नई दिल्ली: किसान आंदोलन को आज एक साल पूरा हो चुका है| कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के एक साल पूरा होने पर किसान बड़ी संख्या में गाजीपुर, सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर इकट्ठा हुए| हरियाणा के बहादुरगढ़ में तीन कृषि कानूनों के विरोध की पहली बरसी पर किसानों ने 'किसान महापंचायत' किया|
किसान आंदोलन के एक साल पूरा होने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा,',''किसानों की जो भी मांगे हैं हम उसका पूरा समर्थन करते हैं। अजय मिश्रा टेनी को केंद्रीय मंत्री मंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए। किसानों की MSP की मांग जायज़ है। जितने भी झूठे मामले दर्ज़ किए गए हैं किसानों पर उन्हें वापस लिया जाए|
अरविंद केजरीवाल ने कहा,''किसान आंदोलन के दौरान जिन 700 किसानों की मौत हुई है उनके परिवारों को उचित मुआवज़ा दिया जाए। किसान जब तक वहां बैठें हैं हम उनके साथ हैं। किसान तय करेंगे कि वो वहां से कब उठेंगे|
वहीं,''गाज़ीपुर बॉर्डर में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा,'जब तक संसद का सत्र चलेगा तब तक सरकार के पास सोचने और समझने का समय है। आगे आंदोलन कैसे चलाना है उसका फ़ैसला हम संसद चलने पर लेंगे। आंदोलन की रूपरेखा क्या होगी उसका फ़ैसला भी 27 नवंबर को हाने वाली संयुक्त किसान मौर्चा की बैठक में होगा|
किसान आंदोलन के एक साल पूरा होने पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा,''आज सभी बॉर्डरों पर लोग आएंगे और बातचीत करेंगे। अभी तो आंदोलन चल रहा है। केंद्र सरकार अगर बातचीत करेगी तो आगे का समाधान निकलेगा, वे बात ही नहीं करना चाहते हैं। बिना बात के कैसे समाधान निकलेगा|