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सरकारी पैसे का इस्तेमाल जनता की जासूसी के लिए किया, 2019 के लोकसभा के चुनाव के समय प्रजातंत्र का अपहरण किया: जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस की डील पर मोदी सरकार पर बरसी कांग्रेस

  • by: news desk
  • 29 January, 2022
सरकारी पैसे का इस्तेमाल जनता की जासूसी के लिए किया, 2019 के लोकसभा के चुनाव के समय प्रजातंत्र का अपहरण किया: जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस की डील पर मोदी सरकार पर बरसी कांग्रेस

नई दिल्ली: पेगासस स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर (Pegasus Spy Software) की खरीद पर अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) में छपी खबर पर देश में फिर से सियासत गर्म हो गई है| मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने कहा है कि Pegasus डील में अब साफ हो गया है कि मोदी सरकार ने देश के साथ विश्वासघात किया है| कांग्रेस पार्टी ने कहा कि इस सॉफ्टवेयर की खरीद के लिए सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम्मेदार हैं, जिन्होंने लोगों की मुखबिरी कराने के लिए इस सॉफ्टवेयर को खरीदा है| कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने लोकतंत्र का अपहरण किया है और अक्षम्य देशद्रोह किया है|



प्रेस कॉन्फ्रेन्स को संबोधित करते हुए रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि इससे पहले कि साथियों, अब अंतर्राष्ट्रीय समाचार पत्र ने वो साबित कर दिया, जो कांग्रेस हमेशा कहती थी। मोदी सरकार ने गैरकानूनी और असंवैधानिक तरीके से अपने ही नागरिकों के खिलाफ जासूसी स्पाइवेयर पेगासस इजराइल से खरीद कर इस्तेमाल किया और उसके लिए सीधे प्रधानमंत्री मोदी जिम्मेदार हैं। ये प्रजातंत्र का अपहरण है और देशद्रोह है।




पांच सत्य अब सामने हैं 

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि,''पहला - मोदी सरकार ने साल, 2017 में, जब प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदी इजराइल गए थे, तो इजराइल से मिलिट्री इक्विपमेंट खरीदा, उसके सेंटरपीस में पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर था और दो बिलियन अमेरिकी डॉलर से इसकी खरीद की गई। शायद ये भी संयोग नहीं, प्रयोग है या प्रयोग नहीं, संयोग है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार काउंसिल, जो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को रिपोर्ट करती है, उसका बजट भी यकायक 33 करोड़ से बढ़कर साल 2017 में 333 करोड़ हो गया।



दूसरा सत्य - पेगासस सॉफ्टवेयर करता क्या है - ये गैर कानूनी तरीके से सेल फोन के मालिक की जानकारी या इजाजत के बगैर उसके सेल फोन को, देश के नागरिकों के वॉट्सअप और सेलफोन को भी हैक करता है। आपके माइक्रो फोन और कैमरा दोनों को कैप्चर कर लेता है और फोन चालू हो या बंद हो, उसके चारों तरफ जो बात हो रही है, उसकी फोटो और उसकी वार्तालाप ये गुप्त तरीके से सेल फोन के मालिक की जानकारी के बगैर मोदी जी की एजेंसियों को भेजता है। आपके सेल फोन में जो जानकारी है, आपके परिवार की फोटो हैं, आपके पासवर्ड हैं, आपके एसएमएस हैं, आपके वॉटसअप मैसेज हैं, आपके कैलेंडर हैं, आपने जो जानकारी भी फोन पर रखी है, उसे चोरी करके मोदी सरकार को भेजता है।



