नई दिल्ली: दिल्ली के अंबेडकर नगर में 19 फरवरी को हुए सुधा रानी नाम की 55 साल की महिला की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। सुधा रानी हत्याकांड मामले में मृतक महिला सुधा रानी की बेटी देवयानी और उसके दोस्त कार्तिक को गिरफ्तार किया है। मृतक सुधा 2007 में बीजेपी से निगम पार्षद की प्रत्याशी भी रही थी लेकिन हार गई थी। आंबेडकर नगर इलाके में वर्ष 2007 में भाजपा के टिकट से निगम पार्षद का चुनाव लड़ चुकी सुधा रानी की 19 फरवरी को गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। सुधा रानी की बेटी ने अपने लिवइन पार्टनर के दोस्त के साथ मिलकर अंजाम दिया था।
दरअसल,'' देवयानी अपने पति को छोड़कर अपने प्रेमी शिबू के साथ दक्षिणपुरी रह रही थी। मां को यह पसंद नहीं था। सुधा ने बेटी पर दबाव बनाने के लिए उसे प्रॉपर्टी से बेदखल करने की धमकी देकर खर्चा भी देना बंद कर दिया था। इससे नाराज होकर उसने वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद लूटपाट के दौरान हुई हत्या का रंग देने का प्रयास किया गया।
पुलिस के मुताबिक, 19 फरवरी को पुलिस को पीसीआर कॉल मिली थी एक घर में एक लड़की के साथ मारपीट हुई है, कॉल में सबकुछ साफ नही था। मौके पर पुलिस ने देखा कि सुधा रानी नाम की एक 55 साल की महिला की बॉडी से खून बह रहा है और उनके गले को रेता गया है और घर से ज्वैलरी गायब है। सुधा की बेटी देवयानी ने बयान दिए कि 09:30 बजे मास्क पहनकर दो लोग घर में दाखिल हुए और विरोध करने पर इनकी मां सुधा का गला रेत कर उनकी हत्या कर दी। हालांकि पुलिस को फोर्सफुल एंट्री घर में नहीं दिखी और न ही खून के निशान फैले हुए मिले। पुलिस को घर पर महिला की बेटी देवयानी मिली।
पूछताछ के बाद देवयानी टूट गई
देवयानी ने बताया कि करीब 9.30 बजे दो बदमाश उनके घर में घुसे। उन्होंने पहले घर में रखा कैश और जेवरात लूटे। मां ने लूटपाट का विरोध किया तो आरोपियों ने गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने सुधा के शव का मुआयना किया तो उसके गले में सोने की चेन और शरीर पर बाकी जेवरात अपनी जगह मिले। देवयानी से पूछने पर वह बार-बार अपने बयान बदलने लगी। शक होने पर पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की। कुछ ही देर की पूछताछ के बाद देवयानी टूट गई। उसने मां की हत्या करने की बात कबूल कर ली।
पति को छोड़ कर प्रेमी के साथ लिवइन रिलेशनशिप में रह रही थी
देवयानी ने बताया कि उसने अपने दोस्त कार्तिक के साथ मिलकर अपनी मां की हत्या की और इसे लूटपाट दिखाने की कोशिश की। देवयानी ने बताया कि उसकी शादी साढ़े पांच साल पूर्व ग्रेटर नोएडा के रहने वाले चेतन से हुई थी और उसका एक चार साल का बेटा भी है | लेकिन कुछ समय बाद उसने अपने पति को छोड़ दिया और दक्षिणपुरी इलाके के शिबू के साथ लिवइन रिलेशनशिप में रहने लगी। शिबू के खिलाफ कई अपराधिक मामले दर्ज हैं।
सुधा को देवयानी-शिबू का रिश्ता मंजूर नहीं था
ये बात देवयानी की मां सुधा को पसंद नहीं थी। वो चाहती थी कि शिबू से रिलेशन खत्म करके वो वापिस अपने पति के साथ रहने लगे। साथ ही ऐसा न करने पर प्रोपर्टी में हिस्सा न देने की धमकी दिया करती थी, देवयानी इस बात से भी नाराज थी कि उसकी मां ने फाइनेंशिली तौर पर उसकी मदद करनी बन्द कर दी थी। वह कहती थी कि देवयानी चेतन के साथ ही रहे। यह सोचकर उसने बेटी को प्रॉपर्टी से बेदखल करने के लिए कहना शुरू कर दिया था। सुधा देवयानी को खर्चा भी देती थी जो उसने देना बंद कर दिया था। मां से पीछा छुड़ाने के लिए उसने शिबू के दोस्त के साथ मिलकर मां को हटाने का प्लान बनाया |
ऐसे किया जन्म देने वाली मां का कत्ल...
