सूरत: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 2019 मानहानि मामले में अपनी दो साल की सजा के खिलाफ सोमवार दोपहर गुजरात के सूरत सत्र न्यायालय में अपील दायर की है| सूरत सत्र न्यायालय ने मामले में सुनवाई की अगली तारीख यानी 13 अप्रैल तक राहुल गांधी की जमानत बढ़ा दी है| मानहानि के मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सजा को चुनौती देने वाले मामले की अगली सुनवाई 3 मई को सूरत की अदालत में होगी।
मानहानि के मामले में अपनी दोषसिद्धि के खिलाफ अपील दायर करने के बाद राहुल गांधी ने कहा, "ये ‘मित्रकाल’ के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा!
यह भी पढ़ें:राहुल गांधी ने सूरत कोर्ट में दायर की अपील: जमानत बढ़ी, अगली सुनवाई 13 अप्रैल
इससे पहले, राहुल गांधी ने कहा, "प्रधानमंत्री जी, सवाल पूछे काफ़ी दिन हो गए! आपका जवाब अभी तक नहीं आया, इसलिए फिर से दोहरा रहा हूं।
- ₹20,000 करोड़ किसके हैं?
- LIC, SBI, EPFO में जमा लोगों का पैसा अडानी को क्यों दिया जा रहा है?
आपके और अडानी के रिश्ते का सच देश को बताइए!
राहुल गांधी ने कहा, "महंगाई आज भारत की सबसे जटिल समस्याओं में से एक है। और इसकी ज़िम्मेदार भारत के इतिहास की सबसे नाकारा सरकार है। दवाइयों की क़ीमतें इस साल फिर से चुप-चाप 11% से ज़्यादा बढ़ा दी गईं हैं!
हेल्थकेयर और शिक्षा का खर्च आसमान छूता जा रहा है। और ये सारे ज़रूरी खर्चे हैं, आम लोगों के जीवन का अभिन्न अंग हैं। जहां सरकार को इन्हे धीरे धीरे निशुल्क करने की कोशिश करनी चहिए, वहीं वो उसे और महंगा करते जा रहे हैं।
ऊपर से बेरोज़गारी, सुस्त अर्थव्यवस्था के कारण नौकरीपेशा लोगों की आमदनी न बढ़ना, और उसके उपर महंगाई की मार, EMI की किश्तें बढ़ती जा रही हैं, लोन लेकर चुकाना और अपने घर के खर्चे चलाने की जद्दोजहद में हर परिवार की ज़िंदगी फंसी हुई है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, " मैं यूं हीं इन्हें ‘जेबकतरी सरकार’ नहीं कहता। आपकी जेब काटी जा रही है, मगर कहीं इस बात की चर्चा नहीं है। न आपके पसंदीदा न्यूज़ चैनल पर, न ही किसी सरकारी घोषणा में। चर्चा हो रही होगी तो बस सांप्रदायिकता की, या फ़िर झूठी कहानियां गढ़ी जा रही होंगी।
श्री गांधी ने कहा, "यूपीआई ट्रांसफर पर भी सरचार्ज लगेगा, ये कभी आपने सोचा था, जब आपको ‘डिजिटल पेमेंट’ करने के लिए प्रेरित किया गया था? आप मेहनत कर के कमाएं, सरकार को टैक्स चुकाएं और अब पैसों के लेन देन में भी अलग से पैसे दें।
राहुल गांधी ने कहा, "पेट्रोल-डीज़ल तो महंगा था ही, अब गाड़ियां और टोल टैक्स भी महंगा होगा। संदेश साफ है - गाड़ी लेना चाहे आपकी ज़रूरत हो या ख्वाहिश, दोनों से आंखें मूंद लें। इस सरकार के रहते तो ये मुश्किल है। और ये मुश्किलें दिन प्रति दिन बढ़ती ही जाएंगी।
श्री गांधी ने कहा, " संसद बंद है तो जाहिर सी बात है कि लोकतंत्र के मंदिर में भी इसपर सवाल जवाब नहीं होगा। मनमाने फैसले ले कर, बिना विपक्ष या जनता से सलाह किए बस थोप देना, मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, ये तानाशाही की किताब का पहला पन्ना है।