यही नहीं आपकी जानकारी के बगैर सेल फोन में कोई भी जानकारी जो आपके खिलाफ इस्तेमाल हो सकती है, उसे गुप्त तरीके से, चोर दरवाजे से अंदर डाल देता है। ताकि फिर सेल फोन के मालिक से वो बरामद हो और उसकी सजा हो जाए। ये करता है ये पेगासस स्पाइवेयर और इसका इस्तेमाल किसके खिलाफ किया गया - राहुल गांधी जी और उनके स्टाफ के पांच लोगों के खिलाफ; इसका इस्तेमाल किया गया पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा जी के खिलाफ; पूर्व मुख्यमंत्री, सिद्धारमैया जी, कुमार स्वामी जी, भाजपा की पूर्व मुख्यमंत्री, वसुंधरा राजे सिंधिया जी के खिलाफ; भारत सरकार के मंत्री कैबिनेट मंत्री, प्रहलाद सिंह पटेल जी और उनकी धर्म पत्नी के खिलाफ; मौजूदा आईटी मंत्री, वैष्णव जी और उनकी धर्मपत्नी के खिलाफ; प्रवीण तोगड़िया जी के खिलाफ; स्मृति ईरानी जी के ओएसडी के खिलाफ और ना जाने किस-किसके खिलाफ और यही नहीं, इस जासूसी सॉफ्टवेयर का गैर कानूनी तरीके से इस्तेमाल किया गया - सुप्रीम कोर्ट के जजेस के खिलाफ; भारत के चुनाव आयोग के खिलाफ; सीबीआई डायरेक्टर, आलोक वर्मा, उनकी धर्म पत्नी, उनके बेटे और बेटे की धर्म पत्नी के खिलाफ।




रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि,'भारतीय बीएसएफ के हैड केके शर्मा जी के खिलाफ, बीएसएफ के आईजी जगदीश मैथानी जी के खिलाफ, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग, आरडब्ल्यू के ऑफिसर, जितेंद्र कुमार ओझा और उनकी धर्मपत्नी के खिलाफ। हिंदुस्तान की फौज के ऑफिसरों, कर्नल मुकुल देव और अमित कुमार के खिलाफ और वकीलों के खिलाफ, एक्टिविस्ट के खिलाफ और पत्रकारों के खिलाफ और मीडिया संस्थानों के खिलाफ और उनके नाम बड़े रुचिकर हैं - द हिंदू के खिलाफ, इंडियन एक्सप्रेस के खिलाफ, हिंदुस्तान टाइम्स के लोगों के खिलाफ, इंडिया टुडे के लोगों के खिलाफ, टीवी 18 नेटवर्क के लोगों के खिलाफ, ट्रिब्यून के लोगों के खिलाफ, मिंट के लोगों के खिलाफ, द वायर एंड इकोनॉमिक पॉलिटिकल वीकली के लोगों के खिलाफ, आउट लुक और डीएनए के लोगों के खिलाफ, न्यूज क्लिक और फ्रंटियर टीवी (Frontier TV) के लोगों के खिलाफ और ना जाने किस-किसके खिलाफ और मोदी सरकार ने पार्लियामेंट को धोखा दिया।



सुरजेवाला ने कहा कि,''आईटी मिनिस्टर, अश्विनी वैष्णव जी ने ये कहा कि इस प्रकार की किसी सॉफ्टवेयर की खरीद की उनको कोई जानकारी नहीं। मैं वो कागजात आपको भेज रहा हूं। गृह मंत्री और गृह मंत्रालय ने देश के धोखा दिया। आरटीआई के एक जवाब में कहा कि उन्होंने इस प्रकार का कोई सॉफ्टवेयर खरीदा ही नहीं। रक्षा मंत्री और रक्षा मंत्रालय ने संसद को धोखा दिया, उन्होंने कहा कि हमने इस प्रकार का कोई सॉफ्टवेयर खरीदा ही नहीं और यही नहीं मोदी सरकार ने देश की संसद को धोखा दिया। शपथ पत्र देकर कहा कि हमने ये सारे जो इल्जामात लग रहे हैं सरकार के खिलाफ कि उन्होंने सरकारी पैसे का इस्तेमाल कर सारे देश की जासूसी कर डाली, ये इल्जामात बेबुनियाद हैं।




साथियों, अब 6 बातें साफ हैं कि पेगासस जासूसी यंत्र देश की सरकार के पैसे से गुप-चुप और चोरी के तरीके से खरीदा गया, प्रधानमंत्री जी की नॉलेज के साथ।

