Morbi Bridge Collapse: गुजरात के मोरबी पुल हादसे में मृतकों की संख्या सोमवार सुबह 141 पहुंच गई। गुजरात के मोरबी के माच्छू नदी पर बना 'केबल ब्रिज' गिरने से मरने वालों की संख्या सोमवार सुबह तक बढ़कर 141 हो गई। जबकि अब तक 177 लोगों को रेस्क्यू किया गया है| वहीं अन्य लोगों की तलाशी के लिए खोज और बचाव अभियान जारी है।
हादसा रविवार शाम 6.30 बजे तब हुआ, जब 765 फीट लंबा और महज 4.5 फीट चौड़ा केबल सस्पेंशन ब्रिज टूट गया। 143 साल पुराना पुल ब्रिटिश शासन काल में बनाया गया था। यह पुल पिछले 6 महीने से बंद था। कुछ दिन पहले ही इसकी मरम्मत की गई थी। हादसे से 5 दिन पहले 26 अक्टूबर को यह ब्रिज आम लोगों के लिए खोला गया।
ब्रिटिश युग के पुल को छह महीने के लंबे नवीनीकरण के बाद 26 अक्टूबर को जनता के लिए खोल दिया गया। घटना के समय 400-500 लोग पुल पर थे और जब पुल गिरा तो सैकड़ों लोग नदी में गिर गए। कई दृश्य और वीडियो सामने आए हैं, जिसमें लोगों को ढहे हुए पुल के केबलों को पकड़े हुए और यहां ततक कि खुद को सुरक्षा के लिए नेविगेट करने के लिए तैरते हुए दिखाया गया है
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल आज सुबह मोरबी में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। उन्होंने तलाशी अभियान, राहत-बचाव अभियान, घायलों के इलाज सहित सभी मामलों की जानकारी ली और मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना में व्यवस्था को लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
यह बेहद दर्दनाक था: चश्मदीद
मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना की चश्मदीद महिला ने बताया,'' यह बेहद दर्दनाक था, वहां बच्चे-महिलाएं भी थी। मैं रातभर घटनास्थल पर मौजूद रही लोगों की मदद की। मैंने अपने परिवार के सदस्यों के तरह ही में लोगों की मदद की। मैंने शवों को अस्पताल ले जाने के लिए अपना वाहन दिया|
मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना के चश्मदीद युवक ने बताया,''6-6:30 में पुल गिरा, कई लोग पानी में गिरे कई लोगों ने ब्रिज में लगे जाल को पकड़ कर बचने की कोशिश की। कई बच्चों, महिलाओं को मैं खुद अस्पताल लेकर आया, एक महिला थी जो गर्भवति थी उन्हें भी अस्पताल लाया लेकिन उनकी मृत्यु हो गई|
देवानी गांव के एक परिवार के सात सदस्यों की हादसे में मौत
जामनगर जिले के धरोल तालुका के जलिया देवानी गांव में एक परिवार के पांच बच्चों सहित सात सदस्यों की हादसे में मौत हो गई
लापता लोगों के मिल जाने के बाद संभवतः सर्च ऑपरेशन बंद किया जाएगा: NDR
NDRF के DIG (ऑपरेशन) मोहसिन शाहिदी ने बताया,''132 शवों को रिकवर किया गया है। 2 लोगों के लापता होने की सूचना है। NDRF की 5 टीमों को तैनात किया गया है। 2 लापता लोगों के मिल जाने के बाद संभवतः सर्च ऑपरेशन बंद किया जाएगा। कल वहां के लोगों और प्रशासन ने 170 से ज्यादा लोगों को बचाया|
राजकोट के मुख्य अग्निशमन अधिकारी इलेश खेर ने बताया,''राजकोट फायर ब्रिगेड ने 6 नाव, 6 एम्बुलेंस, 2 बचाव वैन, 60 जवान तैनात किए। बड़ौदा, अहमदाबाद, गोंडल, जामनगर, कच्छ से कुल 20 बचाव नौकाएं रेस्कयू का काम कर रही हैं। 12 फायर टेंडर, बचाव वैन, 15 से ज्यादा एम्बुलेंस यहां हैं|
राजकोट जिला कलेक्टर अरुण महेश बाबू ने बताया,''SDRF की 2 टीमें यहां आई हैं, एक NDRF की स्थानीय टीम और दूसरी टीम बड़ौदा से आई है। सेना, वायु सेना, अग्निशमन विभाग और नगर पालिका की टीमें भी यहां मौजूद हैं। सभी ने साथ मिलकर काम किया है|
गुजरात NDRF के कमांडेंट वी.वी.एन. प्रसन्ना कुमार ने बताया,''पानी गंदा होने की वजह से जब पानी के अंदर सर्च करते हैं तो विजिबिलिटी की दिक्कत होती है। झूले के गिरने के कारण वहां कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है, उसके मलबे को निकालकर वहां भी सर्च करेंगे|
करीब 177 लोगों को बचा लिया गया: गुजरात सरकार
