लखनऊ: प्रयागराज शूटआउट में घायल हुए सिपाही राघवेंद्र सिंह की भी बुधवार (01 मार्च 2023) को मौत हो गई। शुक्रवार शाम (24 फरवरी, 2023) को प्रयागराज के जयंतीपुर में हुए उमेश पाल शूटआउट में राघवेंद्र भी शूटर्स की गोलियों का शिकार हो गए थे। घायल अवस्था में उन्हें पहले प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। बाद में तबियत में सुधार न होने और शरीर में संक्रमण बढ़ने के कारण उन्हें लखनऊ पीजीआई रिफर कर दिया था। आज बुधवार को डॉक्टर्स ने सिपाही राघवेंद्र सिंह को मृत घोषित कर दिया।
उमेश पाल हत्याकांड में घायल सिपाही राघवेंद्र सिंह की PGI ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान मृत्य पर लखनऊ डीसीपी ईस्ट हृदयेश कुमार ने बताया,''हम राघवेंद्र को बचा नहीं पाए। आज उनकी मृत्यु हो गई, जो इसके दोषी है उन्हें जल्द जल्द सज़ा दिलाने का प्रयास जारी है|
,''बता दें कि प्रयागराज में जनवरी 2005 में तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल (Raju Pal) और उसके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की शुक्रवार शाम (24 फरवरी, 2023 को) प्रयागराज के सुलेमसराय में गोली मारकर हत्या कर दी गई| हमलावरों ने शुक्रवार शाम करीब 5 बजे उमेश पाल और उनके 2 सुरक्षाकर्मियों (संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह ) को गोली मार दी थी। इस हमले में उमेश पाल और एक पुलिसकर्मी संदीप निषाद की मौत हो गई थी|
आज बुधवार को सिपाही राघवेंद्र सिंह की भी मौत हो गई। राघवेंद्र मूत: अमेठी के रहने वाले थे। उसकी सगाई हो चुकी थी और मई में शादी थी। घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं| दूसरे सिपाही की मौत से प्रयागराज शूटआउट में उमेश पाल समेत मरने वालों की संख्या 3 हो गई है।
वहीँ, यूपी सरकार ने उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। बुधवार सुबह माफिया अतीक अहमद के करीबी जफर अहमद के प्रयागराज स्थित घर को बुलडोजर से गिराया गया। इसी घर में अतीक का परिवार किराए पर रहता था। धूमनगंज थाना क्षेत्र के चकिया मोहल्ले में जफर के दो मंजिला मकान को प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीम ने बुलडोजर लगाकर गिराया। अतीक का मकान जब जब्त किया गया था तो जफर ने ही उसके परिवार को यहां पनाह दी थी।
उधर, अतीक के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इसमें अहमदाबाद जेल से यूपी की जेल में प्रस्तावित ट्रांसफर का विरोध किया गया है। इसमें कहा गया है कि यूपी सरकार के कुछ मंत्रियों के बयान से ऐसा लगता है कि उनका फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है। वकील ने अतीक की सुरक्षा पर सवाल उठाए।
जब अपराधी पकड़े जाएं तो बहुत हाय तौबा न क, गाड़ी पलट भी सकती है
उ.प्र. सरकार में मंत्री जे.पी.एस. राठौर ने कहा,''माफियाओं के ठिकानों पर पुलिस के द्वारा दबिश दी जा रही है। इनको पाताल लोक से भी खोज कर लाएंगे। जब ये पकड़े जाएं तो गाड़ी में बैठते समय हाय तोबा न करें, ड्राइवर असंतुलित होकर गाड़ी पलट न जाए|