नई दिल्ली: कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा,''दिल्ली में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर बहुत उत्साह है। आज दिल्ली में सभी बड़े नेता बैठक में शामिल हुए और सभी को कार्य दिए गए हैं। मुझे उम्मीद है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा बहुत ही सफल होगी|
‘भारत जोड़ो यात्रा’ के 100 दिन पूरे हो गए हैं। भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों राजस्थान में है। यात्रा’ का आज (19 दिसंबर, 2022 को) 103वां दिन है। राजस्थान में यात्रा का आज 15वां दिन है। ये यात्रा 24 दिसंबर की शाम को दिल्ली पहुंचेगी। इससे पहले ‘भारत जोड़ो यात्रा’ हरियाणा में प्रवेश करेगी| हरियाणा में प्रथम चरण (21 से 23 दिसंबर) में दो दिन तक रहेगी| इसके बाद दिल्ली पहुंचेगी| दिल्ली के बाद फिर हरियाणा में प्रवेश करेगी|
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं के साथ पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत दौसा के बांदीकुई से की। इस दौरान उनके साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस MLA सचिन पायलट मौजूद रहे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी आज दोपहर 3 बजे अलवर में एक रैली को संबोधित करेंगे|
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि,''Bharat Jodo Yatra 24 दिसंबर की शाम को दिल्ली पहुंचेगी। उसके बाद 9 दिनों का ब्रेक होगा, ताकि कंटेनरों को मरम्मत करके उत्तर में पड़ने वाली कठोर सर्दी के लिए तैयार किया जा सके।साथ ही कई भारत यात्री लगभग 4 महीने बाद अपने परिवार के साथ समय बिता सकें। 3 जनवरी 2023 को यात्रा फिर शुरू होगी।
गौरतलब है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर से कन्याकुमारी से शुरू हुई थी जो कि अब तक तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तलंगाना, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश से गुजरते हुए अब राजस्थान में है। कांग्रेस की 3750 किमी की भारत जोड़ो यात्रा 12 राज्यों से गुजरेगी। यह दक्षिण में कन्याकुमारी से उत्तर में कश्मीर तक 3,750 किमी का सफर पूरा करेगी। आने वाले दिनों में यह यात्रा हरियाणा और दिल्ली में प्रवेश करने वाली है। इसके लिए इन राज्यों की प्रदेश कांग्रेस कमेटियां जोर-शोर से तैयारी कर रही हैं।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा,''100 दिनों से ज़्यादा का सफ़र, और 2700 कि.मी से ज़्यादा लंबी पदयात्रा अब तक पूरी हो चुकी है। हिंदुस्तान के लाखों भाइयों और बहनों का इसमें साथ मिला और उनके साथ से ही, बिना थके, पूर्ण विश्वास से इस संकल्प के रास्ते पर चलने की ऊर्जा मिली।
बच्चे, वृद्ध, युवा, महिलाएं - सभी से मिल कर बातें करने का जो अवसर मिला, मैं उसके लिए खुद को धन्य मानता हूं। एक परिवार की तरह, खुशियां और ग़म दोनों बांटने का मौका मिला, यह सौभाग्य की बात है। हिंदुस्तान के लोगों के पास बांटने को बेशुमार प्यार है, और यह बात तो बिल्कुल पक्की है कि देश मे फैलती नफ़रत और द्वेष की भावना की इसके सामने कोई बिसात नहीं।
हम एकजुट हो कर किसी भी मुश्किल को आसान कर सकते हैं, यह हमारे देश का सबसे बड़ा सिद्धांत रहा है। इस वास्तविकता को मैंने इस यात्रा में अनुभव किया। अभी और चलना है, क्योंकि संघर्ष समाप्त नहीं हुआ - महंगाई, बेरोज़गारी और हिंसा के अंत होने तक, हम सभी के एक होने तक, भारत जुड़ने तक।
भारत के युवाओं के लिए न तो विकल्प सीमित होने चाहिए और न उनकी कल्पना।
हर संभावना मुमकिन है - जिस दिन हम उनके अंदर ये भरोसा जगा दें, वो रोज़गार ढूंढने से ज़्यादा बनाने में सक्षम होंगे।