विधानसभा चुनाव 2022 में सपा और रालोद का गठबंधन तो हो चुका है पर सीटों के बंटवारे को लेकर महीनों से मशक्कत चल रही है। पश्चिमी उप्र में रालोद अपना तगड़ा दावा पेश कर रहा है। उधर, सपा मुखिया पश्चिमी उप्र में एक तरफा सारी सीटें रालोद को देने केमूड में नहीं हैं। मसलन मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, मेरठ, बुलंदशहर, बिजनौर, मथुरा आदि जिलों में सपा अपने भी ज्यादा से ज्यादा उम्मीदवार लड़ाना चाह रही है।