बक्सर: बिहार के बक्सर में राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले को आगे जाने देने के लिए दो ट्रेनों को रोका गया। बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 'समाधान यात्रा' के दौरान उनका काफिला पार कराने के लिए 2 ट्रेनें (पटना-बक्सर पैसेंजर ट्रेन और कामाख्या दिल्ली एक्सप्रेस को) 15 मिनट तक इटाढ़ी रेलवे गुमटी के आउटर पर खड़ी रहीं। पुलिस लाइन से CM के काफिले ने बक्सर इटाढ़ी रेलवे क्रासिंग पार किया तब जाकर इन ट्रेनों को आगे बढ़ाया गया।
एक यात्री ने बताया, "हमारी गाड़ी (ट्रेन) रोक दी है इसलिए हम पैदल आ रहे हैं। हमें दिलदार नगर जाना है। आगे जाकर दूसरी गाड़ी पकड़नी पड़ेगी।"
ट्रेनों को रोके जाने पर केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे भड़क गए हैं। उन्होंने पूछा कि किसके कहने पर ट्रेनें रोकी गईं। इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाऊंगा अश्विनी चौबे ने कहा,'' दो पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया गया। यह व्यवधान नहीं तो समाधान है? इसकी उच्चस्तरीय जांच करवाएंगे कि किसके आदेश पर ट्रेन रुकी रही? बच्चे, बूढ़े सभी लोग परेशान थे। वह पिकनिक यात्रा पर आए हैं, समाधान यात्रा पर नहीं। वह समस्या पैदा करने के लिए आए थे|
जानकारी के मुताबिक,CM नीतीश कुमार का काफिला कठार गांव से बक्सर जिला मुख्यालय के लिए रवाना हुआ था। हेलीपैड इटाढ़ी रोड स्थित पुलिस लाइन में हेलीपैड बनाया गया था। यहां से उतरने के बाद नीतीश कुमार को रेलवे लाइन क्रॉस कर सर्किट हाउस जाना था। फिर वहां से हाई स्कूल के जीविका दीदियों के संवाद कार्यक्रम में शामिल होना था।