नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीनेशन (COVID19 Vaccination) के लिए प्राइवेट अस्पतालों के 'होटल पैकेज' पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नाराजगी जताई है|स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश देकर होटल में टीकाकरण की सुविधा को तुरंत बंद करने को कहा है| कुछ निजी अस्पतालों द्वारा होटलों के साथ मिलकर COVID19 टीकाकरण के लिए पैकेज देने को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। कहा,'' यह राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के लिए जारी दिशा-निर्देशों के खिलाफ है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्ष वर्धन ने कहा कि,''होटलों में टीकाकरण पैकेज COVID19 नियमों के खिलाफ़, कानूनी कार्रवाई होगी! कुछ अस्पतालों द्वारा होटलों के साथ मिलकर लोगों को वैक्सीनेशन पैकेज का ऑफर देना दुर्भाग्यपूर्ण है। डॉ हर्ष वर्धन ने कहा कि,''स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को पत्र लिखकर पैकेज देने वालों के खिलाफ़ कार्रवाई करने को कहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा है कि कुछ अस्पताल कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए होटलों के साथ करार कर पैकेज दे रहे हैं| इसके तहत होटलों में लग्जरी सुविधाओं के साथ वैक्सीनेशन का ऑफर दिया जा रहा है| यह नेशनल कोविड वैक्सीनेशनल प्रोग्राम के तहत तय की गई गाइडलाइन के खिलाफ है|
लिहाजा ऐसे होटल पैकेज के साथ होटल में टीकाकरण की व्यवस्था तुरंत रोकी जाए| जिन होटलों का प्राइवेट अस्पतालों के साथ वैक्सीन को लेकर करार किया गया था केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसे होटलों में टीकाकरण रद्द करने को कहा है|
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि टीकाकरण के लिए सिर्फ चार विकल्प उपलब्ध हैं|
पहला सरकारी कोविड वैक्सीनेशन सेंटर, दूसरा प्राइवेट हॉस्पिटल द्वारा संचालित प्राइवेट कोविड वैक्सीनशन सेंटर|
तीसरा, सरकारी कार्यालयों के कार्यस्थलों पर बने कोविड वैक्सीनेशन सेंटर और प्राइवेट कंपनियों के कार्यालयों पर निजी अस्पतालों द्वारा संचालित केंद्र|
चौथा और अंतिम बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए घर के पास कोविड वैक्सीनेशन सेंटर, जो आरडबल्यूए, हाउसिंग सोसायटी, कम्यूनिटी सेंटर, पंचायत भवन, स्कूल-कॉलेज, ओल्ड ऐज होम जैसी अस्थायी जगहों पर चलाए जाएं|