नंबर एक - भारत सरकार ने पेगासस जासूसी यंत्र खरीदा। 

नंबर दो - संसद से धोखा किया।

नंबर तीन - सुप्रीम कोर्ट को धोखे में रखा।

नंबर चार - सरकारी पैसे का इस्तेमाल जनता की जासूसी के लिए किया।

नंबर पांच - प्रजातंत्र का अपहरण किया 2019 के लोकसभा के चुनाव के समय।

नंबर छह - देशद्रोह किया। ये सच्चाई है।




राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा,'' पेगासस स्पाइवेयर के बारे में हमारे जनरल सेक्रेटरी और मीडिया के चेयरमैन, सारी चीजें सुरजेवाला साहब ने बताई हैं। जो अभी सुरजेवाला साहब ने आपके सामने मुद्दे रखे, ये मुद्दे हम बार-बार पार्लियामेंट में उठाते रहे हैं और इन मुद्दों के ऊपर ही हमने एक पूरा मानसून सेशन लड़ते-लड़ते खोया। 



नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा,''उस वक्त बहुत से लोगों ने हमारे ऊपर टीका-टिप्पणी की और जब पार्लियामेंट चलता है, तो ये लोग चलाने नहीं देते और पार्लियामेंट में कुछ अपनी बात नहीं रखना चाहते हैं। तो ये जो बातें हमें उस वक्त सुननी पड़ी और मीडिया की भी टीका-टिप्पणी हम पर हो गई, बहुत से नेताओं की भी हो गई। लेकिन असल बात ये थी कि हम ये चाहते थे कि देश में डेमोक्रेसी है, संविधान है, फ्रीडम ऑफ स्पीच ऑफ एक्सप्रेशन है, उसके तहत हम अपनी बातों को कहीं भी रख सकते हैं या मीडिया के द्वारा या प्रिंट मीडिया के द्वारा या पार्लियामेंट में, तो फ्रीडम ऑफ स्पीच ऑफ एक्सप्रेशन है और प्राइवेसी भी है। लेकिन ये हमारी प्राइवेसी भी मोदी सरकार ने छीनने की पूरी कोशिश की और छीन भी ली, क्योंकि बहुत से नाम जो सुरजेवाला जी ने आपके सामने पढ़े हैं, तो बड़े-बड़े नेताओं के और जहाँ-जहाँ चुनाव चल रहे थे, खासकर, उस एरिया के नेताओं को भी उन्होंने, डे टू डे क्या चलता है, उन्होंने इसका जायजा लेने के लिए ये किया।



मोदी सरकार देश से कुछ छिपाना चाहती थी, इसलिए चर्चा के लिए तैयार नहीं थी
खड़गे ने कहा,''जब हमने ये पूछा कि पेगासस एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, इस पर चर्चा करो। वो चर्चा के लिए तैयार नहीं थे। तो इसका मतलब यही है कि वो देश से कुछ छुपाना चाहते थे, जनता से छुपाना चाहते थे और मैंने आपको आज तो बताया ही है कि ये न्यूयार्क टाइम्स में 28 जनवरी, 2022 की पूरी रिपोर्ट है, ये कि किस ढंग से पेगासस खरीदा जाता है और किस ढंग से मोदी जी भी वहाँ पर इजराइल के प्राइम मिनिस्टर को मिले और बाद में इजराइल के प्राइम मिनिस्टर यहाँ जब आए, वो बातचीत करके, जैसा कि इवन बजट भी वो पेगासस स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर खरीदने के लिए बजट भी उन्होंने बीच में बढ़ाया। लेकिन हमने जो ये प्रश्न पूछे हैं, अनस्टार्ड सवाल, एक तो आरटीआई है, आपका हमने किया। अनस्टार्ड क्वेश्चन 9 अगस्त, 2021 को इसमें ये पूछा गया कि Will the Defence Minister be pleased to state a total budgetary allocation to the Ministry in financial year 2018, 2019, 2020, 2021, इसकी कॉपी भी हम देंगे। उन्होंने ये कहा और उसमें हमने ये भी स्पेसिफिक्ली पूछा था यानी एक शिवदास सिंह जी, डॉक्टर ने पूछा था - Whether, government had carried out any transaction with the NSO group technologies and if though, the details thereof?  तो ये डिटेल उन्होंने उस वक्त अनस्टार्ड क्वेश्चन के उत्तर में पार्लियामेंट में दिया। 



https://www.thevirallines.net/india-news-congress-slams-modi-govt-over-spying-software-pegasus-deal-says-govt-money-was-used-to-spy-on-the-public



