मुंबई: महाराष्ट्र में सत्ता पर काबिज शिवसेना ने बीजेपी से समझौते के संकेत शुक्रवार को दिए थे। जिसके बाद से कयास लगने शुरू हो गए कि क्या शिवसेना और बीजेपी फिर एक साथ आएंगे। हालांकि आज शिवसेना सांसद संजय राउत ने बीजेपी से गठबंधन करने की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि,''शिवसेना किसी की पीठ में छुरा नहीं घोंपती| भाजपा के लोग खुलेआम 'शिवसेना भवन में तोड़फोड़ 'करने व CM ठाकरे पर हमला करने की बात करते हैं..जो पार्टी (BJP) शिवसेना को अपना दुश्मन मानती हो उनके साथ कैसे गठबंधन हो सकता है|
बीजेपी के साथ संभावित गठबंधन (possible alliance with BJP) पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा,'''भाजपा में कुछ लोग ऐसे हैं जिन्होंने खुलेआम कहा है कि हम शिवसेना भवन में तोड़फोड़ करेंगे। कुछ केंद्रीय मंत्री ऐसे हैं जो मुख्यमंत्री(उद्धव ठाकरे) पर हमला करने की बात करते हैं। ऐसी पार्टी जो शिवसेना को अपना दुश्मन मानती हो उनके साथ कैसे गठबंधन हो सकता है|
बीजेपी- शिवसेना के संभावित गठबंधन को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा,'''महाराष्ट्र सरकार 5 साल तक सत्ता में रहने के लिए प्रतिबद्ध है। शिवसेना अपने वादों पर काम करती है। अगर किसी को सीएम (भविष्य के मित्र) की टिप्पणी पर खुशी हो रही है, तो इसे 3 साल के लिए रहने दें। शिवसेना किसी की पीठ में छुरा नहीं घोंपती|
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीजेपी नेता को लेकर दिये 'भावी सहयोगी' वाले बयान पर संजय राउत ने कहा कि उनका (उद्धव ठाकरे) मतलब ये था कि बीजेपी से कुछ लोग महाविकास अघाड़ी में आ सकते हैं| हमें ये समझने की ज़रूरत है कि सीएम ने कहा क्या. उनके कहने का मतलब ये था कि बीजेपी से कुछ लोग महाविकास अघाड़ी में आ सकते हैं....हम कहीं नहीं जा रहे हैं|
गौर हो कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भाजपा नेता रावसाहेब दानवे को भावी सहयोगी कहकर संबोधित किया था। जिसके बाद से सियासी गलियारों में खलबली मच गई है। दोनो पार्टियों के बीच करीब 3 दशकों से गठबंधन था जो 2019 में टूट गया था|
मराठवाडा के शहर औरंगाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम उद्धव ठाकरे और रेल राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे एक ही मंच पर थे| दानवे की ओर इशारा करते हुए ठाकरे ने कहा कि ये हमारे पूर्व सहयोगी हैं और भविष्य में अगर साथ आते हैं तो भावी सहयोगी हैं|