नई दिल्ली: भारत-चीन सेना के बीच हुई झड़प पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा,''झड़प 9 को हुई थी। जब संसद का सत्र चल रहा था तो सरकार ने संसद में उसी दिन क्यों नहीं बताया? मुझे अपनी सेना पर पूरा भरोसा है लेकिन सरकार का कमजोर नेतृत्व है कि वह चीन का नाम तक नहीं लेते। इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए|
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा,'यह क्यों हुआ और हमारे फौजियों की हालत कैसी है और क्या सरकार सर्जिकल स्ट्राइक करेगी? यह सब सरकार को बताना चाहिए इसलिए हम मंगलवार को सदन में स्थगन प्रस्ताव लाएंगे। यह देश की ज़मीन का मामला है ना ही राजनीतिक मुद्दा|
9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारतीय और चीनी सेना के जवानों के बीच झड़प हुई थी। झड़प में 20-30 भारतीय सैनिकों के घायल होने की खबर है। LAC पर चीनी सैनिकों के साथ झड़प में घायल हुए भारतीय सैनिकों को असम के गुवाहाटी में एक सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
9 दिसंबर को चीनी पीएलए सैनिकों और भारतीय सैनिकों के बीच अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में संघर्ष हुआ। भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को करारा जवाब दिया। घायल चीनी सैनिकों की संख्या भारतीय सैनिकों की तुलना में अधिक है| संघर्ष के तुरंत बाद दोनों पक्ष इलाके से पीछे हट गए। चीनी पीएलए सैनिकों की संख्या लगभग 300 थी जो भारी तैयारी के साथ आए थे, उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनका सामना करने के लिए भारतीय सैनिक पूरी तरह से तैयार होंगे|