खड़गे ने कहा,''उस वक्त उन्होंने यही कहा - Ministry of Defence has not had any transaction with NSO technologies, तो कौन झूठ बोल रहा है, आप देखिए। तो ये चीजें पार्लियामेंट में उन्होंने कहा कि हमारा कोई लेन-देन नहीं, कोई खरीदा नहीं, कुछ नहीं है। लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स, दूसरे इसमें खुलकर आ रहे हैं कि इन्होंने उसको खरीदा और खासकर हमारे मीडिया, जुडिशियरी, एग्जीक्यूटिव, पॉलिटिशियन और जो लोग सरकार की खामियां निकालते हैं, उनके खिलाफ भी उन्होंने ये काम किया है, जासूसी करने का।



 देश के पैसे का उपयोग देश के नागरिकों की जासूसी एवं सेंध लगाने के लिए किया

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा,'तो ये जो पैसा है जनता का है, बजट जो हम बनाते हैं, जनता से टैक्स वसूल करके लेते हैं, चाहे वो जीएसटी से हो, चाहे एक्साइज ड्यूटी हो, चाहे कुछ और हो। ये खून पसीने का पैसा हम सरकार को टैक्स के रुप में देते हैं और ये लोग, लोगों की जासूसी करने में इतना पैसा खर्च करते हैं। जैसा कि आपने कहा कि 30 करोड़ रुपए से 330 करोड़ रुपए बन गए और ये जो बातें हैं, ये प्रधानमंत्री जी, ये जो जासूसी सबके पीछे कर रहे हैं, तो मैं ये कहूंगा कि ये जासूसी करने के लिए ही ये बैठे हैं? यदि देश के खिलाफ कुछ हो रहा है या देश की रक्षा के लिए कुछ कर रहे हैं, तो बात और है। लेकिन ये सिविलियन को, ज्यूडिशरी को, प्रेस को और जो लोग यहाँ काम करते हैं, देश के बारे में सोचने वाले लोग हैं, तो वैसे लोगों के खिलाफ भी इसका दुरुपयोग किया गया।  देश के पैसे का उपयोग देश के नागरिकों की जासूसी एवं सेंध लगाने के लिए किया|



जैसे राहुल गांधी जी और उनके स्टाफ मेंबर के खिलाफ. देवगौड़ा जी के खिलाफ भी उसका गलत इस्तेमाल हआ। देवगौड़ा जी तो परसों ही मिले थे मोदी साहब से। तो उनका भी किया गया और उनके अपने मिनिस्टर का भी किया गया, तो वो किसी को छोड़ते नहीं हैं। मुझे मालूम नहीं, शाह का नाम भी उसमें है कि नहीं, क्योंकि जब प्रहलाद पटेल जी, जो मिनिस्टर हैं, जब उनका नाम है, तो हो सकता है डिफेंस मिनिस्टर, होम मिनिस्टर, फिर अलग जानकारी वो अपने अलग जो सेक्रेटरी काउंसिल के सेक्रेटेरिएट हैं, उनसे लेते होंगे। मालूम नहीं, क्योंकि वो एक बात जिनसे करते हैं, दूसरों से फिर वो बात शेयर नहीं करते हैं। उनकी ये खूबी है।



https://www.thevirallines.net/india-news-congress-attacks-modi-govt-over-pegasus-spyware-deal-disclosure-modi-govt-committed-treason



' उन्होंने कहा, तो इतना ही मैं आपको कहना चाहता हूं कि पार्लियामेंट में उन्होंने झूठ बोला और उसके बाद में इसकी पुष्टि करने के लिए हम बार-बार कह रहे थे कि उन्होंने जासूसी की, खरीदा, इसलिए हमने ये हाउस में उठाया। उस वक्त बहुत लोगों ने इसका लाइटली लिया। लेकिन अब न्यूयॉर्क टाइम्स में डिटेल आया, अगर हिम्मत है सरकार में उनके खिलाफ डिफेमेशन केस डालो। तो डालने दो कि ये झूठ है, तुमने कैसे किया। क्योंकि हमें तो बोला पार्लियामेंट में, हम तो जनता से चुनकर आए हुए नुमाइंदे, जब पूछ रहे हैं, तो हमें तो आपने ऐसा कहा कि कुछ नहीं उसमें, नो ट्रांजैक्शन, कुछ नहीं। 



