बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में आशिक मिजाज दरोगा की हुई धुनाई। बीती रात में आशिक मिजाज दारोगा अशोक कुमार चतुर्वेदी की हुई धुनाई। जिले के दुबौलिया थाने पर तैनात आशिक मिजाज दारोगा को बुधवार/ गुरुवार की देर रात ग्रामीणों ने एक युवती के घर से निकलते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।
इसके बाद आशिक मिजाज दारोगा अशोक कुमार चतुर्वेदी की हुई पिटाई। ग्रामीणों ने दरोगा की बांधकर की खूब पिटाई। बस्ती जिले के दुबौलिया थाना में तैनात है दरोगा अशोक कुमार चतुर्वेदी। ग्रामीणों ने जमकर धुनाई के बाद दारोगा को खंभे से बांध दिया और लाठी-डंडों से पीटा।
बस्ती जिले के दुबौलिया थाना क्षेत्र के ऊंची गांव में बीती रात आशिकी मिजाज दरोगा को ग्रामीणों ने पकड़ कर की पिटाई। ऊंची गांव में कई दिनों से एक दरोगा अपनी बाइक से आया करता था । कई दिनों से तलाश में लगे थे ग्रामीण । बीती रात वारदात पर ग्रामीणों को दरोगा की हरकत आई नजर ।
आक्रोशित ग्रामीणों ने दरोगा को जमकर पीटा और बांध दिया खंभे में । स्थानीय थाने को ग्रामीणों ने सूचना दी...मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के चंगुल से पुलिस दरोगा को बचा कर ले गई थाने ।
ग्रामीणों ने बताया कि दुबौलिया थाने पर तैनात आशिक मिजाज दरोगा अक्सर अपनी बाइक से रात के अंधेरे में गांव में आते थे और चोरी-छिपे निकल जाते थे।
ग्रामीणों के अनुसार, बुधवार को रात में दरोगा जी फिर गांव में पहुंचे। एक स्कूल परिसर में उन्होंने अपनी बाइक खड़ी कर दी और घर में घुस गए। इसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया। वे दरोगा के घर से बाहर निकलने का इंतजार करने लगे। जैसे ही दरोगा घर से बाहर निकले और ग्रामीणों को इकट्ठा देखा तो वे बौखला गए। उन्होंने फायरिंग कर दी, जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए और आशिक मिजाज दरोगा की जमकर धुनाई कर दी। धुनाई के बाद उन्हें एक लकड़ी के खंभे में बांध दिया। दरोगा जी की करतूत की सूचना ग्रामीणों ने 112 डायल कर पुलिस को दी।
मौके पर डायल 112 और दुबौलिया पुलिस पहुंची। दरोगा को दुबौलिया पुलिस ने ग्रामीणों से छुड़ाया और अपने साथ थाने ले गई। ग्रामीण वीडियो बनाकर इसे सोशल मीडिया पर भी वायरल कर रहे हैं।
पकड़े गए दरोगा दुबौलिया थाने पर तैनात अशोक चतुर्वेदी की दो महीने पहले शिकायत की गई थी। एसओ दुबौलिया मनोज त्रिपाठी ने बताया कि घटना रात 3.30 बजे के करीब की है। दारोगा अशोक चतुर्वेदी की मोटरसाइकिल स्कूल परिसर में खड़ी देख ग्रामीणों को उनके किसी के घर में जाने का शक हुआ। लौटने पर ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया, जिसके बाद यह घटना हुई।
दुबौलिया थाने के हल्का नंबर-2 का दारोगा अशोक कुमार चतुर्वेदी चिलमा बाजार में किराए पर कमरा लेकर रहता है। करीब दो साल से दुबौलिया थाने पर ही तैनात दारोगा अशोक की आशिक मिजाजी की चर्चा पूरे क्षेत्र में है। करीब चार महीने पहले ग्रामीणों ने आला अधिकारियों से उसकी गलत हरकतों की शिकायत की थी। थाने से हटाए जाने के बाद पता नहीं कैसे फिर उसने ऐसा जुगाड़ लगाया कि फिर से दुबौलिया आ गया। मनचला दरोगा अशोक बुधवार की देर रात पल्सर बाइक से थाना क्षेत्र के ऊंजी गांव पहुंचा और एक घर में घुस गया।
पहले से ही नजर गड़ाए ग्रामीण बाहर लाठी–डंडा लिए उसके निकलने का इंतजार करते रहे। भोर में करीब 3 बजे दारोगा अशोक बाहर निकला तो खुद को घिरा देख अपनी सरकारी पिस्टल से हवाई फायर कर दिया। नाराज ग्रामीणों ने जमकर पिटाई के बाद उसे खंभे से बांध दिया और लाठी-डंडों से धुना। ग्रामीणों की ही सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष मनोज त्रिपाठी किसी तरह उसे ग्रामीणों से छुड़ाकर थाने ले गए।