नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'हम किसानों से महज एक फोन कॉल की दूरी' वाले बयान पर किसान नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि,''हम पिछले 7 साल से वो फोन नंबर ढूंढ रहे हैं अगर हमें वो फोन नंबर मिल जाए तो हम बात करने को तैयार हैं| दरअसल,''30 जनवरी 2021 को सर्वदलीय बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था,''सरकार खुले दिमाग से कृषि कानूनों के मुद्दे पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा था कि सरकार का रुख वैसा ही है, जैसा 22 जनवरी को था, और कृषि मंत्री द्वारा दिया गया प्रस्ताव अभी भी कायम है,"“हम सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हूं।सिर्फ एक फोन कॉल करके बातचीत को आगे बढ़ाया जा सकता है। इसका समाधान बातचीत के जरिए ही निकलेगा।
किसान नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि,''हम पिछले 7 साल से वो नंबर ढूंढ रहे हैं जिसपर प्रधानमंत्री जी उपलब्ध हो सकते हैं। अगर हमें वो फोन नंबर मिल जाए तो हम बात करने को तैयार हैं, हम इंतजार में हैं। इस बीच हमने तय किया है कि हम अपने आंदोलन को तेज करेंगे|
वहीँ,''किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को 2 अक्टूबर तक कृषि कानून वापस लेने का अल्टीमेटम दिया। शनिवार को चक्का जाम के बाद दिल्ली-यूपी गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा कि हम सरकार के साथ किसी दबाव में बातचीत नहीं करेंगे, जब प्लैटफॉर्म बराबरी का होगा, तब बातचीत होगी।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा, सरकार कृषि क़ानूनों को वापस ले और MSP पर क़ानून बनाए नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा। हम पूरे देश में यात्राएं करेंगे और पूरे देश में आंदोलन होगा|' हमने कानूनों को निरस्त करने के लिए सरकार को 2 अक्तूबर तक का समय दिया है। इसके बाद हम आगे की प्लानिंग करेंगे। हम दबाव में सरकार के साथ चर्चा नहीं करेंगे।