खड़गे ने कहा,, ''तो ये मैं ज्यादा बोलना नहीं चाहता, बाकी के प्वाइंट, हमारे सुरजेवाला साहब ने बोल दिए हैं। उसको जोड़ते हुए वो प्वाइंट भी मेरे समझ कर, मैं उसको आगे बढ़ाते हुए इन प्वाइंट को मैं यही कह रहा हूं कि जो पेगासस के बारे में झूठ बोला गया और इसके लिए तो राहुल गांधी जी लड़ते रहे हैं, उन्होंने पहले उठाया और उठाने के बाद भी हमने इसको एक मूवमेंट की तरह लिया और पार्लियामेंट के बाहर बैठे, तो ये सब काम उस वक्त हुआ। 



' उन्होंने कहा, आज साबित हुआ कि जो कांग्रेस पार्टी बोल रही थी, वो सत्य था। जो अपोजिशन पार्टियों ने हमारा साथ दिया, इस बात के ऊपर, वो सत्य था और सत्यता बाहर निकली है। कम से कम इसके ऊपर कौन सी जांच होनी चाहिए, क्या करना चाहिए, इसकी सोच आगे हम देखेंगे। लेकिन हमने पहले से भी इसको पार्लियामेंट में कमेटी बनाना, ये करना, इसके बारे में हमने कहा था। तो उस वक्त तो उन्होंने नकार दिया, झूठ है, बोला। इसको तो उन्होंने संज्ञान में नहीं लिया और पार्लियामेंट में भी प्रधानमंत्री जी नहीं आए, ठीक है। तो सारी चीजें पार्लियामेंट में आ रही हैं, वहाँ भी फिर इसके बारे में हम रखेंगे।


https://www.thevirallines.net/dehradun-news-uttarakhand-congress-alleges-that-modi-govt-is-attacking-the-interests-of-the-army-and-jawans


इसी से संबंधित एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री सुरजेवाला ने कहा कि तीन बातें बिल्कुल साफ हैं:

1. मोदी सरकार ने संसद से धोखा किया, झूठ बोला।

2. मोदी सरकार के मंत्रियों ने आरटीआई हो, संसद हो, संसद के बाहर हो, देश के लोगों से झूठ बोला, खिलवाड़ किया।

3. देश की सुप्रीम कोर्ट की आँख पर जानबूझकर झूठ की पट्टी बांध दी और सुप्रीम कोर्ट को झूठा शपथ पत्र दिया गया। 



जहाँ तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रश्न है, विपक्ष के नेता, आदरणीय खरगे साहब कांग्रेस के सब सांसदगणों से विपक्ष के सब नेताओं से इस पर विस्तृतचर्चा करेंगे और संसदीय रणनीति का खुलासा हम अगले दो दिन के बाद आपसे करेंगे, 


पर तीन बातें बिल्कुल साफ हैं:

1. देश की संसद को बरगलाया गया। 

2. देश के सुप्रीम कोर्ट की आँख पर झूठ की पट्टी बाँधने का सरकार द्वारा घिनौना प्रयास किया गया। 

3. और देश की जनता के पैसे से देश की जनता की जासूसी करवाई गई। तो हम इसको तीनों फोरम्स पर लड़ेंगे।



https://www.thevirallines.net/lucknow-news-uttar-pradesh-modi-govt-attacked-the-interests-of-the-army-and-soldiers-says-prithviraj-chavan


एक अन्य प्रश्न के उत्तर में  श्री सुरजेवाला ने कहा कि खरगे साहब इसका जवाब दे चुके हैं। अब मामला सीधा है। प्रजातंत्र का अपहरण हुआ, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले और उसके बाद। प्रजातंत्र को भाजपा और मोदी सरकार ने अगवा कर लिया, अपहरण कर लिया। देश के साथ मोदी सरकार ने देशद्रोह किया। जिम्मेदारी अब सीधे प्रधानमंत्री जी की ड्योढ़ी पर आ टिकी है। ये तीन बातें अब साबित हो गई। इसके बाद विपक्ष के सभी नेताओं से मंत्रणा करेंगे, आदरणीय खरगे साहब। कांग्रेस के नेतृत्व, कांग्रेस के सांसदों से चर्चा होगी और अगली रणनीति का खुलासा जैसे ही संसद शुरु होगी, माननीय विपक्ष के नेता और अन्य विपक्षी नेतागण आपके समक्ष रखेंगे। 