गुजरात सूचना विभाग के मुताबिक,''करीब 177 लोगों को बचा लिया गया है। 19 लोगों का इलाज चल रहा है। सेना, नौसेना, वायु सेना, एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड तलाशी अभियान चला रही है|
सरकार हर तरह से पीड़ित परिवारों के साथ: मोदी
मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,''मैं यहां एकता नगर में हूं लेकिन मेरा मन मोरबी के पीड़ितों से जुड़ा हुआ है। हादसे में जिन लोगों ने जान गंवाई है मैं उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं| सरकार हर तरह से पीड़ित परिवारों के साथ है। गुजरात सरकार कल शाम से ही राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है।
जांच के लिए एक कमिटी बनाई गई है: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'केंद्र सरकार से गुजरात सरकार को हर संभव मदद दी जा रही है। NDRF और सेना तैनात है| अस्पताल में लगातार इलाज चल रहा है। हादसे की ख़बर मिलने के बाद ही CM भूपेंद्र पटेल मोरबी पहुंच गए थे। जांच के लिए एक कमिटी बनाई गई है। राहत और बचाव कार्य में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी| आज राष्ट्रीय एकता दिवस हमें इस दुख की घड़ी में एकजुट होकर अपने कर्तव्य पथ पर रहने की संवेदना दे रहा है|
मरम्मत के बाद ही ब्रिज गिर गया इसके पीछे क्या कारण है? इसकी जांच हो
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा,'हम कांग्रेस पार्टी और अपनी ओर से मृतक के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। साथ ही जो भी लोग इस ब्रिज को बनाने में शामिल थे इसकी जांच की जानी चाहिए| इस ब्रिज को ठीक करने के बाद इसका उद्घाटन हुआ और मरम्मत के बाद ही ब्रिज गिर गया इसके पीछे क्या कारण है? इसकी जांच हो। साथ ही इतने लोगों के एक साथ एक समय में ब्रिज पर उपस्थिति का कारण क्या था इसका भी पता लगाया जाए|
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा,''मृतकों के परिवार को जल्द सरकार की ओर से राहत मिलना चाहिए,घायलों को राहत दी जानी चाहिए। कांग्रेस पार्टी के कई नेता घटनास्थल पर पहुंचे और अशोक गहलोत भी घटनास्थल पर पहुंचे रहे हैं,हम अभी इस पर किसी तरह की राजनीति नहीं करना चाहते हैं|
दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए सभी लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं: शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा,''गुजरात में कल की घटना में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है। सबसे पहले मैं दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए सभी लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। जिन लोगों की मृत्यु हुई है उन्हें शांति मिले|
हादसों पर कोई नियंत्रण नहीं कर सकता लेकिन..: शाह
दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा,'गुजरात में दिल दहला देने वाली घटना हुई। घटना में बच्चों समेत कई लोगों की जान चली गई। हादसों पर कोई नियंत्रण नहीं कर सकता लेकिन पूरे देश की भावनाओं को झकझोर देने वाली इस घटना ने लोगों को आहत और दुखी किया है|
आपराधिक मामला दर्ज: गुजरात के गृह
मोरबी में केबल ब्रिज गिरने की घटना पर गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा,''नेवी, NDRF, वायुसेना और सेना तेजी से पहुंच गई, पूरी रात (खोज और बचाव कार्यों के लिए) 200 से अधिक लोगों ने काम किया है| हर्ष संघवी ने कहा,''CM ने अहमदाबाद से रवाना होते हुए कल ही एक हाई पावर कमेटी का गठन किया था। विभिन्न स्थानों पर तैनात सभी अधिकारियों को आज दो बजे तक मोरबी में रिपोर्ट करने को कहा गया है, जांच चल रही है|आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। रेंज IGP के नेतृत्व में आज से जांच शुरू हो गई है|
रात करीब तीन बजे भारतीय सेना यहां पहुंच गई थी: सेना
भारतीय सेना के मेजर गौरव ने बताया, "बचाव कार्य जारी है। रात करीब तीन बजे भारतीय सेना यहां पहुंच गई थी। हम शवों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। एनडीआरएफ की टीमें भी बचाव अभियान चला रही हैं।