नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ''एक विदेशी ने फिल्म बनाई तब जाकर दुनिया को पता चला कितने महान थे गाँधी''' वाले बयान पर कांग्रस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि "विदेशी ने फ़िल्म बनाई तब जाकर दुनिया को पता चला कि गाँधी इतने महान व्यक्ति थे.." जिनके विचारों और आदर्शों को पूरी दुनिया ने अपनाया, उन बापू के बारे क्या ये सोच और समझ है? और 'विभाजन' देश के लिए त्रासदी रही.. सच्चे नेता ज़ख्मों पर मरहम लगाते है, कुरेदने में फ़ायदा नहीं तलाशते! ....
सवार करते हुए रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि,''ये 'फ़्रीडम ऑफ़ एक्सप्रेशन' तब कहाँ गया जब अपना हक़ माँगते देश के किसानों और रोजगार माँगते नौजवानों पर ज़ुल्म ढाये? जब मिड-मिल में बच्चों को नमक रोटी परोसने की वीडियो बनाने वाले पत्रकार की गिरफ्तारी हुई? आख़िर क्यों मोदी सरकार को ईवेंट और फ़िल्म के बाहर कुछ और नहीं दिखता ?
कश्मीरी पंडितों को लेकर सुरजेवाला ने कहा कि,''क्या देश के पीएम, बापू के आदर्शों से लेकर कश्मीरी पंडितों के दर्द तक सब कुछ फ़िल्मों के जिम्मे छोड़ देना चाहते हैं? तथ्यों और सच्चाई से मुँह फेरे मोदी सरकार को आख़िर कब अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होगा? आख़िर कब तक केवल झूठ-नफ़रत-बँटवारे में ही राजनीतिक अवसर तलाशते रहेंगे? आपका पितृ संगठन 1925 में गठन से लेकर 1947 तक देश के स्वतंत्रता आंदोलन और बापू के खिलाफ़ खड़ा रहा। 'असहयोग आंदोलन' हो, 'सविनय अवज्ञा' हो या 'भारत छोड़ो' का देशव्यापी आंदोलन हो…हर बार अंग्रेजों के साथ खड़े रहे। जब देश आज़ाद हुआ तो पहले दिन से 'बांटो और राज करो' अपना लिया।
सुरजेवाला ने कहा कि,''मोदी जी बताएँ- जब 1990 में कश्मीरी पंडित आतंक और बर्बरता के साये में पलायन को मजबूर हुए तब भाजपा के 85 सांसद, जिनके समर्थन से केंद्र की वी.पी.सिंह सरकार चल रही थी, क्या कर रहे थे? CM को हटाकर उनके बिठाए राज्यपाल ने सुरक्षा देने की बजाय पंडितों को पलायन के लिए क्यों उकसाया?
याद करें, भाजपा समर्थित सरकार में जब कश्मीरी पंडितों का उत्पीड़न और पलायन हो रहा था तब राजीव गाँधी जी ने संसद का घेराव किया, उनकी आवाज़ उठायी। मगर भाजपा ने इस त्रासदी को मौन समर्थन दिया, राजनीतिक फ़ायदे के लिए 'रथ यात्रा' निकालते रहे। ये तब भी वैसे थे और अब भी वैसे ही हैं।
सालों में मोदी सरकार ने कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए क्या किया? कश्मीर में फ़िर से हालात बद्तर हुए, हिंसा बढ़ी और हज़ारों कश्मीरियों को पलायन करना पड़ा। जब कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं कर सके तो “फ़िल्म” दिखाने में जुट गए? नफ़रत की खेती से फ़ायदे की फ़सल कब तक?
जब कश्मीरी पंडित पलायन को मजबूर थे… जब आपके समर्थन से दिल्ली की सरकार चल रही थी जब CM को हटाकर आपके नेता श्री जगमोहन गवर्नर थे और उन्होंने जुम्मेवारी से पल्ला झाड़ लिया था… जब भाजपा और अडवाणी जी “रथ यात्रा” में व्यस्त थे.. उस रथ यात्रा के संचालक-इवेंट मैनेजर मोदी जी थे।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि,'''और हाँ, कश्मीर और कश्मीरी पंडितों के लिए UPA सरकार में-
•10 साल में 4241 आतंकी मारे गए
•PM पैकेज में 3000 नौकरी
•5911 ट्रांजिट आवास बनाये
....
मोदी सरकार में-
• 8 साल में 1419 आतंकी मारे गए
• केवल 520 नौकरी मिली
•1000 ट्रांज़िट आवास बनाये सिर्फ़ घाव हरा कर फ़ायदा उठाएंगे?
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि,''''कश्मीरी पंडितों के लिए
कांग्रेस
•ज़ुल्म होता देख आवाज उठाई, राजीव जी ने संसद का घेराव किया
•पुनर्वास के लिए हज़ारों घर बनाये-नौकरियां दीं
सुरजेवाला ने कहा कि,''
BJP
•अपने समर्थन की सरकार होते हुए भी चुप्पी साध ली।
•राजनीतिक फ़ायदे के लिए 'रथ-यात्रा' लेकर निकल पड़े। चोट से वोट,नियत में खोट?