एक अन्य प्रश्न पर कि कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों से बात करेगी, क्या आपको लगता है कि बाकी विपक्षी दल इस मामले को गंभीरता से लेंगे, श्री सुरजेवाला ने कहा कि मैं केवल आपसे और आप नौजवान हैं, युवा हैं, इस देश के विकास के बढ़ते हुए कदमों के सूचक हैं, पत्रकार के साथ-साथ, मैं आपके माध्यम से इस देश के नौजवानों से कहूँगा- क्या इस देश में हमारे नौजवान भाई-बहनों को, बेटे-बेटियों को अब प्राईवसी का, निजता का अधिकार नहीं रहा? मोदी साहब, जहाँ चाहेंगे, जिसकी चाहेंगे, जैसे चाहेंगे, बैडरुम में, बाथरूम में जासूसी करवाएंगे और हम उसे स्वीकार करते जाएंगे? क्या इस देश में सुप्रीम कोर्ट के जजेस की निजता का अधिकार छीन लिया गया है? क्या इस देश में इलेक्शन कमीशन और विपक्ष के नेताओं की निजता का अधिकार अब छीन लिया गया है? क्या इस देश में एडवोकेट, एक्टिविस्ट और पत्रकारों को अब कोई अधिकार नहीं बचा है? क्या ये प्रजातंत्र का अपहरण केवल और केवल कांग्रेस पार्टी का मुद्दा हो सकता है? ये दलों का मुद्दा है ही नहीं, इस देश में प्रजातंत्र बचेगा या प्रजातंत्र का हनन हो जाएगा, हत्या हो जाएगी, अब ये है मुद्दा।



मुद्दा ये नहीं कि अमुक पार्टी उठा रही है और अमुक पार्टी नहीं उठा रही। हर व्यक्ति, जो इस देश के प्रजातंत्र और संविधान में विश्वास रखता है, वो राजनीति में हो या राजनीति में न हो, ये आपकी जिंदगी पर हमला है। ये आपकी निजता पर हमला है। ये आपकी बेटी, आपकी पत्नी, आपके पिता, अपकी माँ, आपके ऊपर हमला है, जो मोदी सरकार बोल रही है, इसलिए हर व्यक्ति को इस देश के 140 करोड़ लोगों को निर्णय करना पड़ेगा कि वो उनकी जिंदगी पर उन्हीं के पैसे से, चोरी से जो सरकार हमला बोल रही है, उससे जवाबदेही प्रधानमंत्री से, सरकार से मांगेंगे या नहीं। ये एक ऐसा विषय है, जिसमें हर राजनीतिक दल को, कांग्रेस के चाहे वो विरोध में हो या पक्ष में हो, सबको जुड़ना पड़ेगा, क्योंकि यही वक्त की मांग है।


https://www.thevirallines.net/india-news-congress-attacks-modi-govt-over-pegasus-spyware-deal-disclosure-modi-govt-committed-treason


भारत ने 2017 में इस्राइल का जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस खरीदा था 

गौर हो कि, भारत सरकार ने 2017 में इस्राइल का जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस खरीदा था। मोदी सरकार ने पांच साल पहले दो अरब डॉलर (करीब 15 हजार करोड़ रुपये) का जो रक्षा सौदा इस्राइल से किया था, उसमें पेगासस स्पाईवेयर की खरीद भी शामिल थी। इस रक्षा डील में भारत ने कुछ हथियारों के साथ एक मिसाइल सिस्टम भी खरीदा था। 



द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट ने अपनी सालभर लंबी चली जांच के बाद खुलासा किया है कि अमेरिका की जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने भी इस्राइल की एनएसओ फर्म से पेगासस की खरीद की थी।


https://www.thevirallines.net/india-news-india-bought-pegasus-software-from-israel-in-2017-report



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