देवयानी ने बताया कि उसने अपने लिवइन पार्टनर कार्तिक से बातचीत की। कार्तिक उसकी मां की हत्या के लिए तैयार हो गया। योजना के तहत देवयानी ने नींद की गोलियों का इंतजाम किया। शनिवार शाम को वारदात को अंजाम देने का प्लान बना। देवयानी ने घर में मौजूद अपने मामा संजय और मां सुधा को चाय में नींद की गोलियां मिलाकर दे दी। मामा दूसरे कमरे में सोता रहा। देवयानी ने आरोपी कार्तिक को बुला लिया। उस समय सुधा अपने बेड पर गहरी नींद में थी। आरोपी अपने साथ सर्जिकल ब्लेड लेकर आया था। कार्तिक ने सोते हुए ही सुधा का ब्लेड से गला रेत दिया। इसके बाद देवयानी ने लूट का मामला बनाने के लिए मां का कैश और जेवरात उसे दे दिए। पुलिस ने आरोपी कर्तिक को गिरफ्तार कर उसके पास से जेवरात बरामद कर लिए हैं। शिबू का इस हत्याकांड में कोई हाथ है या नहीं पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है।
पुलिस की पूछताछ में देवयानी ने बताया कि उसके परिवार में मां के अलावा एक बड़ा भाई विक्रांत उर्फ काकू है जो महाराष्ट्र में परिवार के साथ रहता है।
सूधा रानी फाइनेंस का काम करती थी: DCP
साउथ दिल्ली की DCP बिनिता मेरी जयकर ने कहा,''19 फरवरी को एक महिला की हत्या की ख़बर मिली थी जिसकी जांच में पता चला कि जिस रात महिला का ख़ून हुआ उस रात उनकी बेटी देवयानी और उनका भाई उसी घर में थे। सूधा रानी फाइनेंस का काम करती थी और उन्होंने MCD का चुनाव भी लड़ा जिसमें उन्हें हार मिली|
बिनिता मेरी जयकर ने कहा,''बेटी देवयानी से पूछताछ में वे अपने बयान कई बार बदलती हुई पाई गई। देवयानी ने बताया कि रात 9 बजे 2 लड़के आए और पिस्तौल निकालकर आभूषण लूटा और सूधा को चाकू मारकर चले गए। लेकिन जब सूधा के भाई से पूछताछ की तो उन्होंने कुछ और बताया तभी हमें देवयानी पर शक हुआ|
देवयानी और उसका पति 4 साल पहले अलग हो चुके है
DCP बिनिता मेरी जयकर ने कहा,''देवयानी और उसका पति 4 साल पहले अलग हो चुके हैं। देवयानी अभी शिबू के साथ लीव-इन में रहती है.... ये सूधा को मंज़ूर नहीं था। जिसने ख़ून किया है वो शिबू का दोस्त कार्तिक है। कार्तिक को गिरफ़्तार कर लिया गया है। 20,000 से ज़्यादा कैश और आभूषण बरामद हुए है|
सुधा के पति की भी वर्ष 2003 में हो गई थी हत्या...
पुलिस के मुताबिक सुधा के पति रामजी लाल की भी वर्ष 2003 में कुछ रुपयों के लिए हत्या कर दी गई थी। रामजी लाल भी नेतागिरी करते थे। उस समय सुधा के बच्चे छोटे थे। सुधा ने किसी तरह बच्चों को पाला। वर्ष 2007 में खुद सुधा ने भाजपा के टिकट से निगम का चुनाव लड़ा था। लेकिन वह हार गई थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी भी वह भाजपा से जुड़ी थी और इस बार होने वाले निगम चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थी। मां की मौत की खबर के बाद बेटा विक्रांत दिल्ली आ गया। आंबेडकर नगर थाना पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।